भारत में असहिष्णुता है, ऐसा प्रचार पिछले 5-6 सालो से किया जा रहा है, लेकिन ये नहीं बताया जाता कि असहिष्णु है कौन? खैर, इसके लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं, रोजमर्रा की जिंदगी में हमे पता लग जाता है की आखिर ये ‘असहिष्णु’ कौम आखिर है कौन सी।
ताजा असहिणुता का स्वाद सुप्रीम कोर्ट के तेज तर्रार हिंदुत्ववादी वकील करुणेश शुक्ला ने चखा, उन्हें एक मुस्लिम युवक ने सिर काटने की धमकी दी है। यूटूब पर अपलोड वीडियो में कमेंट कर तारीख-ए-खिलाफत इंडिया नाम के यूजर ने करुणेश शुक्ला के सर काटने की धमकी दी है। उसने कमेंट में लिखा – तेरा अंजाम बुरा होगा, इंशाअल्लाह, तेरा सर काट कर सुप्रीम कोर्ट में जाउंगा सर लेकर। यहां ये बात जानने लायक है कि वकील करुणेश शुक्ला हमेषा से ही इस्लामिक कट्टरपंथी लोगो के निशाने पर रहते हैं, और ये लोग उन्हें जान से मारने की धमकी देते रहते हैं।
करुणेश शुक्ला बड़े ही बहादुर वकील हैं, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में कुरान के खिलाफ याचिका दायर की थी। उन्होंने दावा किया था कि कुरान की आयतें भारतीय संविधान का उल्लंघन करती हैं। जिसे लेकर वह देश की सर्वोच्च अदालत पहुंच गए हैं। करुणेश शुक्ला ने बताया कि कुरान में लिखा है बहुदेव उपासक / मूर्ति पूजा करने वाले काफिर है , और सूरा-तौबा, आयत नं 9:5 में लिखा है , काफिरों की घात लगाकर बैठो, उन्हें घेर लो, और मार डालो। यह हमारे संवैधानिक अधिकार अनुच्छेद 21, और 26 का हनन है, उन्होंने इन सभी आपत्तिजनक बातो के खिलाफ ही माननीय सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
करुणेश शुक्ला ने कहा कि कुरात की आयतें साफ तौर पर कानून का उल्लंघन करती हैं। उन्होंने कहा कि कुरान कहता है कि मूर्ति पूजा करने वाले काफिर हैं और ऐसे लोगों की हत्या की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि भारत संविधान के अनुसार चलने वाला देश है और भारत में इस प्रकार की आयतों के लिए कोई जगह नहीं होना चाहिए, जहां हिंसा को बढ़ावा देने की बात कही गई हो। करुणेश शुक्ला ने कहा कि हमे सुप्रीम कोर्ट से आशा है कि वह इस तरह के गैर संवैधानिक साहित्य पर रोक लगाएगी, जिससे सामाजिक तानाबाना बिगड़ सकता है।
जाहिर है, जो वकील इस्लाम के बुरे पक्ष को दुनिया के सामने रखेगा, उसे इस्लामी कट्टरपंथी भला कैसे छोड़ देंगे। और अजीब बात ये है कि यही इस्लामिक कौम दुनिया भर में भारत को असहिष्णु बताती फिरती है , जबकि कटटरपंथ और असहिष्णुता में में ये सबसे आगे हैं।