मध्यप्रदेशस्य झाबुआयां ईसाई मिशनरी इत्यानि प्रसृतं धर्मांतरण जालस्य रहस्योद्घाटनमभवत् ! आरोपमस्ति तत राजस्थानस्य बांसवाड़ा जनपदेण जनजातीय बालिका: आनित्वा ताभिः कैथोलिक छात्रावासे धृतवत् स्म तत्र च् ताभिः नन इति भूतस्य प्रशिक्षणं ददाते स्म !
मध्य प्रदेश के झाबुआ में ईसाई मिशनरियों के फैले धर्मांतरण जाल का खुलासा हुआ है ! आरोप है कि राजस्थान के बांसवाड़ा जिले से जनजातीय लड़कियों को लाकर उन्हें कैथोलिक हॉस्टल में रखा गया था और वहाँ उन्हें नन (Nun) बनने की ट्रेनिंग दी जा रही थी !
अस्य पूर्ण प्रकरणस्य रहस्योद्घाटनम् मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षणायोगस्यानुसंधाने अभवत् ! मीडिया सूचनापत्राणां अनुसारम्, जनजातीय बालिकाभिः अभवनवक्षेपस्य एके प्रकरणे मध्यप्रदेशस्य राज्य बाल अधिकार संरक्षणायोगस्य दलमनुसंधानाय झाबुआ स्थितं कैथोलिक मिशन विद्यालयस्य स्नेह सदन जनजातीय छात्रावास प्राप्तवान् स्म !
इस पूरे मामले का खुलासा मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की जाँच में हुआ !मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जनजातीय लड़कियों से हुई छेड़छाड़ के एक मामले में मध्य प्रदेश के राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग (SCPCR) की टीम जाँच करने के लिए झाबुआ स्थित कैथोलिक मिशन स्कूल के स्नेह सदन जनजातीय बालिका छात्रावास पहुँची थी !
तत्र नन इत्या: कक्षस्यानुसंधानम् कृतवान् तु तत्र ३ बालिका: ळब्धवत्य: ! ताभिः वार्तालापस्यानंतरम् ज्ञातमभवत् तत ताः जनजातीय वर्गत: सन्ति ! बालिका: ज्ञाप्तवत्य: तत ताभिः छात्रावासे धृत्वा नन भूतस्य प्रशिक्षणम् ददाते स्म ! यासाम् तः द्वे बालिके अवयस्के स्त: !
वहाँ नन के कमरे की जाँच की गई तो वहाँ 3 लड़कियाँ मिलीं ! उनसे बातचीत के बाद पता चला कि वे जनजातीय वर्ग से हैं ! लड़कियों ने बताया कि उन्हें हॉस्टल में रखकर नन बनने की ट्रेनिंग दी जा रही थी ! इनमें से 2 लड़कियाँ नाबालिग हैं !
तत्रैव, १ वयस्का ! आयोगं बालिकानां परिजनै: यं प्रति पृच्छनम् कृतवान् तु तेषां कथनमस्ति तत ते तु बालिका: पठनाय प्रेषितवन्तः ! अस्य प्रकरणस्य रहस्योद्घाटनम् भूतस्यानंतरम् राज्य बाल अधिकार संरक्षणायोगम् वयस्का बालिकां मिशनरी इत्यस्य बन्धनतः निःसृत्य तस्या: परिजनान् प्रदत्तवत् !
वहीं, 1 बालिग है ! आयोग ने लड़कियों के परिजनों से इस बारे में पूछताछ की तो उनका कहना था कि उन्होंने तो लड़कियों को पढ़ने के लिए भेजा है ! इस मामले का खुलासा होने के बाद राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बालिग लड़की को मिशनरी के चंगुल से निकालकर उसके परिजनों को सौंप दिया गया !
तत्रैव, द्वे अवयस्का बालिकाभ्याम् संलग्ने अभिज्ञानम् संचयते ! आयोगस्यानुसंधाने ज्ञातं अभवत् ततेमा: बालिका: विगत द्वे मासतः छात्रावासे वसन्ति स्म, तु यासाम् छात्रावासे कश्चित अभिज्ञानम् नासन् ! अस्मिन् प्रकरणे विद्यालय प्रबंधतंत्रस्य भूमिका संदिग्ध: दृश्यते !
वहीं, दोनों नाबालिग लड़कियों से जुड़ी जानकारी जुटाई जा रही है ! आयोग की जाँच में पता चला कि ये लड़कियाँ बीते दो माह से हॉस्टल में रह रही थीं, लेकिन इनका हॉस्टल में कोई रिकॉर्ड नहीं था ! इस मामले में स्कूल मैनेजमेंट की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है !
