नव कृषिविधेयकान् निरस्तस्य याचनां गृहीत्वा कृषक: दीर्घकाळात् इंद्रप्रस्थस्य सीमाषु प्रदर्शनम् कुर्वन्ति !
नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर किसान लंबे समय से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं !
एतानां विधेयकानां विरोधे अद्योत्तरप्रदेशस्य मुजफ्फरनगरे वृहद कृषकमहापंचायतस्यायोजनम् भवति यस्मिन् लक्षा: कृषका: प्राप्ता: !
इन्ही कानूनों के विरोध में आज उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में विशाल किसान महापंचायत का आयोजन हो रहा है जिसमें लाखों किसान पहुंचे हैं !
इति मध्य भाजपा सांसद: वरुण गांधी: कृषकाणाम् समर्थन कृतमानः कथित: तत तस्य पीड़ाम् अवबोधनस्यावश्यक्तामस्ति !
इस बीच भाजपा सांसद वरुण गांधी ने किसानों का समर्थन करते हुए कहा है कि उनका दर्द समझने की जरूरत है !
भाजपा सांसद वरुण गांधी: अलिखतद्य मुजफ्फरनगरे लक्षा: कृषका: प्रदर्शनायैकात्रिताः सन्ति ! ताः अस्माकं निजः सन्ति निजमेव रक्त: सन्ति !
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने लिखा आज मुजफ्फरनगर में लाखों किसान प्रदर्शन करने के लिए जुटे हैं ! वो हमारे अपने हैं और अपना ही खून हैं !
अस्माभिः तेभ्यः सह पुनः सम्मानपूर्ण रूपेण वार्तानि करणीयाः ! तेषां पीड़ामवबोधनीयः, तेषां दृष्टिकोणेन तेभ्यः सह कार्यकृतस्यावश्यकतामस्ति !
हमें उनके साथ दोबारा सम्मानजनक तरीके से बात करनी चाहिए ! उनके दर्द को समझना चाहिए, उनके नजरिए और उनके साथ काम करने की जरूरत है !
वरुण गांधिण: अयम् कथनमिदृशं काले आगतः यदा भाजपा पूर्णरूपेण कृषिविधेयकानां समर्थनं करोति ! वरुणस्य इति ट्वीतं भाजपा सुब्रमण्यम: पुनः ट्वीतं कृतः !
वरुण गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भाजपा पुरजोर तरीके से कृषि कानूनों का समर्थन कर रही है ! वरुण के इस ट्वीट को भाजपा सांसद सुब्रमण्यम रिट्वीट किया है !
वरुण गांधिण: इति ट्वीते भाजपा विधायक: विजेंद्र सिंह: अलिखत् क्षमाकरोतु वरुण महोदयः तु भवन्तं कृषकाणाम् देशविरोधिनां तत्वानां मध्य अंतरम् अवबोधनस्यावश्यकतामस्ति !
वरुण गांधी के इस ट्वीट पर भाजपा विधायक विजेंद्र सिंह ने लिखा माफ करना वरुण जी लेकिन आपको किसानों और देश विरोधी तत्वों के बीच अंतर को समझने की जरूरत है !
यद्यपि कृषकान् देशविरोधिन् ज्ञापिते तस्य यदा आलोचनामभवत् तर्हि विजेंद्र सिंह: ट्वीतं निर्वर्तितः !
हालांकि किसानों को देश विरोधी बताने पर उनकी जब आलोचना हुई तो विजेंद्र सिंह ने ट्वीट डिलीट कर दिया !
भारतीय किसान समूहस्य प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिकस्य अनुसारम्, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, कर्नाटक यथा विभिन्न राज्येषु प्रसृतानि ३०० कृषक संगठनानां कृषक: कार्यक्रम स्थले प्राप्ता: !
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक के अनुसार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे विभिन्न राज्यों में फैले 300 किसान संगठनों के किसान कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे हैं !
तत्र ५००० तः अधिकम् लंगर (भोजन स्थलम्) स्थापितानि ! संगठनानां ध्वजानि भिन्न-भिन्न वर्णस्य उष्णीषानि धारिता: कृषका: बसयानै:, लोकयानै: हलयन्त्रै: च् अत्र प्राप्ता: दृश्यमानः ! आयोजन स्थलस्यार्श्वपार्श्व बहु चिकित्सा शिविराणि अपि स्थापिता: !
जहां 5,000 से अधिक लंगर (भोजन स्टाल) लगाए गए हैं ! संगठनों के झंडे और अलग-अलग रंग की टोपी पहने किसान बसों, कारों और ट्रैक्टरों के जरिए यहां पहुंचते देखे गए ! आयोजन स्थल के आसपास कई चिकित्सा शिविर भी लगाए गए हैं !