36.1 C
New Delhi

किं भवन्तः इदृशा कश्चितैव महिलाम् प्रत्ये ज्ञायन्ति, या भारतम् हिंदुत्वम् प्रति बहु केचन दत्ता ! क्या आप ऐसी किसी महिला के बारे में जानते हैं, जिसने भारत को हिंदुत्व के प्रति बहुत कुछ दिया !

Date:

Share post:

फोटो रानी रासमणि, साभार गूगल

आगच्छन्तु ज्ञायन्ति तां महिलाम् प्रत्ये या हिंदुत्वम् बहु केचन दत्ता, तु दुःखद धर्मनिरपेक्षता यत् हिंदून् तां महिलाम् प्रत्ये ज्ञातुमिव न दत्तानीदम् कांग्रेसी जनानां इव कृत्य माननीयं !

आइए जानते है उस महिला के बारे में जिसने हिंदुत्व को बहुत कुछ दिया, परन्तु हाय रे सेकलुरिज्म जिसने हिंदुओं को उस महिला के बारे में जानने ही नहीं दिया यह कांग्रेसी लोगों का ही कृत्य मानना चाहिए !

या हावड़ायां गंगायां सेतु निर्मित्वा कलिकाता नगर वासिता, या आंग्लकान् न तर्हि नद्याम् करनीतुम् दत्ता नैव च् दुर्गा पूजायाः यात्रामवरोधितुम् दत्ता, या कलिकातायां दक्षिणेश्वर मंदिरम् निर्मिता !

जिसने हावड़ा में गंगा पर पुल बनाकर कलकत्ता शहर बसाया, जिसने अंग्रेजों को ना तो नदी पर टैक्स वसूलने दिया और ना ही दुर्गा पूजा की यात्रा को रोकने दिया, जिसने कलकत्ता में दक्षिणेश्वर मंदिर बनवाया !

या कलिकातायां गंगा नद्याम् बाबू घाट, नीमतला घाट निर्मिता, या श्रीनगरे शंकराचार्य मंदिरस्य पुनरोद्धार कारिता, या मथुरायां कृष्ण जन्मभूम्या: कुड्य: निर्मिता !

जिसने कलकत्ता में गंगा नदी पर बाबू घाट, नीमतला घाट बनवाया, जिसने श्रीनगर में शंकराचार्य मंदिर का पुनरोद्धार करवाया, जिसने मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि की दीवार बनवाई !

या ढाकायां मुस्लिम नवाबेण २००० हिंदूनां स्वतंत्रता क्रीता, या रामेश्वरात् श्रीलंकायाः मन्दिरेभ्यः नौका सेवामारंभिता, या कलिकातायाः कंदुकक्रीड़ा क्षेत्रम् येन दानम् दत्तं भूम्यां निर्मिता !

जिसने ढाका में मुस्लिम नवाब से 2000 हिंदुओं की स्वतंत्रता खरीदी, जिसने रामेश्वरम से श्रीलंका के मंदिरों के लिए नौका सेवा शुरू किया, जिसने कलकत्ता का क्रिकेट स्टेडियम इनके द्वारा दान दी गई भूमि पर बना है !

या सुवर्ण रेखा नदीतः पूरी एव मार्गम् निर्मिता, या प्रेसिडेंसी विद्यालयाय नेशनल पुस्तकालयाय च् धनं दत्ता, तां रानिं प्रत्ये वयं ज्ञातैव न, बहु इव हास्यास्पदं अस्ति तत वयं तां प्रत्ये न ज्ञायन्ति या हिन्दुभ्यः सर्वम् कृता !

जिसने सुवर्ण रेखा नदी से पुरी तक सड़क बनाया, जिसने प्रेसिडेंसी कॉलेज और नेशनल लाइब्रेरी के लिए धन दिया, उस रानी के बारे में हम जानते ही नही, बहुत ही हास्यास्पद है कि हम उसके बारे में नहीं जानते जिसने हिंदुओं के लिए सब कुछ किया !

किं इति महान महिलाम् नेहरू, मौलवी, पादरी, वामिन: भवताम् पाठ्यक्रमे सम्मिलिता: ? मया पूर्ण विश्वासमस्ति तत ९९ प्रतिशतम् भारतीय: इति महिलाम् न ज्ञातुं भविष्यन्ति ! सम्भवतः वयं अधुनैव ज्ञेयस्य प्रयत्नमपि न कृता: !

क्या इस महान हस्ती को नेहरू, मौलवी, पादरी, वमियों ने आपके सिलेबस में शामिल किया ? मुझे पूरा विश्वास है कि 99% भारतीय इस महिला को नहीं जानते होंगे ! शायद हम लोगों ने अब तक जानने की कोशिश भी नहीं की !

आगच्छन्तु वयं भवतः ज्ञापयन्ति तां रान्या:, इति महान महिलायाः नामास्ति रानी रासमणि ! इयम् कलिकातायाः भूस्वामिण: विधवासीत् ! १७९३ तः १८६३ एवस्य जीवनकाले रानी इयत् कीर्ति अर्जिता तत यस्याः वृहद वृहद प्रतिमा: इंद्रप्रस्थे शेष भारते च् स्थापनीया !

