केन्द्रीय वित्तीय बजट २०२२– २३ भले ही आम जनता को पसंद न आया हो, लेकिन इस बजट से देश के सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने का प्रयास किया गया है।
पांच सुरक्षा संस्थानों से परिपूर्ण जबलपुर के सुरक्षा संस्थानों को मजबूत करने के लिए बजट में डिफेंस क्लस्टर की जरूरत थी।
लेकिन केंद्रीय बजट मे आयुध निर्माण व देश की सुरक्षा के संदर्भ में जो प्रावधान किए गए हैं, उससे जबलपुर के सुरक्षा संस्थानों को बूस्टर डोज मिल गया है।
बजट में किए गए प्रावधानों का सीधा असर जबलपुर की आयुध निर्माण पर पड़ेगा और जबलपुर के सुरक्षा संस्थानों को पंख लगेंगे।
केन्द्रीय बजट में रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान के क्षेत्र में स्टार्टअप को मौका दिया जाएगा।
निजी उद्योगों को भी मौका दिया जाएगा। इससे जबलपुर की ऑर्डिनेंस, जिसीएफ ( गन कैरेज फैक्ट्री), व्हीकल, सीओडी, जीआईएफ सहित पांच सुरक्षा संस्थानों को बल मिलेगा।
आयुध निर्माण की उत्पादन प्रणाली को मजबूत बनेगी। जबलपुर के निर्माणियों में भी आधुनिक मारक क्षमता वाले बम, गोला बारूद, तोप वाहन आदि तैयार कर पाएंगे।
इससे देश के रक्षा क्षेत्र को नई ताकत मिलेगी। बजट में रक्षा क्षेत्र मे मेक इन इंडिया अभियान के तहत घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने, घरेलू स्तर पर क्षमता विस्तार के लिए रक्षा क्षेत्र को बड़ी मदद की जाएगी।
रक्षा क्षेत्र में रिसर्च, एआई और एसपीवी को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। बजट में रक्षा क्षेत्र में अनुसंधान के क्षेत्र में स्टार्टअप की बात कही जा रही हैं। इससे कही न कही जबलपुर का आईटी पार्क मददगार साबित हो सकता है।
जबलपुर की जिसीएफ फैक्ट्री में निर्मित धनुष तोप ने देश भर में नाम कमाया है। धनुष तोप की खासियत यह है कि इसको आप ६० डिग्री तक राउंड अप कर सकते हैं।
१५५ एमएम व ४५ कैलीबर की धनुष तोप ३८ से ४० किलोमीटर तक स्तिथ निशाने को सटीक तरह से भेदने में सक्षम है।
जबलपुर के सुरक्षा संस्थानों में तैयार सारंग तोप भी अपनी सटीक मारक क्षमता के लिए विख्यात हैं।
यह बजट देश की सुरक्षा को मजबूत बनाने वाला बजट है।
Source-https://www.bhaskar.com/local/mp/jabalpur/news/the-power-of-dhanush-cannon-will-be-seen-in-delhi-parade-ground-enemies-also-tremble-with-the-valor-of-the-armys-most-powerful-dhanush-cannon-manufactured-in-gcf-of-jabalpur-129339215.html