केवल प्रतीक चित्र
बांग्लादेशतः म्यांमारतः चवैध रूपेण भारते अविशन् रोहिंग्या एवं बांग्लादेशी मुस्लिमा: अधुना देशाय नासूर इति भवितुं गच्छन्ते ! ते न केवलं अवैध रूपेण देशे प्रविश्य कार्यम् कुर्वन्ति, अपितु स्वमत्रस्य वासिन् सिद्धकर्तुं आधार वोटर कार्ड च् यथैव अनाधिकृत अभिलेखानि अपि रचन्ते !
बांग्लादेश और म्यांमार से अवैध रूप से भारत में घुसे रोहिंग्या एवं बांग्लादेशी मुस्लिम अब देश के लिए नासूर बनते जा रहे हैं ! वे ना सिर्फ अवैध रूप से देश में घुसकर काम-काज कर रहे हैं, बल्कि खुद को यहाँ का निवासी साबित करने के लिए आधार और वोटर कार्ड जैसे फर्जी दस्तावेज भी बना रहे हैं !
अधुना ते मृत जनानां आधार वोटर कार्ड इत्यादयः अभिलेखानि स्व नामेषु हस्तांतरण कारयन्ति ! इमे अनाधिकृत प्रवेशका: भारतस्य पृथक-पृथक राज्येषु गोप्य वसन्ति स्व परिचयं च् गोपनाय इदृशा: जनानां परिचयपत्रस्य प्रयुज्यन्ते, येषां निधनम् अभवन् !
अब वे मृत लोगों के आधार और वोटर कार्ड आदि दस्तावेज अपने नामों पर हस्तांतरण करा रहे हैं ! ये घुसपैठिए भारत के अलग-अलग राज्यों में छिप कर रह रहे हैं और अपनी पहचान छिपाने के लिए ऐसे लोगों के पहचान पत्र का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनकी मौत हो चुकी है !
एतै: नामाभिः इमे अनाधिकृत प्रवेशका: न केवलं स्व कार्यम् चालयन्ति तत कोषेषु कोषम् अपि अकुर्वन् ! यस्य प्रकारस्य प्रकरणानि संमुखमागमनस्यानंतरम् गोपनीय संस्था: अपि सतर्क: अभवन् ! राष्ट्रीय अनुसंधान संस्था सहितं भारतस्यान्यान् संस्था: वर्तमानैव यस्य प्रकारस्य बहूनि साक्ष्यानि अलभन् !
इन नामों से ये घुसपैठिए ना सिर्फ अपना कारोबार चला रहे हैं कि बैंकों में खाते भी खुलवा लिए हैं ! इस तरह के मामले सामने आने के बाद खुफिया एजेंसियाँ भी सतर्क हो गई हैं ! राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) सहित भारत की अन्य एजेंसियों को हाल ही में इस तरह के कई सबूत मिले हैं !
येषु यै: अवैध रूपेण भारते आनित्वा पृथक-पृथक राज्येषु वासदाता समुहस्य ज्ञानम् अभवन् ! इदृशाणां जनानां परिचयं क्रियते ! केचन बांग्लादेशी एवं रोहिंग्या मुस्लिमान् राज्यस्य विभिन्न स्थानै: बंधनमकुर्वन् ! वर्तमानैव यूपी एटीएस वैदेशि फंडिंग नीत्वा अवैध अनाधिकृत प्रवेशकानां सहाय्यकर्ता एकेण समुहतः संलग्ना: केचन जनान् बंधनम् अकुर्वन् स्म !
जिनमें इन्हें अवैध रूप से भारत में लाकर अलग-अलग राज्यों में बसाने वाले गिरोह का पता चला है ! ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है ! कुछ बांग्लादेशी एवं रोहिंग्या मुस्लिमों को राज्य के विभिन्न जगहों से पकड़ा भी गया है ! हाल ही में यूपी एटीएस ने विदेशी फंडिंग लेकर अवैध घुसपैठियों की मदद करने वाले एक सिंडीकेट से जुड़े कुछ लोगों को पकड़ा था !
