बांग्लादेशे हिंदवः विशेषरूपे हिंदू शिक्षकानां सततं भविताः हननाणां हिंदू महिलाभिः च् दुष्कर्मस्य घटनायाः विरोधे विगत सायं चटगांवे केचन नगरेषु च् हिंदू समुदायानि प्रदर्शनम् कृत्वा उद्घोषानि कृतवन्तः !
बांग्लादेश में हिंदुओं खासतौर पर हिंदू शिक्षकों की लगातार हो रही हत्याओं और हिंदू महिलाओं से दुष्कर्म की वारदात के विरोध में बीती शाम चटगांव और कुछ शहरों में हिंदू समुदाय ने प्रदर्शन कर नारेबाजी की !
प्रदर्शने सहस्राणि जनाः सम्मिलिता: ! एता: जनाः दोषिण: दंडितस्य याचनां कृताः ! स्थानीय वार्तापत्र हिंदू संगबदस्य अनुसारम् शाहबागम् पूर्ण देशस्य च् हिंदू संगठनानि शांतिपूर्ण प्रदर्शनम् कृत्वा नरैल साहापाड़ायां हिन्दुषु भविताः घातेषु विरोधम् व्यक्ता: !
प्रदर्शन में हजारों लोग शामिल हुए ! इन लोगों ने दोषियों को दंडित करने की मांग की ! स्थानीय अखबार हिंदू संगबद के अनुसार शाहबाग और पूरे देश के हिंदू संगठनों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर नरैल साहापाड़ा में हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर विरोध जताया !
यस्मात् पूर्वम् बांग्लादेशस्य राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोगम् साहापाड़ा हिंसायाः निंदन् कथितं स्म तत पंथनिरपेक्ष देशे इति प्रकारम् घटना: स्वीकारम् न कर्तुं शक्नुतं ! आयोगम् गृहमंत्रालयं आदिष्ट: तत स हिंसायाः घटनानां अन्वेषणम् क्रियेत् दोषिनां च् विरुद्धम् कार्यवाहिम् सुनिश्चितं क्रियेत् !
इससे पहले बांग्लादेश के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने साहापाड़ा हिंसा की निंदा करते हुए कहा था कि पंथनिरपेक्ष देश में इस तरह घटनाएं स्वीकार नहीं की जा सकतीं ! आयोग ने गृह मंत्रालय को आदेश दिया है कि वह हिंसा की घटनाओं की जांच कराए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करे !
उल्लेखनीयमस्ति तत १५ जुलैम् साहापाड़ायां उद्ग्रहीत्वा हिंदू समुदायस्य जनानां गृहम् दग्धितं स्म ! अद्यैव कश्चितापि घातकान् बंधनम् न कृतवान ! इदम् पूर्ण कलहम् एकस्य फेसबुक लेखस्यानंतरम् अभवत् ! स्थानीय जनानां आरोपमस्ति ततेदम् लेखं ग्रामस्य १८ वर्षाय विद्यालयस्य छात्र आकाश साहा कृतः स्म !
उल्लेखनीय है कि 15 जुलाई को साहापाड़ा में चुन-चुनकर हिंदू समुदाय के लोगों के घर जलाए गए थे ! अभी तक किसी भी हमलावर को गिरफ्तार नहीं किया गया है ! यह पूरा विवाद एक फेसबुक पोस्ट के बाद हुआ ! स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह पोस्ट गांव के 18 वर्षीय कॉलेज के छात्र आकाश साहा ने किया था !
यस्यानंतरम् एकस्य समुदायस्य प्रदर्शनकारिण: शुक्रवासरस्य नमाजस्यानंतरम् एकत्रिताः छात्रस्य च् बंधनस्य याचनां गृहीत्वा तस्य गृहस्य संमुखं प्रदर्शनं कृतवान ! हिंसायाः लक्ष्यं दीपाली रानी साह्या: कथनमस्ति तत तस्याः गृहस्य समस्त बहुमूल्याणि वस्तूनि लुंठिताः ! यस्यानंतरम् गृहे अग्नि प्रदत्ता: !
इसके बाद एक समुदाय के प्रदर्शनकारी जुमे की नमाज के बाद एकत्र हुए और छात्र की गिरफ्तारी की मांग को लेकर उसके घर के सामने प्रदर्शन किया ! हिंसा की शिकार दीपाली रानी साहा का कहना है कि उनके घर का सारा कीमती सामान लूट लिया गया ! इसके बाद घर में आग लगा दी !