झारखंडे सर्वकार: दलितान् दत्तवान् भूमि, मुस्लिमा: अधिपत्यमकुर्वन् ! झारखंड में सरकार ने दलितों को दी जमीन, मुस्लिमों ने कर लिया कब्जा !

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झारखंडस्य गिरिडीह जनपदे दलित समुदायस्य जनाः स्वभूम्यां अनाधिकृताधिपत्यस्यारोपम् अरोप्यन् ! प्रशासनम् दत्तं प्रार्थनापत्रे दलिता: मुस्लिमपक्षे स्वभूम्य: अधिपत्यस्यापवादम् कृत: अस्ति ! स्वभूम्य: पुनः ळब्धुम् पीड़ित कुटुंबानि १२ सितंबरतः डीसी कार्यालये धरना ददान्ति !

झारखंड के गिरडीह जिले में दलित समुदाय के लोगों ने अपनी जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया है ! प्रशासन को दिए प्रार्थना पत्र में दलितों ने मुस्लिम पक्ष पर अपनी जमीनें हड़पने की शिकायत की है ! अपनी जमीनों को वापस पाने के लिए पीड़ित परिवार 12 सितंबर से DC (जिला उपायुक्त) ऑफिस पर धरना दे रहे हैं !

एतेषु अधुना रोजगारस्यापि संकटमगच्छन् ! भाजपास्मिन् प्रकरणे राज्य सर्वकारस्यालोचनां कृतरस्ति ! ऑपइंडियातः वार्ता कृतन् स्थानीय भाजपा नेता ज्ञाप्तवान् तत धरनाधुनापि चलति ! मीडिया सूचनापत्राणां अनुरूपम्, प्रकरणम् गिरिडीह जनपदस्य जमुआ प्रखंडस्य अस्ति !

इन सभी पर अब रोजी-रोटी का भी संकट आ गया है ! भाजपा ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार की आलोचना की है ! ऑपइंडिया से बात करते हुए स्थानीय भाजपा नेता ने बताया कि धरना अभी भी जारी है ! मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला गिरीडीह जिले के जमुआ प्रखंड का है !

अत्र डीसी कार्यालये धरना ददाति सावित्री भारती, जीरा देवी, गुलाबी देवी इत्यादयः ज्ञाप्तवत्य: तत वर्षे १९८६-८७ तमे तत्कालीन बिहार सर्वकारेण नवाडीहस्य केचन दलित कुटुंबानि जमुआ अंचले ११ सहस्र एकड़ भूमि वसितुं आधिकारिकरूपे दत्तवान् स्म !

यहाँ डीसी ऑफिस पर धरना दे रहीं सावित्री भारती, जीरा देवी, गुलाबी देवी आदि ने बताया कि साल 1986-87 में तत्कालीन बिहार सरकार द्वारा नवाडीह के कुछ दलित परिवारों को जमुआ अंचल में 11 हजार एकड़ भूमि रहने के लिए आधिकारिक तौर पर दी गई थी !

अरभे पीडिता: तत्र वृक्षानि स्थाप्यन् ! नियमित रूपे भूम्या: रसीद इत्यापि नयवन्त: ! इति मध्य अब्दुल:, मशरफ:, खलील:, हामिद:, अलीबख्श: इत्यादयः तस्मिन् भूम्यां बलात् अधिपत्य कृतवन्तः ! आरोपिन: पीडितान् ताडितवन्तः कुवचा: च् दत्वापलायन् !

शुरुआत में पीड़ितों ने वहाँ पेड़-पौधे लगाए ! नियमित तौर पर जमीन की रसीद भी कटवाई !इस बीच अब्दुल, मशरफ, खलील, हामिद, अलीबख्श आदि ने उस जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया ! आरोपितों ने पीड़ितों को मारा-पीटा और गालियाँ देकर भगा दिया !

यस्यापवादम् पीडिता: बहुधा आरक्षकतः कृतवन्तः तु तस्मिन् कश्चित शृणुनम् नाभवत् ! पीडितानां कथनमस्ति ततानुमानतः ३७ वर्षाणि विगतस्यानंतरमपि अधुनैव तान् वासितुं न अशक्नुवन् ! अंततः सर्वे पीडिता: न्यायालयस्य आश्रये गतवन्तः !

इसकी शिकायत पीड़ितों ने कई बार पुलिस से की लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं हुई ! पीड़ितों का कहना है कि लगभग 37 वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक उनको वहाँ बसाया नहीं जा सका है ! आखिरकार सभी पीड़ित कोर्ट की शरण में गए !

