दिल्ली के रोहिणी बेगमपुर क्षेत्र में शुक्रवार को एक 17 वर्ष की नाबालिग लड़की की उसके घर में हत्या कर दी गई है , लड़की की हत्या इसलिए कर दी गई थी क्योंकी उसने शादी करने से मना कर दिया था ।
पुलिस ने आरोपी का पता लगा लिया है और आरोपी का नाम है लाईक खान जो कि फैक्ट्री में मजदूर है।
पुलिस के मुताबिक पीड़िता का परिवार और आरोपी का परिवार एक दूसरे के पड़ोसी थे भवाना क्षेत्र में, और उनका एक दूसरे का यहां आना होता था और जब पीड़िता के परिवार ने वहां से बेगमपुर रहने चला गया तब भी इनके यहां आरोपी का आना जाना लगा रहता था ।
आरोपी उनके यहां दो महीने रुका भी था, और वारदात के दिन जब लड़की का भाई जब वापस आया तब उसने देखा कि आरोपी उनके घर का दरवाजा बाहर से लगा कर जा रहा था ,अंदर जाकर जब उन्होंने देखा तो अपनी बहन को मृत पाया ।
परिवार के लोगों ने बताया था कि आरोपी लड़की पर शादी का दवाब बना रहा था ,और लड़की ने मना कर दिया तो गुस्से मे आकर आरोपी ने लड़की की हत्या कर दी ।
अब इस घटना से यह सीख मिलती है कि आप कितना भी भाई चारा,या गंगा जमुना तहज़ीब का उदहारण दो ये जिहादी लोग कभी नहीं सुधरेंगे।
दिल्ली में लोगो ने जिस फ्री की बिजली पानी के लिए वोट दिया था उसका अब नतीजा देखने को मिल रहा है ।
इसे इस तरह समझे कि यदि आपने किसी विशेष समुदाय के लोगों के साथ उठना बैठना है तो समझ लीजिए कि आप अपनी मौत को न्योता दे रहे है।
आप अगर जिहादी लोगो को घर में खाना खिलाएंगे और उनकी उनकी आवभगत करेंगें तो वो बदले में आपकी घर की बेटियो और महिलाओं के साथ ऐसा बर्ताव करेंगे ।
जिहादी लोगो की यहीं मानसिकता है कि उनको सिर्फ अपने गज़वा ए हिंद के सपने को पूरा करना है और इसके लिए वो किसी भी हद तक जा सकते है।
आरोपी ने एक बार भी नहीं सोचा कि जिस हिन्दू परिवार ने उसका इसका साथ दिया वो उनकी बेटी के साथ ऐसा घिनौना काम कर रहा है।
और लड़की की हत्या भी उसने इसलिए कर दी क्योंकि लड़की शादी के लिए मना कर कर रही थी।
लड़की के परिवार को अगर पता था तो उन्होंने भी इसके खिलाफ तो उन्होंने क्या किया ? इसमें गलती परिवार की भी है। जिन्होंने समय रहते कठोर कदम नहीं उठाया ।
सेक्यूलर हिन्दुओं को इससे सबक लेना होगा और यह बात दिमाग में बिठा लेनी चाहिए कि आप एक पागल कुत्ते के साथ नहीं रह सकते है ।