केवल प्रतीक चित्र
श्वार्थतः १० मार्चम् उत्तर प्रदेशेण सह पंच राज्यानां निर्वाचनी परिणामागतमस्ति, तु तस्मात् पूर्वमेव ईवीएम इतम् गृहीत्वा प्रश्नमुत्थितुं आरंभितं ! निर्वाचनस्य काळम् काले-काले विपक्षिण: दलानि निर्वाचनायोगस्य भूमिकायामपि प्रश्नमुत्थितानि !
कल यानी 10 मार्च को उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों के चुनावी नतीजे आने वाले हैं, लेकिन उससे पहले ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर सवाल उठने लगे हैं ! चुनाव के दौरान समय-समय पर विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाए !
अस्यैव विषयम् गृहीत्वा मीडिया मुख्यनिर्वाचनायुक्त: सुशील चंद्राया विशेषवार्तालापम् कृतं ! तेन पृच्छत: तत निर्वाचनी परिणामै: पूर्वम् ईवीएम इत्ये प्रश्नचिन्ह किं भवति ? सः प्रत्येकारोपस्य उत्तरम् दत्त: !
इसी विषय को लेकर मीडिया ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा से खास बातचीत की ! उनसे पूछा गया कि चुनावी नतीजों से पहले EVM पर सवालिया निशान क्यों लग जाता है ? उन्होंने हर आरोप का जवाब दिया है !
सुशील चंद्रा कथित: तत कश्चितमपि भ्रम: प्रसारस्य आज्ञाम् न दाष्यते ! अहम् तर्हि बहुधा कथित: तत यदि कश्चित ईवीएम इतम् हैक इति कर्तुं शक्नोति तर्हि कश्चितार्थम् नास्ति अतएव इदम् हैक इति भवितुं शक्नुतं !
सुशील चंद्रा ने कहा कि किसी को भी भ्रम फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी, हमने तो कई बार कहा है कि अगर कोई EVM को हैक कर सकता है तो हैक करके दिखाए, कोई ही आया नहीं। EVM में कोई फ्रीक्वेंसी नहीं है इसलिए ये हैक नहीं हो सकता !
राजनीतिक दलै: अहं कथिष्यामि तत तै: मतदातासु विश्वासम् करणीयं तस्य निर्णयस्य सम्मानं करणीयं ! तेन प्रश्नम् कृतवान तत का निर्वाचनायोगे भारम् भवति तर्हि सः कथित: तत न ! निर्वाचनायोगम् स्वतंत्र संस्थामस्ति !
राजनीतिक दलों से मैं कहूंगा कि उन्हें वोटर्स में भरोसा करना चाहिए और उनके फैसले का सम्मान करना चाहिए ! उनसे सवाल किया गया कि क्या चुनाव आयोग पर दबाव होता है तो उन्होंने कहा कि नहीं। चुनाव आयोग स्वतंत्र संस्था है !
भवतम् दर्शितुं भविष्यति तताहम् कस्य विरुद्धम् कार्यवाहिम् कृतः कस्य विरुद्धम् च् न कृतः ! यदि आचारसंहितायाः उल्लंघनमभवत् तर्हि प्रत्येकस्य विरुद्धम् कार्यवाहिम् कृतवान, यदि तत कश्चितापि दलस्य किं नासि !
आपको देखना होगा कि हमने किसके खिलाफ कार्रवाई की और किसके खिलाफ नहीं की ! अगर आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है तो हर किसी के खिलाफ कार्रवाई की गई, चाहे वो किसी भी पार्टी का क्यों न हो !
समाजवादी दलस्याध्यक्ष: उत्तर प्रदेशस्य पूर्व मुख्यमंत्री च् अखिलेश यादव: भौमवासरस्य सायं भाजपायां प्रशासनिक तंत्रेण मतानां चोरयस्यारोपम् आरोप्यन् दृढ़कथनम् कृतः ततोत्तरप्रदेश सर्वकारस्य अधिकारिनधीनस्थान् च् निर्देश्यति तत यत्र भाजपा पराजयति !
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार की शाम को भाजपा पर प्रशासनिक मशीनरी के जरिए वोटों की चोरी का आरोप लगाते हुए दावा किया कि उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारी अपने अधीनस्थों को निर्देश दे रहे हैं कि जहां भाजपा हार रही है !
तत्र मतगणना मंथर क्रियेत् ! यादव: आरोपित: तत अस्मान् जनान् अभिज्ञानम् ळब्धा: तत मुख्यमंत्रिण: प्रमुख सचिव: जनपदेषु जिलाधिकारिन् दूरभाषम् करोति यत्र यत्र भाजपायाः प्रत्याशिनः पराजिता: तत्रे मतगणना मंथरम् भवनीयं !
वहां मतगणना धीमी कर दी जाए ! यादव ने आरोप लगाया कि हमारे लोगों को जानकारी मिली है कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव जिलों में डीएम (जिलाधिकारी) को फोन कर कह रहे हैं कि जहां जहां भाजपा के उम्मीदवार हारे वहां पर मतगणना धीमी होनी चाहिए !
सपा प्रमुख: आरोपमारोपित: तत वाराणस्यां विना प्रत्याशिन् संज्ञाने नीतं ईवीएम नयते स्म एकं च् भारवाहनम् अवरुद्धं द्वे च् भारवाहने पलायिते !
सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि बनारस में बिना प्रत्याशियों को संज्ञान में लिए ईवीएम ले जाई जा रही थी और एक ट्रक पकड़ा गया और दो ट्रक भाग गये !