वर्षे २०१६ तमे इदम् भूमीय कलहं गिरिडीहस्य उपायुक्तस्य न्यायालयं एव प्राप्तवान् ! अस्मिन् अभियोगे दलितपक्षम् प्रति मोहन तुरी आसीत् यद्यपि मुस्लिम पक्षस्य नेतृत्व खलील मियां इति करोति स्म ! ३ वर्षाणि एवाचलत् अभियोगे द्वौ पक्षौ स्व-स्व युक्त्य: दत्तवन्तौ स्वाभिलेखानि च् प्रस्तुतवन्तौ !

साल 2016 में यह जमीनी विवाद गिरडीह के उपायुक्त की अदालत तक पहुँच गया ! इस मुकदमे में दलित पक्ष की तरफ से मोहन तुरी थे जबकि मुस्लिम पक्ष का नेतृत्व खलील मियाँ कर रहे थे ! 3 साल तक चले मुकदमे में दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी दलीलें दीं और अपने कागजात पेश किए !

अंततः ३ वर्षाणां अनंतरम् २०१९ तमे उपायुक्तस्य न्यायालयं मोहन तुरिण: पक्षे निर्णयं दत्तवान् खलील मियां इत्या: च् दृढ़कथनम् अवैध घोषितवान् ! पीडितानां आरोपमस्ति तत वर्षे २०१९ तमे तै: अभियोगे जयं ळब्धस्य उपरांत ४ वर्षाणि अनंतरमेवाधिपत्यं दत्तुं न अशक्नोत् !

आखिरकार 3 साल के बाद 2019 में उपायुक्त की अदालत ने मोहन तुरी के पक्ष में फैसला सुनाया और खलील मियाँ के दावे को अवैध घोषित कर दिया ! पीड़ितों का आरोप है कि साल 2019 में उन्हें मुकदमे में जीत हासिल होने के बावजूद 4 साल बाद तक प्रशासन उनको उनकी जमीन पर कब्जा नहीं दिला सका है !

अभियोगे जयं भूम्यां अधिपत्येण वंचित दलित कुटुंबानि अंततः एकदा पुनः गिरिडीहोपायुक्ततः १२ सितंबर, २०२३ तमम् प्रार्थना कृतवन्तः ! तेषां याचनासीत् ततारक्षकबलम् स्थापित्वा भूम्या: अनुसंधानम् कारयतु अवैधाधिपत्यकान् निर्वर्त्य तान् स्वामित्व ददान्तु !

मुकदमे में जीती गई जमीन पर कब्जे से वंचित दलित परिवारों ने आखिरकार एक बार फिर से गिरीडीह उपायुक्त से 12 सितंबर, 2023 को गुहार लगाई ! उनकी माँग थी कि पुलिस बल लगा कर जमीन की पैमाइश करवाई जाए और अवैध कब्जेदारों को हटाकर उन सभी को मालिकाना हक दिया जाए !

यदा पीडितानां शृणुनम् नाभवत् तदा पीडिता: उपायुक्त कार्यालये एव धरनारभन् ! पीड़ित कुटुंबानां संख्यैकादश: अस्ति ! १२ सितंबरतः धरनायाः अनंतरम् यदानुमानतः १ मासमेव तेषां कश्चित वार्ता नेतुं नागतवान् तु पीड़ित कुटुंबानि धरनास्थले एव स्वरोजगारस्य कार्यमरभन् !

जब पीड़ितों की सुनवाई नहीं हुई तब पीड़ितों ने उपायुक्त कार्यालय पर ही धरना शुरू कर दिया ! पीड़ित परिवारों की सँख्या 11 है ! 12 सितंबर से धरने के बाद जब लगभग 1 माह तक उनकी कोई सुध लेने नहीं आया तो पीड़ित परिवारों ने धरनास्थल पर ही अपनी रोजी-रोटी के काम शुरू कर दिए !

पीड़ित कुटुंबानां कथनमस्ति तत शीघ्रमेव तेषां दीपावली छठ च् यथैव उत्सवानि आगच्छन्ति ! इदृशे तेषां संमुखम् गम्भीर्यार्थिक संकटम् स्थितवन्तः ! कुटुंबस्य पोषणाय भौमवासरतः (१० अक्टूबर, २०२३) पीड़ित कुटुंबानि डीसी कार्यालये एव शूर्प कंडोल: च् रचितुं अरभन् !

