समाजवादी पार्टी हमेशा से ही महिलाओ के मुद्दे पर, लॉ एंड आर्डर और अपराधियों को संरक्षण देने के लिए कुख्यात रही है, और इनके नेता रह रह कर अपनी मंशाएं जता देते हैं । और हो भी क्यों नहीं, आखिर इनके ही नेताजी ने कहा था , “लड़के हैं, लड़को से गलती हो जाती है “।
ताजा मामला है समाजवादी पार्टी के डिजिटल मीडिया कोऑर्डिनेटर मनीष जगन अग्रवाल का, जिन्होंने फिर से एक बार महिलाओ के बारे में अपनी निकृष्ट सोच का परिचय दिया है।
नीचे दिए गए ट्वीट में आप देख सकते हैं की किस तरह से समाजवादी पार्टी के मनीष जगन अपने संस्कारो का परिचय दे रहे हैं । यहाँ ये समझ नहीं आता कि सभी समाजवादी नेताओ को अंतरवस्त्रो से इतना लगाव क्यों है? इन्ही के आजम खान भी पिछले चुनाव के समय पूर्व समाजवादी नेत्री जया प्रदा के ऊपर अत्यंत अशोभनीय टिपण्णी कर चुके हैं ।
भाषा ही किसी इंसान के संस्कारो और विचारो की परिचायक होती है, और समाजवादी नेता ने इसे फिर से साबित कर दिया है । मनीष जगन ने फिलहाल ये ट्वीट डिलीट कर दिया है, लेकिन उससे पहले ही काफी लोगो ने इसके स्क्रीनशॉट ले लिए और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए।
वैसे ये पहला मामला नहीं है जब मनीष जगन ने इस तरह का अशोभनीय व्यवहार किया हो , ऐसा ही ट्वीट इन्होने पिछले साल भी किया था।
इस ट्वीट पर महिला आयोग ने संज्ञान भी लिया था और ट्विटर को शिकायत भी की थी, लेकिन हमारे देश में नेताओ पर एक्शन होता ही कहाँ है? उन्हें तो सौ खून माफ़ी हैं, और ये तो मात्र अशोभनीय ट्वीट है।
ऐसा लगता है, कि समाजवादी पार्टी में लिया ही उस नेता को जाता है, जो ज्यादा बड़ा गालीबाज और गुंडा हो । खैर इनके नेतृत्व को आप देख सकते हैं, अखिलेश यादव भी पिछले ही दिनों बीजेपी के कार्यकर्ताओ पर कड़ा एक्शन लेने की बात कर रहे थे, जैसे ही उनकी सरकार बनेगी।
लेकिन सवाल ये है , कि इस तरह से जनता को गाली दे कर, महिलाओ के लिए अशोभनीय शब्दों का प्रयोग करके सत्ता हासिल कर पाएंगे? इसका उत्तर है कतई नहीं।
वैसे तो हमें उम्मीद नहीं है, लेकिन समाजवादी पार्टी के नेतृत्व को सोचना चाहिए, कि ये किस तरह के नेता हैं उनके, और ये कैसा सन्देश दे रहे हैं समाज को, इस तरह कि हरकतों से नुक्सान ही होना है । साथ ही ऐसे बद्तमीज नेताओ पर कार्यवाही होनी चाहिए, लेकिन उसकी आशा समाजवादी पार्टी से करना बेकार ही है।