सुल्तान अंसारी:, इमानि तर्हि केवलं टूलकिट इव अस्ति, अस्य पात्रस्य नट: तर्हि अन्यैव सन्ति ! सुल्तान अंसारी, ये तो बस टूलकिट ही है, इस किरदार के अदाकार तो और ही हैं !

Date:

रामजन्मभूमि न्यासम् भूमि क्रीतमस्ति, तत अयोध्या धूमयान स्थानकस्य प्रश्वास्ति भव्य राम मंदिरे च् सौविध्यानां निर्माणाय महत्वपूर्णं भूमि अस्ति !

रामजन्मभूमि ट्रस्ट ने जमीन ली है, वह अयोध्या रेलवे स्टेशन के पास है और भव्य राम मंदिर में सुविधाओं के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण जमीन है !

इदम् एकम् विवादितं भूमि आसीत्, येन इति भूमिम् अधिगृहित: स्म तः येन सुन्नी वक्फ विभागस्य भूमि बदति स्म यस्मिन् च् अभियोगं चरति स्म !

यह एक विवादित जमीन थी, जिन्होंने इस जमीन को हड़प रखा था वो इसे सुन्नी वक्फ बोर्ड की जमीन बताते थे और इस पर केस चल रहा था !

अस्यधरायाः तृतीयदानुबंधं भवितानि ! कुत्रचित कुसुम पाठकाभियोग रणेन निर्वाणं ळब्धुम् इच्छति स्म, येन कारणं साइति भूमिम् विक्रयस्य निर्णयम् कृतवती ! विक्रयपत्रं न भवितुम् शक्नुतं कुत्रचिताभियोगम् चरति स्म !

इस जमीन का 3 बार एग्रीमेंट हो चुका है ! क्योंकि कुसुम पाठक मुकदमेबाजी से छुटकारा पाना चाहती थी, इसलिए उन्होंने इस जमीन को बेचने का निश्चय किया ! बैनामा नहीं हो सका क्योंकि मुकदमा चल रहा था !

प्रथमानुबंधं ४ मार्च २०११ तमे २ कोटि रूप्यके भूमिविक्रयं गृहित्वा सुल्तान अंसारिण: पितु इरफान अंसारिणाभवत् स्म !

पहला एग्रीमेंट 4 मार्च 2011 में 2 करोड़ रुपए में जमीन बेचने को लेकर सुल्तान अंसारी के पिता इरफान अंसारी से हुआ था !

द्वितीयानुबंधं २०१४ तमे अभवत् तृतीयानुबंधं च् सितंबर २०१९ तमे अभवत् स्म ! धरायाः मूल्य २ कोटि रूप्यकाणि २०११ तमे इव निश्चितं भवितं स्म !

दूसरा एग्रीमेंट 2014 में हुआ और तीसरा एग्रीमेंट सितंबर 2019 में हुआ था ! जमीन की कीमत 2 करोड़ रूपये 2011 में ही तय हो चुकी थी !

२०२० तमे इति धरायां सुन्नी वक्फ विभागं स्व दृढकथनं त्यजतं कथितं च् इदम् तस्य भूमि न अस्ति ! अर्थतः इति विवादितं धरायां अभियोगं २०२० तमे संपादितं !

2020 में इस जमीन पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने अपना दावा छोड़ दिया और कहा ये उसकी जमीन नहीं है ! अर्थात इस विवादित जमीन पर मुकदमा 2020 में खत्म हुआ !

वर्तमाने इति धरायाः क्षेत्रस्यानुरूपम् मूल्य (इदम् न्यूनतम् मूल्य भवति, यस्मिन् मुद्रांक शुल्क भवति) लगभगम् ५ कोटि रूप्यकाणि अस्ति !

वर्तमान में इस जमीन का सर्किल रेट (ये मिनिमम रेट होता है, जिसपर स्टैंप ड्यूटी देनी पड़ती है) लगभग 5 करोड़ रूपये है !

उत्तरप्रदेश सर्वकार: नवायोध्या निर्माणाय अयोध्यायां भूमिम् क्षेत्रस्यानुरूपम् मूल्यतः ४ गुणित मूल्ये क्रयति ! अर्थतः तः भूमि यदि उत्तर प्रदेश सर्वकार: क्रीत: तर्हि २५ कोटिनां आर्श्व पार्श्व क्रीत: !

उत्तरप्रदेश सरकार नई अयोध्या बनाने के लिए अयोध्या में जमीन को सर्किल रेट से 4 गुना कीमत पर खरीद रही है ! यानी वो जमीन अगर उत्तरप्रदेश सरकार खरीदती तो 25 करोड़ के आसपास खरीदती !

रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यासम् भव्य राममंदिर निर्माणाय तत धरायाः आवश्यकतामासीत् !

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए उस जमीन की आवश्यकता थी !

राममंदिर न्यासम् द्वयो पक्षयो अर्थतः कुसुम पाठकं सुल्तान अंसारिम् च् आहुतं,वार्तालापस्य अनंतरम् द्वयो पक्षयो सहर्ष सहमतिम् निर्मिते !

राम मंदिर ट्रस्ट ने दोनो पक्षों यानी कुसुम पाठक और सुलतान अंसारी को बुलाया, बातचीत के बाद दोनो पक्षों में सहर्ष सहमति बनी !

रामजन्मभूमि न्यासम् तत धरायां विक्रयपत्रं कृतेन पूर्व १८ मार्च २०२१ तमम् निरस्तकृतस्य पत्रम् दत्तवान, अर्थतः संपूर्णानुबंधं संपूर्ण ऋणं निरस्तं अक्रियते ! अधुना भूमि सर्वै: कलहै: भारै: च् मुक्तमभवत् स्म !

