किं अग्रिम विश्वयुद्धम् सागरे भविष्यति इदृशं अतएव कथ्यते कुत्रचित दक्षिणचिन महासागरे चिनस्य विस्तारवादिन् नीतिषु अमेरिकाया सह बहु सहयोगिम् देश तस्य विरुद्धम् एकत्रयन्ति !
क्या अगला विश्वयुद्ध समुद्र में होगा ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि दक्षिण चीन महासागर में चीन की विस्तारवादी नीतियों पर अंकुश लगाने के लिए अमेरिका सहित कई सहयोगी देश उसके खिलाफ एकजुट हो रहे हैं !
ज्ञापयन्ति तत अमेरिकाया सह जर्मनी,फ्रांस, जयपान ताइवान इत्यस्य च् जलसैन्य सागरे एकेन सह एकत्रिता: ताः अपि चिनस्य विरुद्धम् तस्य विस्तारवादिन् नीतिणाम् विरुद्धम् !
बताते हैं कि अमेरिका के साथ जर्मनी,फ्रांस, जापान और ताइवान की नेवी समुद्र में एक साथ जमा होने लगी हैं वो भी चीन के खिलाफ उसकी विस्तारवादी नीतियों के खिलाफ !
ज्ञापयन्ति तत ताइवानम् गृहित्वा चिनस्य अमेरिकायाः च् मध्य द्विपक्षीय संबंधेषु कलहम् सम्प्रति तिव्रेण बर्ध्यति तस्य च् भूस्तरम् तत्परयति !
बताते हैं कि ताइवान को लेकर चीन और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों में तनाव अब तेजी से बढ़ रहा है और इसकी ग्राउंड तैयार हो रही है !
दक्षिण चिन महासागरे अमेरिकी सैन्य वर्तमानस्य वर्षेषु इति क्षेत्रे स्व गतिविध्य: बर्धयता: तैव चिन कथितम् तत इदृशस्य कार्यवाहिम् क्षेत्रे शांति स्थिरतायै च् उचितम् न सन्ति !
दक्षिण चीन महासागर में अमेरिकी सेना ने हाल के सालों में इस क्षेत्र में अपनी गतिविधियां बढ़ाई हैं वहीं चीन ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए ठीक नहीं हैं !
चिनम् वर्तमानैव ताइवाने परमाणु अस्त्रै: युक्त वायुयान प्रेषयित्वा ताइवानम् भर्तस्कः,इति घटनायाः अनंतरम् अमेरिका स्व नौसैन्यम् ताइवानस्य साहाय्य प्रेषयतम् ! तैव बहु सहयोगिम् देशमपि सागरे तस्य सहयोगम् अग्रम् आगताः चिनस्य च् विरोधयन्ति !
चीन ने हाल ही में ताइवान में परमाणु हथियारों से लैस एयरक्राफ्ट भेजकर ताइवान को धमकाया है,इस घटना के बाद अमेरिका ने अपनी नौसेना को ताइवान की मदद के लिए भेज दिया है वहीं कई सहयोगी देश भी समुद्र में उसकी मदद को आगे आए हैं और चीन का विरोध कर रहे हैं !
तत्रैव ज्ञापयन्ति तत कोरोना महामार्या: कारणम् सम्पूर्ण विश्वे अर्थव्यवस्थायाः यत् स्थितिमस्ति तम् दृश्यमानः चिन सम्प्रति अमेरिकाम् नेत्राभ्याम् दृश्यते स्व शक्तयाः च् प्रदर्शनम् विश्वस्य संमुखम् करोति !
वहीं बताते हैं कि कोरोना महामारी के चलते पूरे विश्व में अर्थव्यवस्था का जो हाल है उसको देखते हुए चीन अब अमेरिका को आंखे दिखा रहा है और अपनी ताकत का प्रदर्शन दुनिया के सामने करता है !
दक्षिण चिन महासागर स्व भौगोलिक परिस्थित्या: कारणम् चिनस्य दृष्टियाम् अस्ति अयम् एशियायाः दक्षिण पूर्वे स्थितयति अयम् च् विश्वस्य सर्वातधिकम् व्यस्त जलमार्गेषु एकमस्ति कुत्रचित बहु देशै: संलग्नयन् इति च् सागरीय मार्गेण विशेषधिकम् विपणन भवति !
दक्षिण चीन महासागर अपनी भौगोलिक परिस्थिति के कारण चीन की नजर में है यह एशिया के दक्षिण पूर्व में पड़ता है और यह दुनिया का सबसे ज्यादा व्यस्त जलमार्गों में एक है क्योंकि कई देशों से जुड़ा हुआ है और इस समुद्री मार्ग से खासा भारी व्यापार होता है !
तत्रैव ताइवान,वियतनाम,मलेशिया,फिलीपींस इत्येन सह सहवासिन् देशम् इति क्षेत्रे स्व दृढ़कथनं कुर्वन्ति इत्येवे प्रभुत्वम् गृहीत्वा कलहस्य मूलं निर्मितम् !
वहीं ताइवान,वियतनाम,मलेशिया,फिलीपींस सहित पड़ोसी देश इस क्षेत्र में अपना दावा करते रहे हैं इसी पर प्रभुत्व को लेकर झगड़े की जड़ बनी हुई है !
अमेरिकायाः चिनस्य च् मध्य ताइवानम् गृहित्वा पूर्व एके सप्ताहैव कलहम् बर्धितम् ! सम्प्रति बाइडन प्रशासनम् ताइवानस्य सहयोगाय अमेरिका ताइवान जलडमरूमध्ये एफ-१६ युद्धपोत अन्य बहु आधुनिक परमाणु अस्त्रै: युक्त व्यवस्थाम् प्रेषयतम् !
अमेरिका और चीन के बीच ताइवान को लेकर पिछले एक हफ्ते में ही टेंशन बढ़ चुकी है ! अब बाइडन प्रशासन ने ताइवान की मदद के लिए अमेरिका ने ताइवान जलडमरूमध्य में F-16 वारक्राफ्ट और कई आधुनिक मिसाइलों से लैस कैरियर को भेज दिया है !
यस्मात् इति सागरीय प्रान्तरे विशेषं कलहम् निर्मयन् ! तत्रैव हिंद-प्रशांत क्षेत्रे स्थित जयपानस्य लगभगम् १९०० किलोमीटर इत्यस्य सेनककुस प्रान्तरैपि चिन स्व दृढ़कथनं कथ्यति ! इदम् प्रांतम्मम सामरिक सैन्य दृष्टया च् बहु महत्वपूर्णमस्ति इति प्रकरणे अमेरिका जयपानेन सहाचल: !
जिससे इस समुद्री इलाके में खासा तनाव बना हुआ है ! वहीं हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति जापान के करीब 1900 किलोमीटर के सेनककुस इलाके पर भी चीन अपना दावा ठोकता है ! ये इलाका सामरिक और सैन्य दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है इस मामले पर अमेरिका जापान के साथ खड़ा है !