२०२४ लोकसभानिर्वाचनस्य चतुर्थः चरणः सोमवासरे (मे १३, २०२४) ९६ आसनेषु अभवत्, येषु एकः हैदराबाद् आसीत्! तेलङ्गाना-राज्यस्य राजधानी ए. आई. एम्. आई. एम्-पक्षस्य दुर्गम् इति मन्यते, यत् विगत ४० वर्षाणि यावत् ओवैसी-परिवारेण व्याप्तम् अस्ति! अस्मिन् समये असदुद्दीन् ओवैसी इत्यस्य विरुद्धं बि. जे. पी. इत्यनेन कोम्पेल्ला माधवी लता इति नामाङ्कनं कृतम् अस्ति।
लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में सोमवार (13 मई, 2024) को 96 सीटों पर मतदान हुआ, जिनमें से एक हैदराबाद भी था ! तेलंगाना की राजधानी को AIMIM का गढ़ माना जाता है, जहा पिछले 40 वर्षों से ओवैसी परिवार का कब्जा है ! इस बार असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ भाजपा ने कोम्पेल्ला माधवी लता को उतारा है !
ते आरोपयन्ति यत् बहुसंख्याकाः कपटमतानि प्रदत्तानि, तथा च आरक्षकाः बुर्का-परिहितानां महिलानां छायाचित्राणि तेषां परिचयपत्रेण सह न सङ्गृहीतवन्तः इति। इदानीं एकं वीडियो प्रकाश्यते, यस्मिन् ए. आई. एम्. आई. एम्. समर्थकाः जनसमूहं सङ्गृह्य माधवी लता इत्येतां दूषयन्ति इति दृश्यते ! एकः पुरुषः बहिः गच्छति, मातुः $#युवर् ! रोदनम् !
उनका आरोप है कि बड़ी मात्रा में फर्जी मतदान हुआ है और पुलिस ने बुर्कानशीं महिलाओं की फोटो उनके पहचान-पत्र से मिलान नहीं किया ! अब एक वीडियो सामने आया है, जिसमें AIMIM समर्थक भीड़ जुटा कर माधवी लता को गाली देते हुए दिख रहे हैं ! एक शख्स चल निकल, माँ की $# तेरी ! चीख रहा है !
सः पुरुषः नीलवर्णस्य शार्ट्, कृष्णवर्णस्य ट्राउज़र्स च धारयति स्म। अस्मिन् समये माधवी लता शान्ततया तत्र उपविष्टा प्रत्युत्तरं न अददात्! एतत् सर्वं हैदराबाद्-नगरस्य आरक्षकाणां पुरतः अभवत्। मलिनस्य दुरुपयोगं कुर्वन् पुरुषम् अपि आरक्षकाः न गृहीतवन्तः!
उक्त शख्स ने नीले रंग की शर्ट पहन रखी है और ब्लैक गॉगल्स लगा रखा है ! इस दौरान माधवी लता वहाँ शांत खड़ी रहीं और उन्होंने पलट कर जवाब भी नहीं दिया ! बड़ी बात ये है कि ये सब हैदराबाद पुलिस के सामने हुआ ! पुलिसकर्मियों ने गंदी-गंदी गालियाँ देने वाले उस व्यक्ति को गिरफ्तार भी नहीं किया !
दृश्यचित्रे एतत् द्रष्टुं शक्यते यत् आरक्षकाः तं प्रेरयन्ति, पुनः गन्तुं च वदन्ति, परन्तु सः निरन्तरं स्वमात्रे अपशब्दं घोषयति! माधवी लता तस्मिन् समये दूरभाषया कस्मिंश्चित् सह वार्तालापं कुर्वती आसीत्, सा स्वसुरक्षा कर्मचारिभिः परिवेष्टिता आसीत्!
वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस उसे समझा रही है और पीछे जाने को कह रही है, लेकिन वो लगातार माँ की गालियाँ देते हुए चीख रहा है ! माधवी लता उस दौरान फोन पर किसी से बात कर रही थीं, उन्हें उनके सुरक्षाकर्मियों ने अपने घेरे में ले लिया !
