24.1 C
New Delhi

यदि प्राणवायु स्तरं न्यूनमसि तदा भीत: न, प्रोन पोजिशन तः लब्धिष्यति सहाय्य ! अगर आक्सीजन स्तर कम हो तो डरे नहीं, प्रोन पोजिशन से मिलेगी मदद !

Date:

Share post:

भारतेदानीं कालम् कोरोनायाः द्वितीय प्रहारस्य समाघातम् करोति ! देशस्य भिन्न भिन्न नगरेषु चिकित्सालय स्वयं प्राणवायु सिलेंडर इत्यस्य न्यूनतायाः समाघातम् कुर्वन्ति तदा रुग्णानां स्वांस इत्यवरोधितानि !

भारत इस समय कोरोना के दूसरे लहर का सामना कर रहा है ! देश के अलग अलग शहरों में अस्पताल खुद ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी का सामना कर रहे हैं तो मरीजों की सांस उखड़ी पड़ी है !

वस्तुतः यत् रुग्णानां प्राणवायो: स्तरम् ८० तः न्यूनम् सन्ति तेन प्राणवायो: अत्यावश्यकताम् अस्ति ! एतानां सर्वानां मध्य यदि भवतः प्राण वायो: स्तरम् ९० तः ९४ इत्यस्य मध्यास्ति तदा भवान् गृहैव केचन विशेषं व्यायामेण प्राणवायो: स्तरम् सुव्यवस्थितं कर्तुम् शक्नोन्ति !

दरअसल जिन मरीजों का ऑक्सीजन का स्तर 80 से नीचे हैं उन्हें आक्सीजन की सख्त दरकरार है ! इन सबके बीच अगर आपका आक्सीजन का स्तर 90 से 94 के बीच है तो आप घर पर ही कुछ खास व्यायाम के जरिए ऑक्सीजन लेवल को मेंटेन कर सकते हैं !

अत्रे वयं प्रोनिंग पोजिशन इतम् प्रत्ये बदिष्यामः यस्य सहाय्येन भवान् प्राणवायो: स्तरम् सुव्यवस्थितं कर्तुम् शक्नोन्ति ! प्रोन पोजिशन इत्ये कश्चितापि जनः उदरं प्रति विश्रामितुम् शक्नोति !

यहां पर हम प्रोनिंग पोजिशन के बारे में बताएंगे जिसकी मदद से आप ऑक्सीजन के स्तर को मेंटेन कर सकते हैं ! प्रोन पोजिशन में कोई भी शख्स पेट के बल लेट सकता है !

[mashshare]

उदरं प्रति विश्रामे कालेन तेन एकमोपधानम् मस्तकस्य उपरि, द्वे उपधाने वक्षस्यतले एकम् उपधानम् जानो: पार्श्व भवनीयम् ! अस्यानंतरम् तीव्र स्वांसम् ग्रहणीयम् !

पेट के बल लेटते समय से उसे एक तकिया माथे के ऊपर , दो तकिया चेस्ट के नीचे और एक तकिया घुटने के पास होना चाहिए ! इसके बाद तेज सांस लेना चाहिए !

यस्मात् इदम् लाभम् भवति तत फुफ्फुसे पर्याप्त मात्रायाम् प्राणवायो: प्राप्यति वदने च् प्राणवायो: स्तरम् सुव्यवस्थितं भव्यते ! इदृशं कृते कश्चितापि जनान् प्राणवायू हेतु त्वरित चिकित्सालयस्य सिलेंडर इत्यस्य च् आवश्यकतां न भवति !

इससे फायदा यह होता है कि फेफड़े में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन पहुंचती है और शरीर में आक्सीजन का स्तर मेंटेन हो जाता है ! ऐसा करने पर किसी भी शख्स को ऑक्सीजन के लिए तुरंत अस्पताल या सिलेंडर की जरूरत नहीं होती है !

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_img

Related articles

कन्हैया लाल तेली इत्यस्य किं ?:-सर्वोच्च न्यायालयम् ! कन्हैया लाल तेली का क्या ?:-सर्वोच्च न्यायालय !

भवतम् जून २०२२ तमस्य घटना स्मरणम् भविष्यति, यदा राजस्थानस्योदयपुरे इस्लामी कट्टरपंथिनः सौचिक: कन्हैया लाल तेली इत्यस्य शिरोच्छेदमकुर्वन् !...

१५ वर्षीया दलित अवयस्काया सह त्रीणि दिवसानि एवाकरोत् सामूहिक दुष्कर्म, पुनः इस्लामे धर्मांतरणम् बलात् च् पाणिग्रहण ! 15 साल की दलित नाबालिग के साथ...

उत्तर प्रदेशस्य ब्रह्मऋषि नगरे मुस्लिम समुदायस्य केचन युवका: एकायाः अवयस्का बालिकाया: अपहरणम् कृत्वा तया बंधने अकरोत् त्रीणि दिवसानि...

यै: मया मातु: अंतिम संस्कारे गन्तुं न अददु:, तै: अस्माभिः निरंकुश: कथयन्ति-राजनाथ सिंह: ! जिन्होंने मुझे माँ के अंतिम संस्कार में जाने नहीं दिया,...

रक्षामंत्री राजनाथ सिंहस्य मातु: निधन ब्रेन हेमरेजतः अभवत् स्म, तु तेन अंतिम संस्कारे गमनस्याज्ञा नाददात् स्म ! यस्योल्लेख...

धर्मनगरी अयोध्यायां मादकपदार्थस्य वाणिज्यस्य कुचक्रम् ! धर्मनगरी अयोध्या में नशे के कारोबार की साजिश !

उत्तरप्रदेशस्यायोध्यायां आरक्षकः मद्यपदार्थस्य वाणिज्यकृतस्यारोपे एकाम् मुस्लिम महिलाम् बंधनमकरोत् ! आरोप्या: महिलायाः नाम परवीन बानो या बुर्का धारित्वा स्मैक...