पकिस्तानम् निर्मितं कांग्रेसशासने, बांग्लादेशं निर्मितं कांग्रेसशासने, ३७० इति आरंभितं कांग्रेसशासने, अल्पसंख्यकं विधेयकमागतं कांग्रेसशासने, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इति निर्मितं कांग्रेसशासने, अल्पसंख्यकं मंत्रालय: निर्मितं कांग्रेसशासने, अल्पसंख्यकं विश्वविद्यालयम् निर्मितं कांग्रेसशासने !
पाकिस्तान बना कांग्रेस शासन में, बांग्लादेश बना कांग्रेस शासन में, ३७० लागू हुआ कांग्रेस शासन में, अल्पसंख्यक बिल आया कांग्रेस शासन में, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड बना कांग्रेस शासन में, अल्पसंख्यक मंत्रालय बना कांग्रेस शासन में, अल्पसंख्यक विश्वविद्यालय बना कांग्रेस शासन में !
एतानि सर्वाणि कार्याणि कांग्रेसम् कृतं, केवलं मुस्लिमेभ्यः, ततापि यदा देशस्य विभाजनम् धार्मिक आधारे अभवत्, तर्हि किमिदम् तत्परता कांग्रेसस्य गजवा-ए-हिंदाय नासीत् !
ये सभी काम कांग्रेस ने किए, सिर्फ मुसलमानों के लिए, वो भी जब देश का बंटवारा धार्मिक आधार पर हुआ, तो क्या ये तैयारी कांग्रेस की गजवा- ए- हिन्द के लिए नही थी !
देशम् मूकवत् इस्लामिक देशनिर्माणस्य तत्परतासीत् कांग्रेसस्य हिंदून् च् दत्तं आरक्षणरूपीवाद्ययंत्रं केवलं परस्परं रणेभ्यः, कुत्रचित हिंदूसमाजम् सदैव परस्परं रणितुम् रमितानि कदापि च् गजवा-ए-हिन्द इतम् अवगम्यतुम् न शक्नुतानि !
देश को चुपचाप इस्लामिक देश बनाने की तैयारी थी कांग्रेस की और हिन्दुओं को दे दिया आरक्षण रूपी झुनझुना केवल आपस में लड़ाने के लिए, ताकि हिन्दू समाज सदा आपस में लड़ता रहे और कभी भी गजवा-ए-हिन्द को ना समझ पाए !
पूर्व प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई स्वपुस्तकं मेरा जीवन वृतांते पृष्ठ संख्या ४५६ इत्ये अलिखत् तत ज्ञातं न किं नेहरूम् हिंदू धर्मम् प्रति पूर्वाग्रहासीत् ? नेहरू हिंदून् द्वितीयस्थानस्य नागरिका: निर्माणाय हिंदू कोड बिल इत्यानयस्य वृहद प्रयत्नम् कृतः स्म !
पूर्व प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई ने अपनी किताब मेरा जीवन वृतांत में पृष्ठ संख्या 456 पर लिखा है कि पता नही क्यों नेहरु को हिन्दू धर्म के प्रति एक पूर्वाग्रह था ? नेहरु ने हिन्दुओं को दोयम नागरिक बनाने के लिए हिन्दू कोड बिल लाने की बड़ी कोशिश की थी !
तु सरदार पटेल: नेहरुम् चेतमानः कथित: स्म, यदि मम जीवितैव भवान् हिन्दू कोड बिल यं प्रत्ये विचारित: तर्हि अहम् कांग्रेसतः त्यागपत्रम् दास्यामि इति विधेयकस्य च् विरुद्धम् मार्गेषु हिंदून् गृहीत्वा अवतरिष्यामि !
लेकिन सरदार पटेल ने नेहरु को चेतावनी देते हुए कहा था, यदि मेरे जीते जी आपने हिन्दू कोड बिल के बारे में सोचा तो मैं कांग्रेस से इस्तीफा दे दूंगा और इस बिल के खिलाफ सड़कों पर हिन्दुओं को लेकर उतर जाऊँगा !
ततपुनः किमासीत् पटेलस्य भर्तस्कस्य प्रभावम् अभवत् सः च् नेहरो: उपरि भारम् भारिते सफलं अभवत्, नेहरू भीतः जात:, सः च् सरदार पटेल महाशयस्य निधनस्यानंतरम् हिन्दू कोड बिल इति संसदे पारित: स्म !
फिर क्या था पटेल की धमकी का असर हुआ और वह नेहरू के ऊपर दबाव बनाने में कामयाब हो गए, नेहरु डर गये, और उन्होंने सरदार पटेल जी के देहांत के बाद हिन्दू कोड बिल संसद में पास किया था !
इति विधेयके चर्चायाः काळमाचार्य जेबी कृपलानी नेहरुम् जातिवादिन् मुस्लिम परस्तं च् कथित: स्म ! सः कथित: स्म, भवान् हिंदून् कैतवानि दत्तुमिव यज्ञोपवीतम् धारितमसि !
इस बिल पर चर्चा के दौरान आचार्य जेबी कृपलानी ने नेहरु को कौमवादी और मुस्लिम परस्त कहा था ! उन्होंने कहा था, आप हिन्दुओं को धोखा देने के लिए ही जनेऊ पहनते हो !
अन्यथा भवति: हिन्दुवादिन: कश्चित वार्ता नास्ति यदि भवान् सत्ये धर्मनिरपेक्षम् भवित: तर्हि हिंदू कोड बिल इतस्यातिरिक्तं सर्वेभ्यः धर्मेभ्यः कामन कोड बिल इति आनीत: ? इदम् कांग्रेसस्य सत्यताम् अस्ति, यस्यातिरिक्तमन्य बहूनि सत्यतामस्ति, यान् ज्ञापितुम् शक्नोति !
वरना आपमें हिन्दुओ वाली कोई बात नहीं है यदि आप सच में धर्म निरपेक्ष होते तो हिन्दू कोड बिल के बजाय सभी धर्मो के लिए कामन कोड बिल लाते ? यह कांग्रेस की सच्चाई है, इसके अलावा और बहुत सी सच्चाई है, जिसको बताया जा सकता है !