मद्यनिषेधकं राज्य बिहारे वर्तमानस्य दिवसेषु गरल युक्त मद्यपानां बहुजनानां निधनै: नीतीश सर्वकारस्य निर्णये प्रश्नमुत्थितुमारंभितं ! इतीव मध्य बिहारस्य मुख्यमंत्री नीतीशकुमार: अद्य (१५ नवंबर) कथित: तत केचन जनाः मम विरुद्धमभवन् !
शराबबंदी वाले राज्य बिहार में हाल के दिनों में जहरीली शराब पीने के कई लोगों की मौत होने से नीतीश सरकार के फैसले पर सवाल उठने लगे हैं ! इसी बीच बिहार के मुख्ममंत्री नीतीश कुमार ने आज (15 नवंबर) कहा कि कुछ लोग मेरे खिलाफ हो गए !
कुत्रचित अहम् मद्यनिषेधस्यादेशित: स्माहम् च् यान् गृहीत्वा गम्भीर्यमस्मि ये यस्य विरोधम् कुर्वन्ति तै: मद्यपानै: तुद्यति ! इदम् भिन्न वार्तास्ति, तस्य स्वमत भवितुम् शक्नोति ! तु वयं जनानां शृणुतः पुरुषा: महिला: द्वयान् ! अहम् मद्यस्य विरुद्धम् स्थितोस्मि !
क्योंकि मैंने शराबबंदी का आदेश दिया था और मैं इसको लेकर गंभीर हूँ जो इसका विरोध करते हैं उन्हें शराबबंदी से बुरा लगता है ! यह अलग बात है, उनकी अपनी राय हो सकती है ! लेकिन हमने लोगों की सुनी पुरुष और महिला दोनों को ! मैं शराब के खिलाफ खड़ा हूँ !
भारतीय मादक पेय संस्थानां परिसंघम् बिहारस्य एनडीए सर्वकारेण राज्ये मद्यनिषेध संपादने पुनः विचार्यस्याग्रहम् कृतः !
भारतीय मादक पेय कंपनियों के परिसंघ ने बिहार की एनडीए सरकार से राज्य में शराबबंदी समाप्त करने पर फिर से विचार करने का आग्रह किया है !
परिसंघम् मुख्यमंत्री नीतीश कुमारं मद्यनिषेधं विना महिलानां सहाय्यस्य तस्यघोषित लक्ष्यान् सुनिश्चितुं बहुपगानि उत्थायस्योपदेशितं ! मद्यनिषेधम् गृहीत्वा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार: १६ नवंबरम् उच्चस्तरीय गोष्ठिमपि आहूत: !
परिसंघ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शराबबंदी के बिना महिलाओं की मदद करने के उनके घोषित लक्ष्यों को सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाने का सुझाव दिया है ! शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 नवंबर को उच्च स्तरीय बैठक भी बुलाई है !
बिहार प्रतिपक्षस्य नेता तेजस्वी यादव: नीतीश सर्वकारे घातन् ट्वीतं कृतः तत किमिदम् सत्यता न अस्ति ततारक्षिस्थानै: मद्यस्य विक्रयम् भवति नियोगं च् सर्वकारः एव न प्राप्यति ?
बिहार प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट किया कि क्या यह सच्चाई नहीं है कि थानों से शराब की बिक्री हो रही है और कमीशन सरकार तक नहीं पहुंच रहा है ?
किमिदम् यथार्थम् नास्ति तत मद्यनिषेधस्य नामनि मुख्यमंत्रिणा कृतः सहस्राणि समीक्षा गोष्ठिनामद्यापि एवस्य परिणाम: शुन्यमेव न अपितु लुंठकान् प्रोत्साहका: इव सिद्धमभवत् ?
क्या यह यथार्थ नहीं है कि शराबबंदी के नाम पर मुख्यमंत्री द्वारा की गयी हजारों समीक्षा बैठकों का अभी तक का परिणाम शून्य ही नहीं बल्कि तस्करों को प्रोत्साहित करने वाला ही साबित हुआ है ?
विगत त्रिषु दिवसेषु मद्य दस्युना सह मेलित्वा बिहार सर्वकारेणापूर्ति कृतौ गरलयुक्त मद्येण बिहारे ५० तः अधिकानां जनानां संस्थागत हननमभवन् ! शोक संतप्त कुटुंबान् प्रति हार्दिक्य: संवेदना व्यक्तयामि !
विगत 3 दिनों में शराब माफिया संग मिलकर बिहार सरकार द्वारा आपूर्ति की गयी जहरीली शराब से बिहार में 50 से अधिक लोगों की संस्थागत हत्या हुई है ! शोकसंतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूँ !
मद्यनिषेधस्य मिथ्याचारा: कर्ता: संवेदनहीन: प्रमुख: मौनमस्ति कुत्रचित सहभागिताम् यतस्ति, बिहारस्य मुख्यमंत्री कथित: तत कुत्र कुत्र अन्य घटनानि अभवन्, एकेन स्थानेणातंकिनाम् घटनायाः सूचनां ळब्धं ! यस्यान्वेषणम् क्रियते !
शराबबंदी का ढोंग करने वाले संवेदनहीन मुखिया चुप है क्योंकि मिलीभगत जो है, बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि कहीं कहीं अन्य घटनाएं हुई हैं, एक स्थान से नक्सलियों की घटना की सूचना मिली है ! इसकी जांच की जा रही है !
इदम् भिन्न वार्तास्ति तु सामान्य पातकस्य घटनासु न्यूनतागतं ! अहम् इदमपि संयुक्तमिच्छष्यामि तत मद्यनिषेधस्यानंतरम् पातकभवे न्यूनतागतं !
यह अलग बात है लेकिन सामान्य अपराध की घटनाओं में कमी आई है ! मैं यह भी जोड़ना चाहूंगा कि शराबबंदी के बाद अपराध दर में कमी आई है !
बिहारस्य सीएम नीतीश कुमार: कथित: तत इदृशं न अस्ति तत (राज्ये) पातकम् बर्धितानि ! पातकस्य आंकड़ा: न बर्धितानि ! यदि केचन भवति तर्हि कार्यवाहिम् क्रियते ! प्रशासनमारक्षकः च् सक्रिये स्त: यत्रापि केचन भवति, तत्र कार्यवाहिम् क्रियते !
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि ऐसा नहीं है कि (राज्य में) अपराध बढ़े हैं ! अपराध के आंकड़े नहीं बढ़े हैं ! अगर कुछ होता है तो कार्रवाई की जाती है ! प्रशासन और पुलिस एक्टिव है और जहां भी कुछ हो रहा है, वहां कार्रवाई की जा रही है !