वस्तुतः आयोगम् यदा विद्यालयतः यासाम् बालिकानां विद्यालयी प्रवेशं गृहीत्वाभिज्ञानम् याच्यवान् तु तत्रापि केवलं अस्थायी विद्यालयी प्रवेशस्यैव वार्ता कथवत् ! अस्मिन् प्रकरणे झाबुआ बाल कल्याण समित्या: अध्यक्ष: प्रदीप जैनस्य कथनमस्ति तत छात्रावासे यासाम् बालिकानां आगमनेण, वसेण, यासाम् प्रशिक्षणतः प्रत्याभिज्ञानमनुसंधानस्य विषय: सन्ति !
दरअसल आयोग ने जब स्कूल से इन लड़कियों के एडमिशन को लेकर जानकारी माँगी तो वहाँ भी सिर्फ अस्थायी एडमिशन की ही बात कही गई ! इस मामले में झाबुआ बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रदीप जैन का कहना है कि हॉस्टल में इन लड़कियों के आने, रहने व इनकी ट्रेनिंग से जुड़ा हर पॉइंट जाँच का विषय है !
बालिका: विद्यालये एकदशानि द्वादशानि कक्षायां पठनायागतवत्य: स्म ! विध्यानुसारम् कश्चितापि शिक्षण संस्थाने अस्य प्रकारस्य धर्मिक गतिविधिनां आज्ञा न भवति ! जैन: अकथयत् तत बालिकानां परिजनानाहूतवान्, तेभ्यः वार्तालापस्यानंतरमेव संपूर्ण वार्ता: स्पष्टम् भविष्यति !
लड़कियाँ स्कूल में 11वीं और 12वीं में पढ़ने के लिए आई थीं ! नियमानुसार किसी भी शिक्षण संस्थान में इस तरह की धार्मिक गतिविधियों की इजाजत नहीं होती है ! जैन ने कहा कि लड़कियों के परिजनों को बुलाया गया है, उनसे बातचीत के बाद ही सारी बातें स्पष्ट हो पाएँगी !
सद्य: इदमनुसंधानस्य विषय: तत किं निर्धनतायाः लाभ: उत्थाय याः बालिका: तासाम् परिजनान् प्रलोभनम् दत्तवन्तः स्म ! यदि न तु पुनः इमा: बालिका: नन भवितुं कीदृशम् तत्परः अभवन् ? सद्य: संस्थायां प्राथमिकी कारयस्य तत्परत क्रियते !
फिलहाल यह जाँच का विषय है कि क्या गरीबी का फायदा उठाकर इन लड़कियों या उनके परिजनों को प्रलोभन दिया गया था ? यदि नहीं तो फिर ये लड़कियाँ नन बनने के लिए कैसे तैयार हुईं ? फिलहाल संस्था पर FIR कराने की तैयारी की जा रही है !
राज्य बाल अधिकार संरक्षणायोगस्य सदस्य: ओंकार सिंहस्य कथनमस्ति तत अनुसंधानस्य काळम् संमुखमागतवत् ततात्र वसस्य नामनि जनजातीय छात्राभि: १५-२० सहस्र रूप्यकाणि अतिरिक्तं नयन्ते ! यस्यातिरिक्तं, ईसाई धर्मांतरणतः संलग्नानि बहूनि साक्ष्यानि अपि अत्र ळब्धवतः !
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग (SCPCR) के सदस्य ओंकार सिंह का कहना है कि जाँच के दौरान सामने आया है कि यहाँ रहने के नाम पर जनजातीय छात्रों से 15-20 हजार रुपए अतिरिक्त लिए जा रहे हैं ! इसके अलावा, ईसाई धर्मांतरण से जुड़े कई सबूत भी यहाँ मिले हैं !
आयोगस्यानुसारम्, अत्रतः १२ बोर इत्या: एकस्य बंदूकस्यातिरिक्तं पटाखा इति चालकं बंदूकमपि ळब्ध्वान् ! कश्चित शिक्षण संस्थाने अस्त्राणि धृतस्य विधेयकं नास्ति ! द्वे वस्तुनी अधिगृहीत्य आरक्षकम् प्रदत्तवान् !
आयोग के अनुसार, यहाँ से 12 बोर की एक बंदूक के अलावा पटाखे चलाने वाली बंदूक भी बरामद की गई है ! किसी शिक्षण संस्थान में हथियारों को रखने का नियम नहीं है ! दोनों चीजें जब्त कर पुलिस को सौंप दिया गया है !
लेख साभार:-ऑपइंडिया