राम जन्मभूमि ट्रस्ट को उस जमीन का बैनामा करने से पहले 18 मार्च 2021 को निरस्तनामा दिया गया, यानी सारे एग्रीमेंट और सारी देनदारियां रद्द की गई ! अब जमीन सभी विवादों और भारों से मुक्त हो चुकी थी !

यतधिकारपत्रमनाधिकृतं विक्रेता आप सांसदः संजय सिंह: कथ्यति तत विक्रयपत्रे कश्चित अनुबंधस्योल्लेखम् किं नास्ति, तः येन कारणं नास्ति !

जो टिकट ब्लैक करने वाला आप सांसद संजय सिंह कह रहा है कि बैनामे में किसी एग्रीमेंट का जिक्र क्यों नहीं है, वो इसीलिए नहीं है !

तमेव दिवसं १८ मार्च २०२१ तमम् सुल्तान अंसारिणा २ कोटि रूप्यकाणि कुसुम पाठकम् दत्त: !

उसी दिन 18 मार्च 2021 को सुल्तान अंसारी द्वारा 2 करोड़ रुपया कुसुम पाठक को दिया गया !

तस्यानंतरम् तमेव दिवसं १८ मार्च २०२१ तमम् सुल्तान अंसारी: तत भूमि राममंदिर न्यासम् आपनमूल्यात् न्यून मूल्ये अर्थतः १८.५ कोटि रूप्यके विक्रीत: !

उसके बाद उसी दिन 18 मार्च 2021 को सुल्तान अंसारी ने वो जमीन राम मंदिर ट्रस्ट को मार्केट रेट से कम दाम पर यानी 18.5 करोड़ रूपये में बेच दी !

अर्थतः विक्रयानुबंधं २०११ तमे इव भवितं स्म ! २ कोटि रूप्यकाणि २०११ तमस्य मूल्यास्ति यत् निश्चितं भवितं स्म ! वर्तमाने ताम् धरायाः आपणमूल्य २० तः २५ कोटि रूप्यकाणि अस्ति !

अर्थात एग्रीमेंट ऑफ सेल 2011 में ही हो चुका था ! 2 करोड़ रुपया 2011 का रेट है जो तय हो चुका था ! वर्तमान में उस जमीन की मार्केट वैल्यू 20 से 25 करोड़ रुपया है !

राममंदिर न्यासम् तत भूमि आपणमूल्यतः न्यूने अर्थतः १८.५ कोटि रूप्यके क्रीतं ! पूर्ण क्रय विक्रय सम्यकरूपे अभवत् ! मुद्रांकशुल्कं दत्तम् !

राम मंदिर ट्रस्ट ने वो जमीन मार्केट रेट से कम में यानी 18.5 करोड़ रुपये में खरीदी है ! पूरी डील एक नंबर में हुई है ! स्टैंप ड्यूटी चुकाई गई है !

यस्मिनालजालम् कुत्र तः भवितं ? इमानि सपायाः, आपस्य, कांग्रेसस्योदारानां संयुक्त अनलमस्ति, यस्मिन् भारत समाचार चैनल इत्यस्य ब्रजेश मिश्र:, वीरेंद्र सिंह: घृतोपदायाः कार्यम् कुरुत: !

इसमें घोटाला कहां से हो गया ? ये सपा, आप, कांग्रेस लिब्ररलो के षड्यंत्र की संयुक्त आग है, जिसमें भारत समाचार चैनल के ब्रजेश मिश्रा, वीरेंद्र सिंह घृत डालने का काम कर रहे हैं !

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related articles

इदं लघु-पाकिस्तानदेशः अस्ति, अत्र हिन्दूनां आगमनम् निषेध: ! ये मिनी पाकिस्तान है, यहाँ हिंदुओं का आना मना है ?

२०२४ मे ६ दिनाङ्के छत्तीसगढस्य बिलासपुरे अर्षद्, नफीस्, शोयब्, राजा खान् अथवा सज्जद् अली इत्येतैः जीवन्दीप् सिङ्घ् नामकः...

गृहे प्रत्यागमनम्, फरजाना पल्लवी भवति, नर्गिस् मानसी भवति ! घर वापसी, फरजाना बनी पल्लवी, नरगिस हुई मानसी !

उत्तरप्रदेशस्य बरेली-मोरादाबाद्-जनपदयोः 2 मुस्लिम्-बालिकाः गृहं प्रत्यागताः सन्ति। तौ उभौ हिन्दुधर्मं स्वीकृत्य हिन्दु-बालिकानां विवाहम् अकुर्वन्। रामपुरस्य फर्हाना बरेली नगरे...

किं हिन्दु-पुत्री सलार् इत्यस्य पुत्रस्य विरुद्धं स्पर्धां कर्तुं न शक्नोति ? क्या सालार के बेटे के खिलाफ चुनाव भी नहीं लड़ सकती एक हिंदू...

२०२४ लोकसभानिर्वाचनस्य चतुर्थः चरणः सोमवासरे (मे १३, २०२४) ९६ आसनेषु अभवत्, येषु एकः हैदराबाद् आसीत्! तेलङ्गाना-राज्यस्य राजधानी ए....

मोईन शेख: एकस्याः महिलायाः यौनशोषणम् अकरोत्, ततः तां धर्मान्तरणं कर्तुम् आदिष्टवान् ! मोईन शेख ने किया महिला का यौन शोषण, फिर धर्मांतरण करने को...

मध्यप्रदेशस्य इन्दौर्-नगरे मोईन् अली नामकः पुरुषः दीर्घकालं यावत् एका महिलां लैङ्गिकरूपेण शोष्य तस्याः मतं परिवर्तयितुं बलात्कृतवान्। यदि सा...
Exit mobile version