आफताब अमीन पूनावाला मुम्बै: एके विश्रामस्थले पचकस्य दासता कृतवान ! इति काळम् तं कुक्कुट: अज: च् कर्तनस्य प्रशिक्षणं नीत: आसीत् ! मीडिया सूचनापत्रेषु यत् तथ्यं संमुखमागच्छन्ति तस्मात् परिलक्ष्यति तत स्वेति गुणस्य प्रयुज्यं तं देहल्यां श्रद्धा वाकरस्य हनम् कृत्वा शवम् क्षिपने बहु कृतवान !
आफताब अमीन पूनावाला मुंबई के एक होटल में शेफ की नौकरी कर चुका है ! इस दौरान उसने मुर्गा और बकरा काटने की ट्रेनिंग ली थी ! मीडिया रिपोर्टों में जो तथ्य सामने आ रहे हैं उससे लगता है कि अपने इस हुनर का इस्तेमाल उसने दिल्ली में श्रद्धा वाकर की हत्या कर लाश को ठिकाने लगाने में भरपूर किया !
कथित रूपे २७ वर्षस्य श्रद्धायाः आंत्राणां तं कीमा इति अरचयत् ! द प्रिंट स्वसूचनापत्रे ज्ञाप्तवान तत सर्वात् प्रथम आफताब: आंत्राणि इवाक्षिपन् ! सूचना पत्रे आरक्षकः सुत्रै: ज्ञाप्तवान तत शवम् लघु-लघु अंशेषु कर्तित्वा फ्रिज इत्यां संरक्षितवान !
कथित तौर पर 27 साल की श्रद्धा के आंतों का उसने कीमा बना दिया था ! द प्रिंट ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सबसे पहले आफताब ने आंतों को ही फेंका था ! रिपोर्ट में पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि शव को छोटे-छोटे हिस्सों में काट फ्रिज में स्टोर किया गया !
शवस्य खंडै: सह आइसक्रीम कोल्डड्रिंक चपि अधरयत् ! शवस्य खंडानि कर्तुं तं एकं फुट दीर्घम् क्रकचस्य प्रयुज्यं कृतवान ! न्यूज १८ इत्या: सूचना पत्रस्यानुसारम् श्रद्धायाः हनस्यानंतरमपि आफताब: सामान्य जीवनम् यापते स्म !
शव के टुकड़ों के साथ आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स भी रखी थी ! शव के टुकड़े करने के लिए उसने एक फुट लंबी आरी का इस्तेमाल किया था ! न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार श्रद्धा की हत्या के बाद भी आफताब सामान्य जीवन जी रहा था !
तं बहुभिः महिलाभिः शारीरिक संबंधम् क्रियेत् ! इति हनस्यानंतरम् डेटिंग एप माध्यमेण संपर्के आगतवती एकं बालिकामपि सः देहल्या: महरौल्या: तत भवने गृहीत्वागच्छत्, यस्मिन् श्रद्धायाः शवस्य कर्तन् खंडानि धृतवान ! तं हनम् कृतस्यानंतरम् श्रद्धायाः शवस्य ३५ खंडानि कृतवान स्म !
उसने कई महिलाओं से शारीरिक संबंध बनाए ! इस हत्या के बाद डेटिंग एप के जरिए संपर्क में आई एक लड़की को भी वह दिल्ली के महरौली की उस फ्लैट में लेकर आया था, जिसमें श्रद्धा के शव के कटे हुए टुकड़े रखे थे ! उसने हत्या करने के बाद श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए थे !
यै: सः लगभगं १८ दिवसानि यावत् एकं-एकं कृत्वा क्षिपतुं रमेत् ! श्रद्धायाः पृथक शिरं सः नित्यं पश्यति स्म, शवस्य खंडानि आफताब: कृष्ण पन्नी इत्यां धृत्वाक्षिपत् ! नवाभिज्ञाने इदमपि संमुखमगच्छत् ततारोपिन् अत्र-तत्र प्रसृतं रक्तस्य स्वच्छाय रसायन गूगल इत्यां अन्वेषितवान !
