कांग्रेसम् कार्यसमित्या: गोष्ठ्यां रविवासरम् चरण जीत सिंह चन्निम् संपत्ति इति ज्ञाप्यन् पराजयस्य भारमन्य नेतृषु दत्तम् तु यस्य प्रतिक्रियामागत: पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष: सुनील जाखड़म् प्रत्या येन दलस्य नेता अंबिका सोन्यां संकेते घातम् कृतः !
कांग्रेस वर्किंग कमिटी की मीटिंग में संडे को चरणजीत सिंह चन्नी को एसेट बताते हुए हार का ठीकरा अन्य नेताओं पर फोड़ा गया मगर इसकी प्रतिक्रिया आई पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ की तरफ से जिन्होंने पार्टी की नेता अंबिका सोनी पर इशारों में हमला बोला है !
सुनील जाखड़: एतेषां नेतृणामपि लक्ष्ये नीत: यै: चरणजीत सिंह चन्निण: समर्थनम् कृता:, जाखड़: चन्न्यां अधुनैवस्य सर्वात् तीक्ष्ण घातम् कृतः ! कांग्रेसस्य एक: नेता चरणजीत सिंह चन्निम् दलाय संपत्ति इति उद्घोषित: स्म !
सुनील जाखड़ ने उन नेताओं की भी निशाने पर लिया जिन्होंने चरणजीत सिंह चन्नी का समर्थन किया था, जाखड़ ने चन्नी पर अब तक का सबसे करारा हमला बोला है ! कांग्रेस की एक नेता ने चरणजीत सिंह चन्नी को पार्टी के लिए संपत्ति करार दिया था !
अस्यैव वार्ताम् गृहीत्वा प्रतिघातन् सुनील जाखड़: कथित:, संपत्ति, कौपहासम् कुर्वन्ति, कृतज्ञतास्ति तत चरणजीत सिंह चन्निम् राष्ट्रीयकोष घोषितं न कृतवान ! यस्याग्रम् सुनील जाखड़: अलिखत् तत चरणजीत सिंह चन्निन् ताम् महिलायै एकम् सम्पत्तिं भवितुं शक्नोति !
इसी बात को लेकर पलटवार करते हुए सुनील जाखड़ ने कहा, संपत्ति, क्या मजाक कर रहे हैं, शुक्र है कि चरणजीत सिंह चन्नी को राष्ट्रीय खजाना घोषित नहीं किया गया है ! इसके आगे सुनील जाखड़ ने लिखा कि चरणजीत सिंह चन्नी उस महिला के लिए एक एसेट हो सकते हैं !
तु दलाय तर्हि सः केवलं भारमस्ति राज्यस्य मुख्य नेतृत्वम् नापितु तस्य नेतृत्वमेव पातयस्य कार्यं कृतं ! यस्यकारणं च् दले न्यूनतागतं ! पंच राज्येषु लब्धानि तीक्ष्ण पराजये रविवासरम् कांग्रेस कार्यसमित्याः गोष्ठ्यां मंथनमभवत् स्म !
लेकिन पार्टी के लिए तो वह सिर्फ एक बोझ हैं राज्य की टॉप लीडरशिप नहीं बल्कि उनकी लीडरशिप ने ही गिराने का काम किया है और इसके चलते पार्टी में गिरावट आ गई ! पांच राज्यों में मिली करारी हार पर रविवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में मंथन हुआ था !
इति काळम् दलाध्यक्षा सोनिया गांधी स्वस्य राहुल गांधिण: च् प्रियंका गांध्या: वा त्यागपत्रस्य प्रस्ताव: कृता स्म यद्यपि दळम् तस्मात् संगठनात्मकनिर्वाचनं पूर्णभवितमेव दलस्य कार्यभारस्याग्रहं कृतवान स्म !
इस दौरान पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने और राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के इस्तीफे की पेशकश की थी हालांकि पार्टी ने उनसे संगठनात्मक चुनाव पूरे होने तक पार्टी की कमान संभालने का आग्रह किया था !
दृष्टिगतासि विधानसभा निर्वाचनस्य काळम् सुनील जाखड़: स्वपीड़ाम् कथित: स्म, सुनील जाखड़: कथित: स्म तत सः हिंदू भूतस्य कारणेन राज्यस्य सीएम न भवित:, स्मरणरमतु तत चरणजीत सिंह चन्निण: नेतृत्वे कांग्रेसदळम् तीक्ष्ण पराजयस्य समाघातम् कर्तुमभवत् !
गौर हो कि विधानसभा चुनाव के दौरान सुनील जाखड़ ने अपना दर्द बयां किया था, सुनील जाखड़ ने कहा था कि वह हिंदू होने की वजह से राज्य के सीएम नहीं बन पाए, ध्यान रहे कि चरणजीत सिंह चन्नी की अगुवाई में कांग्रेस पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है !