आज भारत कोरोना के दंश को झेल रहा है। लाखो लोग रोजाना इस बीमारी से ग्रस्त हो रहे हैं, वहीं सैंकड़ो हर रोज काल कवलित भी हो रहे हैं। पूरा देश इस घातक बीमारी से लड़ रहा है, लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस बीमारी के दौर में भी राजनीति और धर्म का खेल खेलने से नहीं चूक रहे।
पिछले दिनों हमने देखा कि कैसे कुछ लोगो ने राम मंदिर को भी कोरोना के मामले में लपेटा। सोशल मीडिया पर कुछ राजनीतिक पार्टियों और हिन्दू विरोधी लोगो ने एक छद्म अभियान चला दिया , जिसमे ये लोग राम मंदिर निर्माण को ही कोसने लगे और कहने लगे कि “हमने मंदिर के लिए वोट दिया था, फिर अस्पताल कहाँ से बनते” । लोगो ने ऐसा दर्शाया जैसे राम मंदिर ही सब समस्याओ कि जड़ है और अगर राम मंदिर ना बनता तो देश में हर इंसान के लिए अस्पताल होता।
ऐसा दर्शाया जा रहा था कि जैसे राम मंदिर के निर्माण से देश भर में सारी समस्याएं कड़ी हो गयी हैं , लेकिन श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट से इन सभी हिन्दू द्रोहियो और विपक्षी पार्टियों के मुँह पर एक जोरदार तमाचा मारा है, और इन सबकी बोलती बंद कर दी है।
अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण और अयोध्या क्षेत्र के विकास के लिए काम कर रहा श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट अब कोविड मरीजों की मदद के लिए सामने आया है। ट्रस्ट ने 55 लाख रुपये की लागत से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की घोषणा की है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्रा ने कहा कि वर्तमान समय में पूरा देश महामारी की चपेट में है। ऐसी स्थिति में, ट्रस्ट ने 55 लाख रुपये का ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने का निर्णय लिया है।संयंत्र अयोध्या के दशरथ मेडिकल कॉलेज में स्थापित किया जाएगा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने अपने इस कदम से सभी धर्म द्रोहियो के कुत्सित प्रयासों को धत्ता बता दिया है , और ये दर्शा दिया है कि सनातन धर्म का एकमात्र उद्देश्य है देश और धर्म कि सहायता करना और परोपकार करना।