पीड़ित परिवारों का कहना है कि जल्द ही उनके दीपावली और छठ जैसे त्योहार आ रहे हैं ! ऐसे में उन सभी के सामने गंभीर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है ! परिवार का गुजारा करने के लिए मंगलवार (10 अक्टूबर, 2023) से पीड़ित परिवार DC ऑफिस पर ही सूप और टोकरी बनाने लगा है !

पीडितानां कथनमस्ति तत ताः स्वरोजगारार्जन् धरना कर्तुं रमिष्यन्ति ! भाजपायाः चंदनक्यारीतः विधायक: अरूण कुमार: इदृशान् घटना: अस्वीकार्य इति ज्ञाप्तवान् ! सः जनपदप्रशासनतः दोषिन् चिह्नितं कृत्वा कार्यवहनस्य याचना कृतरस्ति !

पीड़ितों का कहना है कि वो अपनी रोजी-रोटी कमाते हुए धरना जारी रखेगें ! भाजपा के चंदनक्यारी से विधायक अरुण कुमार ने ऐसी घटनाओं को अस्वीकार्य बताया है ! उन्होंने जिला प्रशासन से दोषियों को चिह्नित करके कार्रवाई की माँग की है !

भाजपा विधायकस्यानुसारम् यस्मात् पूर्वमपि पलामौ विशेषसमुदायेण महादलित कुटुंबानि तेषां गृहतः पृथकस्य घटनाभवन् ! ऑपइंडिया अस्मिन् प्रकरणे स्थानीय भाजपा नेता कामेश्वर पासवानतः वार्ता कृतवान् ! कामेश्वर: मया ज्ञाप्तवान् तत यस्मिन् स्थाने मुस्लिम पक्षम् अवैधाधिपत्यं कृतवत् !

भाजपा MLA के अनुसार इससे पहले भी पलामू में विशेष समुदाय के द्वारा महादलित परिवारों को उनके घर से बेघर करने की घटना हो चुकी है ! ऑपइंडिया ने इस मामले में स्थानीय भाजपा नेता कामेश्वर पासवान से बात की ! कामेश्वर ने हमें बताया कि जिस स्थान पर मुस्लिम पक्ष ने अवैध कब्जा किया है !

तत्रतः बहुधारक्षकमपलायन् ! आरक्षकं पलायने मुस्लिम महिला: अपि सम्मिलिता: आसन् ! कामेश्वरस्य कथनानुसारम् तस्मिन् स्थाने मुस्लिमा: अवैध रूपे भवनमपि अरचन् येन निर्वर्तस्य वार्ताकृते स्पष्टरूपेण वधभूतस्य भर्त्सकः ददाते !

वहाँ से कई बार पुलिस को भगाया जा चुका है ! पुलिस को भगाने में मुस्लिम महिलाएँ भी शामिल थीं ! बकौल कामेश्वर उस जगह पर मुस्लिमों ने अवैध तौर पर मकान भी बनवा लिए हैं जिसे हटाने की बात करने पर खुलेआम मर्डर होने की धमकी दी जाती है !

ज्ञापयतु तत २९ अगस्त, २०२२ तमम् झारखंडस्य पलामौ ५० महादलित कुटुंबानि मुस्लिमा: सम्मर्द: उपरि स्वताडनम् कृत्वा भूमिं बलातधिपत्यस्यारोपमरोप्यन् स्म ! तदा यत् स्थानम् पीड़ित कुटुंबानि ४० वर्षतः निवसस्य दृढ़कथनम् कुर्वन्ति स्म, तेन मुस्लिमपक्षम् स्व मदरसायाः भूमि ज्ञापयति स्म ! तत् काळम् पीड़ित कुटुंबानि आरक्षके कार्यवहने शिथिलतायाः आरोपमरोप्यन् स्म !

बता दे कि 29 अगस्त, 2022 को झारखंड के पलामू में 50 महादलित परिवारों ने मुस्लिम भीड़ पर अपनी पिटाई कर के जमीन को जबरन कब्जाने का आरोप लगाया था ! तब जिस जगह पीड़ित परिवार 40 वर्षों से रहने का दावा कर रहे थे, उसे मुस्लिम पक्ष अपने मदरसे की जमीन बता रहा था ! उस समय पीड़ित परिवारों ने पुलिस पर कार्रवाई में ढिलाई का आरोप लगाया था !

साभार-ऑपइंडिया

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