कोरोनायाः कालमपि उत्तरप्रदेशस्य राजनित्या: राजनैतिकोष्णता बर्धितमस्ति ! भाजपायां सर्वकारे संगठने च् परिवर्तनस्य चर्चाम् तीव्रता ग्रहणति तु प्रदेशाध्यक्ष: स्वतंत्र देव: प्रभारी राधा मोहन सिंह: च् समस्त परिकल्पनान् मूलेन निरस्तौ !
कोरोना के दौरान भी उत्तर प्रदेश की राजनीति का सियासी तापमान चढ़ा हुआ है ! भाजपा में सरकार और संगठन में फेरबदल की चर्चा जोर पकड़ रही थी लेकिन प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव और प्रभारी राधामोहन सिंह ने सारे कयासों को सिरे से नकार दिया है !
दलस्य सूत्र ज्ञापयन्ति तत अधुनैव कश्चितापि स्तरे मुख्यमंत्री मुखे परिवर्तनम् गृहित्वा नैव चर्चामभवत् नैव च् अस्य कश्चित संभावनामस्ति अधुना निर्वाचनस्य केवलं केचन मासानि शेषितं इदृशेषुदलम् सर्वकारेसंगठने च्वृहद परिवर्तनस्य कश्चित कृच्छ्रम् न नीतुम् शक्नोति !
पार्टी के सूत्र बताते हैं कि अब तक किसी भी स्तर पर मुख्यमंत्री चेहरे में बदलाव को लेकर न तो चर्चा हुई है और न ही इसकी कोई संभावना है अब चुनाव के महज कुछ माह बचे हैं ऐसे में पार्टी सरकार और संगठन में बड़ा फेरबदल का कोई जोखिम नहीं ले सकती है !
प्रदेशाध्यक्ष: दलस्य वर्चुअल गोष्ठिषु अपि दलगत पदाधिकारिन् सततं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथस्य नेतृत्वे इव निर्वाचने गमनस्य वार्ता कश्चितापि प्रकारस्य भ्रमे न रमस्य वा निर्देशमपि ददान्ति !
प्रदेश अध्यक्ष पार्टी की वर्चुअल बैठकों में भी पार्टी पदाधिकारियों को लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही चुनाव में जाने की बात व किसी भी प्रकार के भ्रम में न रहने की हिदायत भी दे रहे हैं !
विगत १५ दिवसात् चरितं राजनैतिक रणस्य मध्य सततं चरितं परिकल्पनायाः अधुना समापनस्याशामस्ति ! कोविद संगठने सर्वकारे वा कश्चितापि परिवर्तनम् न कृताय राजनैतिक तर्कमपि ददान्ति !
पिछले 15 दिन से जारी सियासी घमासान के बीच लगातार चल रही कयासबाजी के अब खत्म होने की उम्मीद है ! जानकार संगठन व सरकार में किसी भी बदलाव को नकारने के लिए सियासी तर्क भी दे रहे हैं !
भाजपा बहु अर्थेषु पंचायती व्यवस्थाम् दलमस्ति, इदृशेषु मंत्रिमंडले कश्चितापि परिवर्तनस्य प्रभावम् संगठने द्वयेषु मंत्रिषु भवितं स्वाभाविकमस्ति ! केवलं रिक्त पदान् पूर्णेन कार्यम् न चरिष्यति !
भाजपा कई मायनों में पंचायती व्यवस्था वाली पार्टी है, ऐसे में मंत्रिमंडल में किसी भी बदलाव का असर संगठन व दूसरे मंत्रियों पर पड़ना स्वाभाविक है ! केवल खाली पदों को भरने से काम नहीं चलेगा !
अत्र समायोजनस्य व्यवस्थाम् वृहदार्थम् धृतम् ! येन निर्वर्तष्यते तस्योचित समायोजने अपि ध्यानं रमिष्यति ! सामाजिकं जातिगतं च् गणितस्य ध्यानम् धृतस्य कारणं इति कालम् इदृशं समन्वय कृतं कष्टकरः भविष्यति यदा निर्वाचनम् शिरैसि !
यहां समायोजन की व्यवस्था बड़ा मायने रखती है ! जिसे हटाएंगे उसके उचित समायोजन पर भी ध्यान रहेगा ! सामाजिक और जातिगत गणित का ध्यान रखने के चलते इस समय ऐसा समन्वय बिठा पाना कठिन होगा जब चुनाव सर पर हों !
राजनैतिक विदानामनुमानमस्ति तत मंत्रिमंडले परिवर्तनेण राजनैतिक क्षत्या: अनुमानमस्ति ! मुख्यमंत्रिण: उपरि कश्चितापि प्रकारस्यापवाद: नास्ति ! इदृशेषु कश्चितमपि निर्वर्तेण जनेषु अनुचित सन्देश गमनस्यानुमानमस्ति !
सियासी पंडितों का अनुमान है कि मंत्रिमंडल में बदलाव से सियासी नुकसान का अंदेशा है ! मुख्यमंत्री के ऊपर किसी भी प्रकार का दाग नहीं है ! ऐसे में किसी को भी हटाये जाने से जनता में गलत संदेश जाने का अंदेशा है !
निर्वाचनैपि कालम् न्यूनमवशेषमस्ति इदृशेषु परिवर्तनमभवत् तदापि तस्य राजनैतिक संदेश स्वच्छ रूपे न प्राप्यिष्यति, यस्मात् केवलं भ्रमस्य स्थितिम् इव रमिष्यति, यत् नैव मुख्यमंत्रिण: छवयैपितु संगठनायापि क्षतिमेव सिद्धम् भविष्यति !