इन्हें वह करीब 18 दिनों तक एक-एक कर फेंकता रहा ! श्रद्धा के कटे सिर को वह रोज देखता था, शव के टुकड़ों को आफताब काली पन्नी में रखकर ठिकाने लगाता था ! ताजा जानकारी में यह भी सामने आया है कि आरोपित ने श्रद्धा के कत्ल के दौरान बिखरे खून की सफाई के लिए केमिकल गूगल पर सर्च किया था !
यं रसायनम् क्रयस्यानंतरं तं श्रद्धायाः शवम् स्नानगृहे धृत: आसीत् ! अनंतरे तं शवस्य लघु-लघु खंडम् कर्तित: तै: च् फ्रिज इत्यां धृतवान ! अनंतरे तं रसायनेण तळम् फ्रिज इतम् च् अमळं कृतवान ! आफताब: तैव कक्षे शयति अपि स्म, यत्र तं श्रद्धायाः शवम् कर्तित्वा धृतवान !
इन केमिकल को मँगवा लेने के बाद उसने श्रद्धा की लाश बाथरूम में रख दी थी ! बाद में उसने लाश के छोटे-छोटे पीस काटे और उसे फ्रिज में रखा ! बाद में उसने केमिकल से बाकायदा फर्श और फ्रिज को धोया ! आफताब उसी कमरे में सोता भी था, जहाँ उसने श्रद्धा की लाश को काट कर रखा था !
एकस्य सूचनापत्रस्यानुरूपम् आफताब: श्रद्धायाः शवेण सह पूर्ण २२ दिवसानि एव रमति स्म ! सर्वात् प्रथम तं श्रद्धायाः हस्ते कर्तित: आसीत् पुनः पादे ! यस्यानंतरम् तं शेष अंगमपि कर्तित: ! कर्तन् अंगानि तः फ्रिज इत्यां धृतेन पूर्वम् बोरिक एसिड इत्या अमलयति स्म !
एक रिपोर्ट के मुताबिक आफताब श्रद्धा की लाश के साथ कुल 22 दिनों तक रहा था ! सबसे पहले उसने श्रद्धा के हाथों को काटा था फिर पैरों को ! इसके बाद उसने बाकी अंग भी काटे ! कटे हुए अंगों को वो फ्रिज में रखने से पहले बोरिक एसिड से धोता था !
येन फ्रिज इत्या: एके अंशे तं श्रद्धायाः शवं धृतवान, तैव फ्रिज इत्या: द्वितीय अंशे तः बिस्किट, दुग्ध, नवनीत कोल्डड्रिंक च् इत्यादयः धारयति स्म ! कथ्यते १८ मई २०२२ तमम् श्रद्धायाः हनम् कृतस्य अनंतरम् आफताब: १० जून एव तस्य इंस्ट्राग्राम इति चालयति स्म !
जिस फ्रिज के एक हिस्से में उसने श्रद्धा की लाश रखी थी, उसी फ्रिज के दूसरे हिस्से में वो बिस्किट, दूध, मक्खन और कोल्डड्रिंक आदि रखता था ! कहा जा रहा है 18 मई 2022 को श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफताब 10 जून तक उसका इंस्टाग्राम चला रहा था !
इदृशं कृतस्य पश्च तस्येच्छा श्रद्धाम् जीवितं प्रदर्शनम् आसीत् ! इति काळम् तः आगत वार्तानां श्रद्धा भूत्वा उत्तरमपि ददाति स्म ! श्रद्धायाः शवम् क्षिपनस्य अनंतरम् आफताब: भवनम् परिवर्तितं कृतवान !
ऐसा करने के पीछे उसका मकसद श्रद्धा को जिन्दा दिखाना था ! इस दौरान वो आने वाले मैसेजों का श्रद्धा बनकर जवाब भी देता था ! श्रद्धा की लाश को ठिकाने लगाने के बाद आफताब ने फ्लैट चेंज कर लिया था !