चलचित्र द केरल स्टोरी राज्ये चलति इस्लामी धर्मांतरणस्य कुचक्रान्न चर्चायां आनीतवत् ! सेंसर बोर्ड १० दृश्यानि निर्वर्तित्वा अस्य चलचित्रं ए प्रमाणपत्रेण सहोत्तीर्ण कृतवान् स्म...
स्पष्ट है कि इस तरह के तथाकथित प्रेम-प्रसंग, विशुद्ध प्रेम की भावना से प्रेरित नहीं होते। इसमें संभवत: मजहबी कारण भी है। ऐसे मामलों में 'प्रेम' गौण और इस्लाम के प्रति जिहादी दायित्व की पूर्ति का भाव कहीं अधिक होता है। इसमें 'प्रेम' केवल माध्यम, तो उसकी मंजिल 'जिहाद' और उसके द्वारा प्राप्त होने वाला 'सवाब' है।
बांग्लादेशे हिंदुन् प्रति द्वेषस्य कारणं तेषु तेषु पूजा स्थलेषु च् घातस्य घटना: सततं बर्धन्ते ! शुक्रवासरम् (७ अक्टूबर २०२२) इस्लामी कट्टरपंथिन: एकदा पुनः एके...