कर्णपुरतः अलम्भितं समुहस्य सक्रिय सदस्य: बांग्लादेश वासिन् च् मोहम्मद राशिद अहमद: पृच्छने अवदत् तत तं पंच अन्यान् बांग्लादेशी: अवैध अभिलेखानां सहाय्यतः परिचयं परिवर्त्य देवबंदे स्थानमददात् स्म ! यस्मात् पूर्वम् अलम्भित: बांग्लादेशी आदिलुर्रहमानमपि अवैध अभिलेखम् राशिद: एव उपलब्ध: कारयतु स्म !
कानपुर से पकड़े गए गिरोह के सक्रिय सदस्य और बांग्लादेश निवासी मोहम्मद राशिद अहमद ने पूछताछ में बताया कि उसने पाँच अन्य बांग्लादेशियों को फर्जी दस्तावेजों की मदद से पहचान बदलकर देवबंद में ठिकाना दिलाया था ! इससे पहले पकड़े जा चुके बांग्लादेशी आदिलुर्रहमान को भी फर्जी दस्तावेज राशिद ने ही उपलब्ध कराए थे !
एटीएस वैदेशि फंडिंग इत्यस्य मास्टमाइंड एनजीओ चालक: च् अबु सालेह मंडलम् विगत दिवसानि लक्ष्मणपुरीतः अलम्भयत् स्म ! सः स्व एनजीओ इत्यां वैदेशि फंडिंग नयति स्म अवैध प्रवेशकान् च् भारते वासे तेषां सहाय्य करोति स्म ! अबु सालेह: एटीएस इतम् अवदत् तत सः हरोआ-अल-जमियातुल-इस्लामिया-दारुल-उलूम मदरसा कबीरबाग मिल्लत एकेडमी च् नाम्नो: द्वे न्यासे चालयति !
एटीएस ने विदेशी फंडिंग के मास्टरमाइंड और एनजीओ चलाने वाले अबू सालेह मंडल को बीते दिनों लखनऊ से पकड़ा था ! वह अपने एनजीओ में विदेशी फंडिंग लेता था और अवैध घुसपैठियों को भारत में बसाने में उनकी मदद करता था ! अबू सालेह ने ATS को बताया कि वह हरोआ-अल-जमियातुल-इस्लामिया-दारूल-उलूम मदरसा और कबीरबाग मिल्लत एकेडमी नाम से दो ट्रस्ट चलाता है !
एतयो: न्यासो: एफसीआरए कोषेषु ब्रिटेनस्य उम्मा वेलफेयर न्यासतः वर्षम् २०१८-२२ एव अनुमानतः ५८ कोटि रूप्यकाणि अगच्छत् ! उम्मा न्यासम् आतंकी गतिविधिसु सम्मेलनस्य तेषां च् सहाय्य कृतस्य कारणम् अमेरिका प्रतिबंधितं अकरोत् ! उत:, दैनिक भास्कर सूत्रै: अवदत् तत एनआईए कार्यवहन कृतन् तमिलनाडौ मोहम्मद सोरीफुल बाबू मियांम्, शहाबुद्दीन हुसैनम् मुन्ना अर्थतः नूर करीमम् च् बंधनमकुर्वन् स्म !
इन ट्रस्टों के FCRA खातों में ब्रिटेन के उम्मा वेलफेयर ट्रस्ट से साल 2018-22 तक लगभग 58 करोड़ रुपए आए ! उम्मा ट्रस्ट को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने और उनकी मदद करने के कारण अमेरिका प्रतिबंधित कर चुका है ! उधर, दैनिक भास्कर ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि NIA ने कार्रवाई करते हुए तमिलनाडु में मोहम्मद सोरीफुल बाबू मियां, शहाबुद्दीन हुसैन और मुन्ना उर्फ नूर करीम को गिरफ्तार किया था !
इमे दीर्घकालतः बांग्लादेशतः भारते अनयन् रोहिंग्या मुस्लिमेभ्यः अनाधिकृत आधार कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड मार्कशीट इत्यादयः रचितुं ददान्ति स्म ! इमे पृच्छने अवदन् तत रोहिंग्या मुस्लिमान् भारतीय परिचयं दत्तुं ते मृतकानां अभिलेखानि प्रयुज्यन्ते ! एनआईए इतम् इदृशाणां जनानां अनुक्रमणिकारोपिभिः अलभन् !