तत्र समागतः जनसमूहः तान् तत्रात् बहिः गन्तुं वदति स्म! आरक्षकाणां हस्तक्षेपेण अपि जनसमूहः विक्षिप्तः न अभवत्। भवन्तं कथयामः, मतदानकेन्द्रे बुर्खा-परिहितानां महिलानां मुखं तेषां परिचयपत्रेण सह योजयितुं तेषां विरुद्धं एफ्. आई. आर्. पञ्जीकृतम् अस्ति!
वहाँ इकट्ठी भीड़ उन्हें वहाँ से निकलने को कह रही थी ! पुलिस के हस्तक्षेप के बावजूद भीड़ वहाँ से तितर-बितर नहीं हुई ! बता दें कि पोलिंग बूथ पर बुर्कानशीं महिलाओं का चेहरा उनके पहचान-पत्र से मिलाने को लेकर उनके खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है !
दृश्यचित्रस्य प्रतिक्रियारूपेण माधवी लता अवदत् यत्, “एतादृशैः अपशब्दैः सा भीता भविष्यति वा? सा उक्तवती यत् सा अपि अस्य पट-बस्ती इत्यस्य वीथिषु क्रीडन् वर्धिता इति। भाजपा-अभ्यर्थी अवदत् यत् एका महिला तत्र युद्धं कर्तुम् आगतवती, जनैः अपि तत् रोचते इति।
माधवी लता ने इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्या ऐसी गालियाँ दिए जाने से वो डर जाएँगी ? उन्होंने कहा कि वो भी इस पाता बस्ती की गलियों में खेलते हुए बड़ी हुई हैं ! भाजपा उम्मीदवार ने कहा कि एक महिला वहाँ लड़ने आ गई और जनता को भी पसंद आ गई, इससे विरोधी डरे हुए हैं !
“अतः विपक्षस्य प्रत्येकः चमचा इति रोदयति! माधवी लता स्वहिन्दुत्व-मुखस्य कृते प्रसिद्धा अस्ति, राष्ट्रिय-माध्यमेषु अपि सम्यक् प्रसारणं प्राप्तवती अस्ति! असदुद्दीन् ओवैसी वर्यः उक्तवान् यत् तस्य भ्राता अक्बरुद्दीन् ओवैसी इत्येषः सलार् इत्यस्य पुत्रः अस्ति इति।
उन्होंने कहा कि यही कारण है कि विपक्ष का हर चमचा रो रहा है ! माधवी लता अपने हिन्दुवत्ववादी चेहरे के लिए जानी जाती हैं और राष्ट्रीय मीडिया में भी उन्हें अच्छी कवरेज मिली है ! बता दें कि बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी ने अपने भाई अकबरुद्दीन को सालार का बेटा बताया था !
अक्बरुद्दीनः एव 15 निमेषपर्यन्तं आरक्षकाणां निष्कासनं कृत्वा परिणामं द्रष्टुं हिन्दून् उद्बुद्धवान् आसीत् ! भवन्तं कथयामः यत् ओवैसी-भ्रातृणां अब्बा सुल्तान् सलाहुद्दीन् इत्यस्य नाम सलार्-ए-मिल्लत् इति आसीत्, अर्थात् जनानां नेता इति।
वो अकबरुद्दीन ही है, जिसने 15 मिनट के लिए पुलिस हटा देने के बाद अंजाम देखने की धमकी हिन्दुओं को दी थी ! बता दें कि ओवैसी भाइयों के अब्बा सुल्तान सलाहुद्दीन को सालार-ए-मिल्लत कहा जाता था, इसका अर्थ है, जननेता !
सलाहुद्दीन् इत्यस्य पिता अब्दुल् वाहिद् इत्येषः ए.आई.एम्.आई.एम्. संस्थापयत्। सलाहुद्दीनः स्वस्य 4 दशकानां राजनैतिकजीवनकाले एकीकृतस्य आन्ध्रप्रदेशस्य मुस्लिम्-मतदातारान् स्वेन सह न्यवेदयत्।
सलाहुद्दीन के अब्बा अब्दुल वहीद ने AIMIM की स्थापना की थी ! सलाहुद्दीन ने 4 दशक के अपने राजनीतिक करियर में अखंड आंध्र प्रदेश के मुस्लिम वोटरों को अपने साथ रखा, अपने मनमुताबिक पाले में उन्हें झुकाया !