चुनाव में भी समय कम बचा है ऐसे में बदलाव हुआ तो भी उसका सियासी संदेश साफ तौर पर नहीं पहुंचेगा, जिससे केवल भ्रम की स्थिति ही रहेगी, जो न ही मुख्यमंत्री की छवि के लिए बल्कि संगठन के लिए भी नुकसानदायक ही साबित होगा !
इदृशेषु दलम् सर्वकार: वा कश्चितापि संकटम् नीतेन परिवर्जयिष्यते इव ! उत्तरप्रदेश जातिगतं आधारे बहु जटिलतायां प्रदेशमस्ति इदृशेषु केवलं योग्यता, कश्चितस्य बहु निकषा भवतैव मंत्रिमंडले सर्वकारे वा समायोजनस्य परीक्षणम् भवितुम् न शक्नुतं !
ऐसे में पार्टी या सरकार किसी भी रिस्क को लेने से बचेगी ही ! यूपी जातिगत आधार पर काफी जटिलता वाला प्रदेश है ऐसे में केवल योग्यता, किसी का बहुत करीबी होना ही मंत्रिमंडल या सरकार में एडजस्ट होने की कसौटी नहीं हो सकता !
सामाजिकं-जातिगतं समीकरणानां बहु अर्थम् सन्ति ! उदाहरणस्य रूपे अरविंद कुमार शर्माम् इव ग्रहणन्तु, तेन अनुभवं भवितुम् शक्नोति तु जातिगतमाधारे ते मंत्रिमंडले तत्क्षण समायोजितं भवन्तु इदृशं संभवम् नास्ति !
सामाजिक-जातिगत समीकरणों के बहुत मायने हैं ! उदाहरण के तौर पर अरविंद कुमार शर्मा को ही ले लें, उन्हें अनुभव हो सकता है लेकिन जातिगत आधार पर वे मंत्रिमंडल में तत्काल फिट हो जाएं ऐसा संभव नहीं है !
तस्य भूमिहार जात्या: द्वयो नेतारौ सूर्य प्रताप शाही: उपेंद्र तिवारी: सर्वकारे मंत्रिणौ स्तः यथांशस्य च् कारणेन तृतीय भूमिहारस्य स्थानम् अद्यापि सरलं नास्ति ! केवलंभारस्य राजनित्या: अंतिम प्रयत्नस्य रूपैव दृश्यन्ति !
उन्हीं की भूमिहार जाति के दो नेता सूर्य प्रताप शाही व उपेंद्र तिवारी सरकार में मंत्री हैं और कोटे के लिहाज से तीसरे भूमिहार की जगह अभी मुश्किल है ! केवल दबाव की राजनीति की आखिरी कोशिश के तौर पर ही देखते हैं !
तस्यानुरूपम् कारणं इदृशं कृतेन समायोजनेन पराजितं केचन नेतृणाम् साधु दिवसमागतुम् शक्नोन्ति ! तान् प्रत्येन इदम् दुष्प्रचार चालितं ! एतानि सर्वाणि वार्तानामोपरांतं सर्वकार: संगठनं वा साम्प्रतं कश्चित संकटम् नीतस्य इच्छायामपि न दृश्यते !
उनके मुताबिक चलते ऐसा करने से समायोजन से हार गए कुछ नेताओं के अच्छे दिन आ सकते हैं ! उन्हीं की ओर से यह प्रोपोगेंडा चलाया गया ! इन सब बातों के बावजूद सरकार या संगठन फिलहाल कोई रिस्क लेने के मूड में भी नहीं दिखाई दे रहा है !
स्वयं प्रदेशाध्यक्ष: अधुना स्पष्टं बदन्ति, प्रभारी राधा मोहन सिंह: अपि मंत्रिमंडलस्य वार्ताम् मुख्यमंत्री योगिण: विशेषाधिकारं बद्यते ! अर्थम् स्पष्टरूपे निर्मितं वातावरणं शान्तं धृतस्य अनुमानं क्रियते !
खुद प्रदेश अध्यक्ष अब खुलकर बोल रहे हैं, प्रभारी राधा मोहन सिंह भी मंत्रिमंडल की बात को मुख्यमंत्री योगी का विशेषाधिकार बता रहे हैं ! मतलब साफ तौर पर बने माहौल को शांत रखने की कवायद की जा रही है !
भाजपाम् बहु निकषाया दर्शक: विश्लेषक: पीएन द्विवेदी कथ्यति यदा निर्वाचनम् केचन मासानि अवशेषितं ! इदृशं दलम् उत्तर प्रदेशस्य शीर्ष नेतृत्वे परिवर्तनम् कृतस्य कृच्छ्रम् न नीष्यते !
भाजपा को बहुत करीब से देखने वाले विश्लेषक पीएन द्विवेदी कहते हैं जब चुनाव को कुछ माह बचे हैं ! ऐसे पार्टी यूपी के शीर्ष नेतृत्व में बदलाव करने का जोखिम नहीं लेगी !
जातिगतं अन्य द्वितीय समीकरणानाम् कारणेन मंत्रिमंडले संगठने वा लघु लघु परिवर्तनम् अवश्यमेव कुर्वन्तु ! तु मुख्यमंत्री प्रदेशाध्यक्ष: च् स्तरे परिवर्तनस्य कदापि आशाम् न सन्ति !
जातिगत और दूसरे समीकरणों के लिहाज से मंत्रिमंडल या संगठन में छोटे मोटे बदलाव भले ही कर दें ! लेकिन मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष लेवल पर बदलाव के बिल्कुल भी आसार नहीं हैं !