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पीओके, पकिस्तानं, श्रीलंका सर्वाणि नयतु येन च् १५ वर्षेषु न १५ दिवसेषु करोतु, अखंडभारते राउतस्य कथनम् ! पीओके, पाकिस्तान, श्रीलंका सब ले लीजिए और इसे 15 साल में नहीं 15 दिन में करिए, अखंड भारत पर राउत का बयान !

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शिवसेना नेता संजय राउत: अखंडभारते संघ प्रमुखस्य कथने प्रतिक्रियादत्तमस्ति ! राउत: कथित: तत कश्चिताखंड हिंदुस्तानस्य वार्ताम् करोति तर्हि तेन सर्वात् प्रथम पीओके भारतेन संलग्नितुं भविष्यति पुनः यत् पकिस्तानस्य विभाजनमभवत् स्म तेनापि भारतेन संलग्नितुं भविष्यति !

शिवसेना नेता संजय राउत ने अखंड भारत पर संघ प्रमुख के बयान पर प्रतिक्रिया दी है ! राउत ने कहा है कि कोई अखंड हिंदुस्तान की बात करता है तो उन्हें सबसे पहले PoK को भारत से जोड़ना पड़ेगा फिर जो पाकिस्तान का विभाजन हुआ था उसे भी भारत से जोड़ना पड़ेगा !

संजय राउत: कथित: प्रथम यत्रापि भारतस्य सीमा: भवितुं रमति स्म तेनापि संलग्नयतु, श्रीलंकामपि संलग्नयतु पुनः च् एकः महासत्ता निर्मयतु भवतम् कश्चित नावरोधित: ! तु तस्मात् पूर्व कश्मीरी पंडितानां पुनः गृहागमनम् कारयतु यदि च् भवान् इदम् कृते तर्हि वयं भवतः समर्थनमवश्यम् करिष्याम: !

संजय राउत ने कहा पहले जहां भी भारत की सीमाएं हुआ करती थी उसे भी जोड़िए, श्रीलंका को भी जोड़िए और फिर एक महा सत्ता बना लीजिए आपको किसी ने नहीं रोका ! लेकिन उससे पहले कश्मीरी पंडितों की घर वापसी करवा दीजिए और अगर आप ये कर लेते हैं तो हम आपका समर्थन ज़रूर करेंगे !

संजय राउत: अत्रैव न विरमित: सः वीर सावरकरम् भारतरत्न दत्तस्य याचनाकृतनग्रम् कथित:, भवान् अखंड भारत निर्मयतु तु १५ वर्षाणां न १५ दिवसानां दृढ़कथनम् करोतु अखंड हिन्दुस्तानम् च् निर्मयतु ! अखंड हिन्दुस्तानस्य स्वप्न कः न दर्शयति !

संजय राउत यहीं नहीं रूके उन्होंने वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग करते हुए आगे कहा, आप अखंड भारत बना लीजिए लेकिन 15 साल का नहीं 15 दिन का वादा कीजिए और अखंड हिंदुस्तान बनाईए ! अखंड हिंदुस्तान का सपना कौन नहीं देखता है !

वीर सावरकर:, बाला साहेब ठाकरे इत्या: इदम् स्वप्नं आसीत् तर्हि सर्वात् प्रथम भवान् वीर सावरकरम् भारतरत्न ददातु ! मोहन भागवतस्य अखंडभारतं गृहीत्वा दत्त: कथनम् पुनः चर्चायां अभवत् ! मोहन भागवत: कथित: तताग्रिम १५ वर्षेषु देशम् अखंड भारतं भविष्यति !

वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे का ये सपना था तो सबसे पहले आप वीर सावरकर को भारत रत्न दीजिए ! मोहन भागवत का अखंड भारत को लेकर दिया बयान फिर से चर्चा में बना हुआ है ! मोहन भागवत ने कहा है कि अगले 15 सालों में देश अखंड भारत होगा !

संघ प्रमुख मोहन भागवत: कथितमासीत् तत याः तथाकथितजनाः सनातनधर्मस्य विरोधम् कुर्वन्ति, तस्यापि तस्मिन् सहाय्यमस्ति ! सः कथित: तत यदि इदृशा: जनाः विरोधम् न कृतवन्तः तर्हि हिंदू जागृत: न, कुत्रचित् सः तर्हि सुप्तं रमितं !

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि जो तथाकथित लोग सनातन धर्म का विरोध करते हैं, उनका भी उसमें सहयोग है ! उन्होंने कहा कि अगर ऐसे लोग विरोध न करते तो हिंदू जागता नहीं, क्योंकि वह तो सोया रहता !

मोहन भागवत: कथित: तत भारत उत्थिष्यति तर्हि धर्मस्य माध्यमेण इव उत्थिष्यति ! भागवत: कथित: तत धर्मस्य प्रयोजनम्, भारतस्य प्रयोजनमस्ति, धर्मस्योत्थानाय प्रयासम् भविष्यति तर्हि इव भारतस्योत्थानम् भविष्यति ! येनावरोधका: निर्वर्तिष्यन्ति, संपादिष्यन्ति !

मोहन भागवत ने कहा कि भारत उठेगा तो धर्म के माध्यम से ही उठेगा ! भागवत ने कहा कि धर्म का प्रयोजन, भारत का प्रयोजन है, धर्म के उत्थान के लिए प्रयास होगा तो ही भारत का उत्थान होगा ! इसे रोकने वाले हट जाएंगे, मिट जाएंगे !

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