बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंहस्य मृत्यु प्रकरणं त्रीणि वर्षाणितः अधिकं अभवन्, तु अधुनैव इदम् संमुखमागतुं नाशक्नोत् तत अंततः तत दिवसं काभवत् स्म ! अरभे रिया चक्रवर्ती समेतं बहून् जनान् आहूयाहूय पृच्छनमभवन्, पुनः अनंतरे तै: अपि मुक्तपत्रम् ळब्धवन्तः !
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह की मौत मामले को 3 साल से भी ज्यादा हो गए हैं, लेकिन अभी तक ये सामने नहीं आ सका है कि आखिर उस दिन हुआ क्या था ! शुरू में रिया चक्रवर्ती समेत कई लोगों को बुला बुलाकर पूछताछ हुई, फिर बाद में उन्हें भी जमानत मिल गई !
यद्यपि अधुना एकदा पुनः यं प्रकरणम् सोशल मीडिया इत्यां उत्थायत् रिया चक्रवर्त्या: च् बंधनस्य याचना भवन्ति ! ट्विटर इत्यां #ArrestRheaChakraborty इति ट्रेंड करोति ! सीबीआई अनुसंधाने प्रश्नमुत्थायन्ते !
हालाँकि अब एक बार फिर इस मामले को सोशल मीडिया पर उठाया गया है और रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी की माँग हो रही है ! ट्विटर पर #ArrestRheaChakraborty ट्रेंड कर रहा है ! सीबीआई जाँच पर सवाल उठाए जा रहे हैं !
यत् काळम् ज्ञातमभवत् तताभियोगस्यारोपिना रिया चक्रवर्ती बॉम्बे उच्चन्यायालये वैदेश गमनस्य याचना कुर्वन्ती सीबीआई इत्या: लुक आउट सूचनापत्रमाह्वेयता दत्तासीत् ! यस्य केंद्रीय अनुसंधान ब्यूरो उच्चन्यायालये विरोधम् कृतवती !
इस दौरान पता चला है कि केस की आरोपित रिया चक्रवर्ती ने बॉम्बे हाई कोर्ट में विदेश जाने की माँग करते हुए सीबीआई के लुकआउट नोटिस को चुनौती दी थी ! जिसका केंद्रीय जाँच ब्यूरो ने बॉम्बे हाईकोर्ट में विरोध किया !
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो बॉम्बे उच्चन्यायालये जस्टिस एएस गडकरी समक्ष: रियायाः याचिकायाः विरोध कृतनकथयत् तत यत् कंपनी प्रति रिया बहिः गमनस्य कार्यमावश्यकी ज्ञाप्तवती, ताधुना तस्य ब्रांड एंबेसडर नैवास्ति ! तस्य एम्बेसडर तु कियारा अडवाणी सन्ति !
केंद्रीय जाँच ब्यूरो ने बॉम्बे हाईकोर्ट में जस्टिस एएस गडकरी समक्ष रिया की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि जिस कंपनी (Drools Pets Pvt. Ltd.) की ओर से रिया ने बाहर जाने के काम को जरूरी बताया है, वो अब उसकी ब्रांड एंबेसडर है ही नहीं ! उसकी एंबेस्डर तो कियारा आडवाणी हैं !
यस्यातिरिक्तं अन्वेषण संस्था न्यायालयतः अस्य प्रकरणस्य पूर्णानुसंधानाय पुष्टये च् काळम् याचितरस्ति ! ज्ञापयन्तु तत रिया चक्रवर्ती न्यायालयस्य लुकआउट सूचनापत्रम् केचन दिवसाय सस्पेंड कृतस्य याचना कुर्वन्ती अकथयत् स्म तत तया कार्यस्य कारणम् २७ नवंबरतः २ जनवरी एव दुबई इत्यस्य यात्रा कृतमस्ति !
इसके अलावा जाँच एजेंसी ने कोर्ट से इस मामले की पूरी जाँच और पुष्टि के लिए समय माँगा है ! बता दें कि रिया चक्रवर्ती ने कोर्ट के लुकआउट नोटिस को कुछ दिन के लिए सस्पेंड करने की माँग करते हुए कहा था कि उन्हें काम के सिलसिले में 27 नवंबर से 2 जनवरी तक दुबई की यात्रा करनी है !
अस्मिनेव सीबीआई विरोधम् कृतवत् न्यायालयतः चकथयत् यदैव तः अनुसंधानम् मा कुर्वाणि तत रियायाः तेन संस्थायाधुना किं संबंधम् ता च् किं बहिः गन्तुं इच्छति, तदैव तया वैदेश गन्तुं न ददातु !
इसी पर सीबीआई ने विरोध किया और कोर्ट से कहा कि जब तक वो जाँच न कर लें कि रिया का उस कंपनी से अब क्या संबंध है और वो क्यों बाहर जाना चाहती हैं, तब तक उन्हें विदेश न जाने दिया जाए !
सीबीआई इत्यस्य तर्क श्रुत्वा रिया चक्रवर्त्या प्रस्तुतं याचिकायां न्यायालयं दृष्टिपात नाकरोत् शृणुनस्य चग्रिम दिनांक २६ दिसंबर दत्तवान् ! न्यायालयं अकथयत् तत सः कार्यवहने शीघ्रता न करिष्यति ! सः सीबीआई काळम् दत्तवान् कदाचित् तः प्रतितथ्यस्य अनुसंधानम् कर्तुं अशक्नोत् !
सीबीआई की दलील सुन रिया चक्रवर्ती द्वारा डाली गई याचिका पर कोर्ट ने गौर नहीं किया और सुनवाई की अगली तारीख 26 दिसंबर दे दी ! कोर्ट ने कहा कि वह कार्यवाही में जल्दबाजी नहीं करेंगे ! उन्होंने सीबीआई को समय दिया है ताकि वो हर तथ्य की जाँच कर सकें !
दृष्टिगतमस्ति तत सुशांत सिंह राजपूत अभियोगस्यानुसंधानस्य काळं रिया चक्रवर्त्या: तस्या: च् भ्रात शौविकस्य विरुद्धम् २०२० तमे लुकआउट सूचनापत्रम् निर्गतं अभवत् स्म ! अस्य वर्षस्यारभे शौविकस्य विरुद्धम् निर्गत सर्कुलर अस्थायी रूपेण निलंबितं कृतवान् तु तेन वैदेश यात्रायाः आज्ञा ळब्धवान् ! अधुना अस्यैव सर्कुलर इत्यस्य निर्वर्ते रिया चक्रवर्ती संलग्नवती !
गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत केस की जाँच के दौरान रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शौविक के खिलाफ 2020 में लुकआउट नोटिस जारी हुआ था ! इस साल की शुरुआत में शौविक के खिलाफ जारी सर्कुलर अस्थायी रूप से निलंबित किया गया तो उन्हें विदेश यात्रा की अनुमति मिल गई ! अब इसी सर्कुलर को हटवाने में रिया चक्रवर्ती जुटी हुई हैं !