चीनी वायरस की वजह से अपने माता पिता को खो चुके बच्चो का पालन पोषण मध्य प्रदेश सरकार करेगी।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने ऐसे बच्चो को हर महीने पांच हजार रुपए पेंशन देने की और पात्रता न होते हुए भी निःशुल्क राशन देने की घोषणा की है।
वो घर भी जहां कमाने वाले व्यक्ति की मृत्यु इस चीनी वायरस से हों गईं हैं और महिलाएं कोई रोजगार शुरू करना चाहती है, ऐसी महिलाओं को सरकार अपनी गारंटी पर बगैर ब्याज के कर्ज दिलाएगी।
सरकार के मुताबिक पेंशन केवल गैर आयकरदाताओं को होगी।
इसका लाभ उन वृद्ध लोगो को भी मिलेगा जिनके बुढ़ापे का सहारा चीनी वायरस ने छीन लिया।
चीनी वायरस के कारण मध्य प्रदेश में अभी तक कई लोगो ने अपनी जान गवां दी है।
इनमे से कई परिवारों में कमाने वाले सदस्य की मौत हो गई,तो कई बच्चे अनाथ हो गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने १३ मई को इस सहायता की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे परिवारों को हम बेसहारा नही छोड़ सकते है।
इनका सहारा हम है ,ऐसे परिवारों के बच्चों को सरकार पांच हजार रुपए महीना पेंशन व निःशुल्क राशन देगी । बच्चो की शिक्षा का प्रबंध भी सरकार करेगी और वो भी निःशुल्क।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को सब लोग प्यार से “मामा जी” ऐसे नही बोलते है।
एक तरफ वो नेता है जो केवल रात दिन टीवी पर आकर बस बयानबाजी करते है और सारा ठीकरा अपनी गलती का केंद्र सरकार पर डाल देते है,उसी दौर में श्री शिवराज सिंह चौहान है जो अपने प्रदेश के लोगों को अकेला नहीं छोड़ रहे हैं, उनके साथ उनकी इस दुख की घड़ी में उनका सहारा बनकर खड़े है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जो मुख्य बात कही वो यह थी कि ” ऐसे दुखी परिवारों को हम बेसहारा नही छोड़ सकते,उनका सहारा हम है प्रदेश की सरकार है ,ऐसे बच्चो को भी चिंता करने की जरूरत नही है वो प्रदेश के बच्चे हैं,प्रदेश उनकी देखभाल करेगा, प्रदेश उनकी चिंता करेगा”।
अब इसको राजनीति के नजरिए से न देखते हुए एक सामान्य तौर पर देखते है ऐसे महामारी के समय में जहां लोगो के परिवार के सदस्य चीनी वायरस से मर चुके है उन परिवारों पर जब इतना भीषण संकट आ गया है जीवन यापन का, क्योंकि जब हर तरफ से नकारत्मक ऊर्जा फैलाई जा रही हो और कई लोग ऐसे समय पर भी गंदी राजनीति करते हो, उस समय यह खबर बहुत ही सकारात्मक प्रभाव वाली है।
शिवराज सिंह चौहान उर्फ मामा जी ने अपने प्रदेश के नागरिक पर आए इस संकट में उनके साथ डटकर खड़े हुए है। जो की एक काबिल प्रशासक का कर्तव्य होता है।
माना की अपनो की कमी को कोई दूर नहीं कर सकता है लेकिन कम से कम भविष्य को सुरक्षित किया जा सकता है और वही कार्य श्री शिवराज सिंह चौहान ने करके दिखाया है।
आने वाले समय में जब यह चीनी वायरस खत्म हो जाएगा और जन जीवन सामान्य हो जाएगा और लोग जब फिर से अपने जीवन को एक गति प्रदान कर रहे होंगे।
तब यह बात हमेशा याद रखी जाएगी कि किस तरह शिवराज मामा ने अपने प्रदेश के लोगो का साथ निभाया था और अपने प्रदेश के परिवारों पर एक बड़े संकट के दौर से गुजर रहे थे तब उनका हाथ थाम कर उनके जीवन की समस्या को कम किया ।
मध्य प्रदेश में चीनी वायरस के कारण बेसहारा हुए बच्चों को सहारा देने का निर्णय करने वाला जम्मू कश्मीर के बाद दूसरा राज्य है।
https://twitter.com/ChouhanShivraj/status/1392717128688603140