युक्रेने २४ फरवरिम् युद्धारंभस्यानंतरेण तत्रतः वृहत् संख्यायां भारतीयछात्राणां गृहागमनमभवत् ! सर्वात् वृहत् चिंता पूर्वी युक्रेनस्य सूम्यां अवरुद्धा: छात्रान् गृहीत्वासीत् इदृशे च् यदा तत्रतः भारतीय छात्रा: गृहं प्राप्ता: तर्हि अभिभावकानां नेत्रै: प्रसन्नतायाः वाष्पम् पतिता: !
यूक्रेन में 24 फरवरी को युद्ध छिड़ने के बाद से वहां से बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों की घर वापसी हुई है ! सबसे बड़ी चिंता पूर्वी यूक्रेन के सूमी में फंसे छात्रों को लेकर थी और ऐसे में जब वहां से भारतीय छात्र घर पहुंचे तो अभिभावकों की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े !
इदृशमेव एकः भावुक: पिता प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदिण: आभार व्यक्तन् कथित: तत तस्य कारणेनेव तस्य पुत्र देशमागतः, यस्याशाम् ते विस्मृत: स्म ! युक्रेनस्य पृथक-पृथक क्षेत्रेभ्यः भारतं पुनः आगताः छात्र- छात्राणां अभिभावकाः विमानपत्तनेषु बहु-बहु घटकानि प्रतीक्षाम् कुर्वन्ति !
ऐसे ही एक भावुक पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि उनकी वजह से ही उनका बेटा देश लौट आया है, जिसकी उम्मीद वे खो चुके थे ! यूक्रेन के अलग-अलग इलाकों से भारत लौट रहे छात्र-छात्राओं के पैरेंट्स एयरपोर्ट्स पर कई-कई घंटों इंतजार कर रहे हैं !
बहवः चलचित्राणि संमुखमागतानि, येषु दर्शितुं शक्नोति तत कीदृशं स्वबालै: मेलित्वा तस्य पित्रो: नेत्रै: वाष्पम् पतिता:, जम्मू-कश्मीरयो श्रीनगरेण संबंधधर्ता संजय पंडितापि इदृशमेव अभिभावकासु सन्ति !
कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि कैसे अपने बच्चों से मिलकर उनके माता- पिता की आंखों से आंसू छलक पड़ते हैं, जम्मू कश्मीर के श्रीनगर से ताल्लुक रखने वाले संजय पंडिता भी ऐसे ही पैरेंट्स में हैं !
येषु बालकाः युद्धग्रस्तयुक्रेनतः पुनः आगताः येभ्यः ते प्रधानमंत्रिण: आभारव्यक्तुं क्लांति: न भवति ! संजय पंडितायाः पुत्र युक्रेनस्य सूम्यां पठनम् करोति स्म, यत्र रूस-युक्रेन युद्धस्य कारणम् स्थितिम् अनुदिनमुपक्रुश्यति स्म !
जिनके बच्चे युद्धग्रस्त यूक्रेन से लौटे हैं और जिसके लिए वे प्रधानमंत्री का आभार जताते नहीं थक रहे हैं ! संजय पंडिता का बेटा यूक्रेन के सूमी में पढाई कर रहा था, जहां रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण हालात दिन-ब-दिन बिगड़ रहे थे !
तस्य पुत्र ध्रुव: यदा देशम् पुनः आगतः तर्हि तस्य प्रसन्नतायाः वर्णनम् भवितुं न शक्नोति ! नेत्रयो: वाष्पयुक्तं संजय पंडिता कथित:, अहम् कथितुम् इच्छामि ततायम् यः बालक: पुनः आगतः, सः मोदी महोदयस्य पुत्र अस्ति नैव मम पुत्र ! सः गृहीत्वागतः येन !
उनका बेटा ध्रुव जब देश लौटा तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा ! आंखों में खुशी के आंसू लिए संजय पंडिता ने कहा, मैं कहना चाहता हूँ कि यह जो लड़का लौटा है, वह मोदी जी का बेटा है न कि मेरा बेटा ! वो लेकर आए हैं इसे !
भावुक: पिता कथित:, सूम्यां यतापि स्थितिमासीत्, तेन दर्शनस्मै तर्हि कश्चिताशामेव नावशेषित: स्म ! अहम् भारतसर्वकारस्य धन्यवादिनोस्मि तत सः मम पुत्रम् संकटग्रस्तयुक्रेनतः सुरक्षितं बाह्य निःसृत: तस्य च् गृहागमनम् सुनिश्चित: !
भावुक पिता ने कहा, सूमी में जो भी हालात थे, उसे देखते हुए हमारे लिए तो कोई उम्मीद ही नहीं बची थी ! मैं भारत सरकार का आभारी हूँ कि उन्होंने मेरे बेटे को संकटग्रस्त यूक्रेन से सुरक्षित बाहर निकाला और उसकी घर वापसी सुनिश्चित की !