आइए हम आपको बताते है उस रानी का, इन महान हस्ती का नाम है रानी रासमणि ! ये कलकत्ता के जमींदार की विधवा थी ! 1793 से 1863 तक के जीवन काल में रानी ने इतना यश कमाया है कि इनकी बड़ी बड़ी प्रतिमाऐं दिल्ली और शेष भारत में लगनी चाहिए थी !

रानी रासमणि कैवर्त जात्या: आसीत् यत् अद्यत्वे अनुसूचित जात्यां सम्मिलिता: सन्ति ! भारतस्य कांगिनः, वामिन:, रोमस्य चाटुकारा: इतिहासकारा: रानी रासमणिमपेक्षितं सम्मानम् किं न दत्तानीदम् अवगम्यतुमागच्छति !

रानी रासमणि कैवर्त जाति की थी जो आजकल अनुसूचित जाति में शामिल है ! भारत के कांगियों, वामियों, रोम के चाटुकार इतिहासकारों ने रानी रासमणि को अपेक्षित सम्मान क्यों नहीं दिया यह तो समझ आता है !

तु देशस्य दलित नेतारः रानी रासमणिम् नायिका किं न मानिता: इदम् अवगम्यतुम् भिन्नमस्ति ! बहु वंचनायां धृतं भो कांगिन:, अकर्मण्य वामिन:, विश्वासघातिन: सनातनिनां रूपमेव संपादिते कश्चित स्थानम् नावशेषितं !

किंतु देश के दलित नेताओं ने रानी रासमणि को नायिका क्यों नहीं बनाया यह समझ के परे है ! बहुत धोखे में रखा रे कांगियो, नालायक वामियों, दगाबाजो ने सनातनियों के रूप को ही समाप्त करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी !

अद्य समस्त हिंदूनां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदिणा याचनां अस्ति, तत भारतीय हिंदून् राष्ट्रप्रेमी: तस्य वास्तविक इतिहासेणावगत कारयन्तु, कदैव पाठितुं रमिष्यति तत अकबर इति महानास्ति, कदा तर्हि पाठिष्यति तत इदृशा: जनाः महान सन्ति ! यै: सनातन धर्मम् उत्कृष्ट रूपम् दत्ता: !

आज समस्त हिंदुओं की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग है, कि भारतीय हिंदुओं राष्ट्रप्रेमियों को उनके वास्तविक इतिहास से अवगत कराया जाय, कब तक पढ़वाते रहोगे कि अकबर महान है, कभी तो पढ़वाओगे कि ऐसे लोग महान हैं ! जिन्होंने सनातन धर्म को उत्कृष्ट रूप दिया !

2 COMMENTS

  1. महोदय, प्रणाम, मुझे संस्कृत तो नही आती है क्योंकि इसकी पढ़ाई आठवी से दसवीं तक ही की थी I फिर भी संस्कृत देखकर ही अच्छी लगती है I Trunicale बहुत अच्छा समाचार पत्र है I इस पत्र के निरंतर उन्नति/प्रगति की सदैव कामना रहेगी I सादर I

    मनोज कुमार सिंह, रिहंद नगर, सोनभद्र (उत्तर प्रदेश)

Leave a Reply to Arun Shukla Cancel reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_img

Related articles

नेहा उपरि ३० सेकेण्ड्-मध्ये १४ प्रावश्यं प्रहारिता, कण्ठस्य शिराः अकर्तयत् ! नेहा पर 30 सेकेंड में 14 बार चाकू से वार, काट डाली गले...

कर्णाटकस्य हुब्ली-नगरे फयाज इत्यनेन नेहा हीरेमठ्-इत्यस्याः छुरिकाघातेन अहनत् ! नेहा प्रकाश्यदिवसे क्रूरतया मारिता आसीत्! अधुना अस्मिन् प्रकरणे नेहा-वर्यस्य...

कांग्रेसस्य दृष्टि भ्रष्टाचारे-पीएम नरेंद्र मोदिन् ! कांग्रेस का ध्यान भ्रष्टाचार पर-पीएम नरेंद्र मोदी !

प्रधानमन्त्री नरेन्द्रमोदी कर्णाटकस्य बेङ्गळूरुनगरे जनसभां सम्बोधयति ! नादप्रभु केम्पेगौडा वर्यः बेङ्गलूरुनगरं महत् नगरं कर्तुं स्वप्नम् अपश्यत्, परन्तु काङ्ग्रेस्-सर्वकारः...

कन्हैया लाल तेली इत्यस्य किं ?:-सर्वोच्च न्यायालयम् ! कन्हैया लाल तेली का क्या ?:-सर्वोच्च न्यायालय !

भवतम् जून २०२२ तमस्य घटना स्मरणम् भविष्यति, यदा राजस्थानस्योदयपुरे इस्लामी कट्टरपंथिनः सौचिक: कन्हैया लाल तेली इत्यस्य शिरोच्छेदमकुर्वन् !...

१५ वर्षीया दलित अवयस्काया सह त्रीणि दिवसानि एवाकरोत् सामूहिक दुष्कर्म, पुनः इस्लामे धर्मांतरणम् बलात् च् पाणिग्रहण ! 15 साल की दलित नाबालिग के साथ...

उत्तर प्रदेशस्य ब्रह्मऋषि नगरे मुस्लिम समुदायस्य केचन युवका: एकायाः अवयस्का बालिकाया: अपहरणम् कृत्वा तया बंधने अकरोत् त्रीणि दिवसानि...