मुस्लिम संगठनों ने की सरकार से पैगंबर मोहम्मद बिल बनाने की मांग। धार्मिक भावनाओं का दिया हवाला।

Date:

महाराष्ट्र में मुस्लिम संगठनों ने सरकार से मांग की है कि वो पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बोलने वालो के खिलाफ सरकार एक बिल बनाए जिसका नाम “पैगंबर मोहम्मद बिल” हो।

मुस्लिम संगठनों का कहना है कि इस बिल से जो भी व्यक्ति, संस्था या कोई भी पैगंबर मोहम्मद या अन्य धर्म की प्रमुख व्यक्तियों या अन्य धर्मों के खिलाफ कुछ भी कहता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाई की जाए।

इस बिल का समर्थन करने में प्रकाश अम्बेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी पार्टी , रजा एकेडमी और अन्य मुस्लिम संगठनों ने की है।

मुस्लिम संगठनों का कहना है कि उनके पैगंबर मोहम्मद का जिस तरह अपमान किया जाता है कई लोगो द्वारा जैसे सलमान रुश्दी  जैसे लोग जो बार बार इस्लाम धर्म को अपमानित करते रहते हैं। नफरत फैलाते हैं इस्लाम धर्म के बारे में । उससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत होती है।

मुस्लिम संगठनों को सबसे पहले खुद से यह सवाल पूछना चाहिए कि उनके नेता लोग किस तरह हिंदू धर्म और हिंदू देवी देवताओं का अपमान करते हैं।

एक मुस्लिम नेता ने बहुत पहले कहा था कि १५ मिनट के लिए पुलिस हटा दो,फिर हम अपनी ताकत बताएंगे।
अन्य मुस्लिम नेता कहते हैं कि हम २५ करोड़ है,लेकिन १०० करोड़ पर भारी है ।

कितनी बार यह देखने और सुनने को मिलता है कि हिंदुओं को धार्मिक यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाती है मुस्लिम बहुल इलाकों से।

कितनी बार हिंदू धार्मिक स्थलों का नष्ट किया जाता है जिहादियों द्वारा, हिंदू देवी देवताओं की प्रतिमाओं को नष्ट किया जाता है।
सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी की जाती है हिंदू धर्म को लेकर।
कई नकली आईडी से हिंदू देवी देवताओं और हिंदू धर्म पर अश्लील टिप्पणी और वीडियो बनाए जाते है।

इसके बारे में मुस्लिम संगठनों ने कुछ भी आज तक प्रतिक्रिया दी है?

याद कीजिए बैंगलोर हिंसा जिसमे कुछ जिहादियों ने हिंदू देवी देवताओं पर एक अश्लील फोटो डाली थी सोशल मीडिया पर,जिसके बाद एक दलित युवक ने कुरान का हवाला देते हुए जवाब दिया था,जिसके बाद जिहादी भड़क गए और उन्होंने आधे शहर को दंगो की आग में झोंक दिया था।

हर धर्म में कुछ न कुछ खामियां रहती है जिसके कारण उसका विरोध किया जाता है लेकिन जिहादियों को अगर कुरान का हवाला देकर अगर कुछ प्रमाण दिया जाए तो वो सच सुनना पसंद नहीं करते हैं और दंगे करने पर उतर आते हैं।

इस बिल की आड़ लेकर जिहादी ताकते अपना प्रभाव दिखाना चाहती हैं, यदि ये बिल पारित हो गया तो इसके भयंकर दुष्परिणाम देखने को मिलेंगे, जैसे कोई भी मुस्लिम नेता इस बिल की आड़ लेकर दूसरे धर्म की लोगो को प्रताड़ित करेंगे। हम रोज देखते हैं सोशल मीडिया पर कितने जिहादी लोग हिंदू धर्म पर गंदी टिप्पणी करते हैं।

और यदि इन जिहादी लोगो को जरा सा भी कुछ कह दिया तो वो इस बिल की आड़ लेकर बवाल मचाना शुरू कर देंगे। इस बिल के सहारे कितने हिंदुओं और अन्य धर्म के लोगो को बिना वजह प्रताड़ित किया जाएगा। यह सोचकर ही आत्मा कांप उठती है।

यह बिल एक तरह से गजवा ए हिंद को बढ़ाने का काम करेगा और समाज में एक तरह से असहनशीलता को बढ़ावा देगा।

https://www.timesnowhindi.com/mumbai/article/muslim-organisations-want-prophet-muhammad-bill-to-punish-insults-against-muhammad/353695

Raunak Nagar
हिन्दू हूं मुझे इसी बात पर गर्व है ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related articles

गुजरात सर्वकारस्यादेशानुसारं मदरसा भ्रमणार्थं शिक्षिकोपरि आक्रमणं जातम् ! गुजरात सरकार के आदेश पर मदरसे का सर्वे करने पहुँचे शिक्षक पर हमला !

गुजरात्-सर्वकारस्य आदेशात् परं अद्यात् (१८ मे २०२४) सम्पूर्णे राज्ये मद्रासा-सर्वेः आरब्धाः सन्ति। अत्रान्तरे अहमदाबाद्-नगरे मदरसा सर्वेक्षणस्य समये एकः...

यत् अटाला मस्जिद् इति कथ्यते, तस्य भित्तिषु त्रिशूल्-पुष्पाणि-कलाकृतयः सन्ति, हिन्दुजनाः न्यायालयं प्राप्तवन्तः! जिसे कहते हैं अटाला मस्जिद, उसकी दीवारों पर त्रिशूल फूल कलाकृतियाँ, ​कोर्ट...

उत्तरप्रदेशे अन्यस्य मस्जिदस्य प्रकरणं न्यायालयं प्राप्नोत्! अटाला-मस्जिद् इतीदं माता-मन्दिरम् इति हिन्दुजनाः जौन्पुर्-नगरस्य सिविल्-न्यायालये अभियोगं कृतवन्तः। जौनपुरस्य अस्य मस्जिदस्य...

नरसिंह यादवस्य भोजने मादकद्रव्याणां मिश्रितं अकरोत्-बृजभूषण शरण सिंह: ! नरसिंह यादव के खाने में मिलाया गया था नशीला पदार्थ-बृजभूषण शरण सिंह !

उत्तरप्रदेशस्य बि. जे. पि. सदस्यः तथा रेस्लिङ्ग्-फ़ेडरेशन् इत्यस्य पूर्व-अध्यक्षः ब्रिज्-भूषण्-शरण्-सिङ्घ् इत्येषः महत् प्रकटीकरणं कृतवान्। बृजभूषण् शरण् सिङ्घ् इत्येषः...

स्विट्ज़र्ल्याण्ड्-देशस्य एकः दलितः राहुलगान्धी इत्यनेन सह 91 दिनानि यावत् निवसत्, ततः काङ्ग्रेस्-पक्षस्य वास्तविकं मुखं ज्ञातवान् ! स्विट्जरलैंड से आया एक दलित, 91 दिन राहुल...

सद्यः एव काङ्ग्रेस्-नेता राहुल्-गान्धी इत्यस्य न्याययात्रायां भागम् अगृह्णात् नितिन्-परमार नामकः दलित-व्यक्तिः सामान्यजनैः सह कथं व्यवहारः कृतः इति विवरणं...
Exit mobile version