पञ्जाबे सर्वाः जी न्यूज चैनल प्रतिबन्धिताः सन्ति। चैनल तस्य घोषणा कृता अस्ति ! पञ्जाबे जी-मीडिया इत्यस्य सर्वाः चैनल बन्धिताः सन्ति, तत्र जनाः स्वगृहेषु जी चैनल द्रष्टुं न शक्नुवन्ति इति चैनल अवदत्।
पंजाब में जी न्यूज के सभी चैनलों को प्रतिबंधित कर दिया गया है ! चैनल ने खुद इसकी जानकारी दी है ! चैनल ने कहा कि जी मीडिया के सभी चैनलों को पंजाब में बंद कर दिया गया है, वहाँ लोग अपने घर में जी के चैनल नहीं देख पा रहे हैं !
इदं पत्रिका-स्वातन्त्र्यस्य उपरि आक्रमणं इति अवोचन्, पञ्जाबे एतत् अन्धकारं कृतम् इति प्रसारमाध्यम-सङ्घटनम् अवोचत्। पञ्जाबे आप-सर्वकारः अस्ति, भगवन्त्-मान् इत्येषः राज्यस्य मुख्यमन्त्री अस्ति।
मीडिया संस्थान ने इसे प्रेस की आज़ादी पर हमला करार देते हुए कहा है कि उसे पंजाब में ब्लैकआउट कर दिया गया है ! पंजाब में AAP (आम आदमी पार्टी) की सरकार है और भगवंत मान राज्य के मुख्यमंत्री हैं !
मीडिया-संस्था कथयति यत् बहवः जनाः आक्षेपं कुर्वन्ति यत् ते स्वगृहे जी मीडिया चैनल द्रष्टुं न शक्नुवन्ति इति ! जी पत्रिकालेखकः मनोजजोशी अवदत् यत् अस्मिन् विषये सर्वकारे न कापि उत्तरम् अददति, तेषां समीपे न सूचना अस्ति इति कथ्यते!
मीडिया संस्थान का कहना है कि कई लोगों की शिकायतें आ रही हैं कि वो अपने घर में जी मीडिया के चैनल नहीं देख पा रहे हैं ! जी के रिपोर्टर मनोज जोशी ने कहा कि सरकार में कोई भी इस संबंध में कोई जवाब नहीं दे रहा है और कहा जा रहा है कि उनके पास कोई जानकारी नहीं है !
इदं अभिव्यक्ति-स्वातन्त्र्यस्य उपरि आक्रमणं इति आह्वयन् सः अवदत् यत् संविधानेन प्रदत्तः अधिकारः स्थगितः अस्ति! प्रधानमन्त्रिणा नरेन्द्रमोदिना अपि आप-सर्वकारस्य एतादृशी मनोवृत्तिः प्रश्नीकृतः आसीत्।
उन्होंने इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताते हुए कहा कि संविधान प्रदत्त अधिकार को रोका गया है ! उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आप सरकार के इस रवैए पर सवाल उठाया था !
अन्यः रिपोर्टरः रवि त्रिपाठी इत्येषः अकथयत् यत् तस्मिन् एव पञ्जाबे, यदा अकालीदलस्य सर्वकारः सत्तायाम् आसीत्, तदा जी-मीडिया इत्यस्य प्रतिबन्धः कृतः, पक्षस्य अतीव क्षतिः अभवत् इति। अस्मिन् काले आपत्कालस्य स्मरणम् अपि सः कृतवान्।
वहीं एक अन्य रिपोर्टर रवि त्रिपाठी ने दावा किया कि इसी पंजाब में जब इससे पहले अकाली दल की सरकार थी तब भी जी मीडिया को बैन किया गया था, पार्टी का बुरा हश्र हुआ ! उन्होंने इस दौरान आपातकाल को भी याद किया !
यदा बहूनि वार्तापत्राणि स्थगिताः, सम्पादकाः च कारागारे न्यवेष्टिताः! बि. जे. पि. नेता मञ्जिन्दर् सिङ्घ् सिर्सा अवदत् यत् अरविन्द् केज्रिवाल् तथा भगवन्त् मान् च लोकतन्त्रस्य विषये कथयन्ति, परन्तु यदि कश्चित् तेषां विरुद्धं सत्यं दर्शयति तर्हि ते तस्य दमनं कुर्वन्ति इति।
जब कई अखबार बंद किए गए और संपादकों को जेल में डाला गया ! भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान लोकतंत्र की बात करते हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई सच दिखाता है तो वो उसे दबाते हैं !
तत्रैव जे. डी. यू. इत्यस्य प्रवक्ता के. सी. त्यागी इत्यनेन घटनायाः निन्दां कृत्वा अवदत् यत्, आप इतीदं प्रसारमाध्यमानां प्रियरूपेण जातम् आसीत्, रामलीला-मैदान्-सङ्घर्षस्य समये प्रसारमाध्यमाः तान् बहु आवरणं कुर्वन्ति स्म।
वहीं जदयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि आप का जन्म मीडिया की फेवरिट संस्था के रूप में हुआ था, रामलीला मैदान में संघर्ष के दौरान मीडिया उन्हें खूब कवर करता था !
एतत् लोकतन्त्रस्य कृते विभीषिका इति उक्त्वा, सः स्वयमेव आपत्कालस्य पीडितः आसीत् इति स्मृता। भाजपा-पक्षस्य प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदिः अवदत् यत्, “एतत् भवतः वास्तविकतां दर्शयति। बि. जे. पि. नेता तरुण् चुघ् अवदत् यत्, “इन्दिरागान्धी इत्यस्याः आत्मा भवन्तं प्रविष्टवती!
उन्होंने इसे लोकतंत्र पर खतरा बताते हुए याद किया कि वो खुद आपातकाल के भुक्तभोगी रहे हैं ! वहीं भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ये आप की असलियत को दिखाता है ! वहीं भाजपा नेता तरुण चुघ ने कहा कि आप में इंदिरा गाँधी की आत्मा घुस गई है !