ये तीनों लंबे समय से बांग्लादेश से भारत में लाए गए रोहिंग्या मुस्लिमों के लिए फर्जी आधार कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड, मार्कशीट आदि बनाकर देते थे ! इन तीनों ने पूछताछ में बताया कि रोहिंग्या मुस्लिमों को भारतीय पहचान देने के लिए वे मृतकों के दस्तावेज इस्तेमाल करते हैं ! NIA को ऐसे लोगों की सूची आरोपितों से मिले हैं !
यस्य अनुसंधानस्य अनाधिकृत अभिलेखानि वसन्ति अनाधिकृत प्रवेशकानां च् परिचयं क्रियन्ते ! एनआईए इत्यस्यानुसंधाने तमिलनाडु, हरियाणा, असम, पश्चिम बंग, महाराष्ट्र, जम्मू सहितं बहुसु राज्येषु रोहिंग्या अनाधिकृत प्रवेशकानां वासस्य अभिज्ञानम् अलभन् ! वस्तुतः, शहाबुद्दीन हुसैन: सर्वकारी अधिकारिभिः मैत्री कृत्वा मृत जनानां डेटा लब्धते स्म !
इसकी पड़ताल और फर्जी दस्तावेज पर रह रहे घुसपैठियों की पहचान की जा रही है ! NIA की जाँच में तमिलनाडु, हरियाणा, असम, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, जम्मू सहित कई राज्यों में रोहिंग्या घुसपैठियों के रहने की जानकारी मिली है ! दरअसल, शहाबुद्दीन हुसैन सरकारी अधिकारियों से साँठ-गाँठ करके मृत लाेगाें का डेटा हासिल करता था !
यस्यानंतरम् बाबू मियां नूर करीम: च् येषां आधार क्रमांकस्य प्रयुज्यन् तेनोम्रस्यानुसारम् अनाधिकृत प्रवेशकानां डेटा तेषु अपडेट इति कारयन्ति स्म ! डेटा अपडेट भूतस्यानंतरम् ते तेषु वासस्थानम् परिवर्तयन्ति स्म ! पुनः आधार कार्ड इति माध्यमेन राशन कार्ड, पैन कार्ड अन्यानि च् अभिलेखानि तत्पर: कुर्वन्ति स्म !
इसके बाद बाबू मियां और नूर करीम इनके आधार नंबर का इस्तेमाल करते हुए उस उम्र से मिलते-जुलते घुसपैठियों का डेटा उनमें अपडेट कराते थे ! डेटा अपडेट होने के बाद वे उसमें पता बदलवाते थे ! फिर आधार कार्ड के जरिए राशन कार्ड, पैन कार्ड और अन्य दस्तावेज तैयार बनवाते थे !
एतानि अनाधिकृत कार्याणि दर्शन् सर्वकारम् प्रति अक्टूबर २०२३ तमतः जन्म मृत्यु च् प्रमाणपत्रम् ळब्धुम् आधार कार्ड अनिवार्य अकुर्वन् ! अधुना मृत्यु प्रमाण-पत्र ळब्धस्य मृतकस्य आधार कार्ड दत्तुं भविष्यति ! यस्य अनंतरम् संबंधित अधिकारिन् तत आधार कार्ड इत्यस्य अभिज्ञानम् यूएडीएआई इतम् प्रेक्ष्यते ! यस्यानंतरम् यूएडीएआई मृतकस्य आधार निष्क्रिय: करिष्यति तस्य नाम च् प्रतिस्थानतः निर्वर्तिष्यते !
इन सब फर्जीवाड़े को देखते हुए सरकार की ओर से अक्टूबर 2023 से जन्म और मृत्यु प्रमाण-पत्र हासिल करने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया ! अब मृत्यु प्रमाण-पत्र पाने के मृतक का आधार कार्ड देना होगा ! इसके बाद संबंधित अधिकारी उस आधार कार्ड की जानकारी UADAI को भेज देंगे ! इसके बाद UADAI मृतक का आधार निष्क्रिय कर देगा और उसका नाम हर जगह से हट जाएगा !