जम्मू कश्मीरे सामान्य अभवत् स्थित्या: मध्य एकदा राजनैतिक परिवर्तनम् अभवत् दृश्यते ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: २४ जून इतम् जम्मू- कश्मीरस्य सर्वानां राजनैतिक दलानां एकम् गोष्ठिमाहूत: !
जम्मू कश्मीर में सामान्य होते हालात के बीच एक बार सियासत करवट लेती हुई दिख रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 जून को जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों की एक बैठक बुलाई है !
यस्मिन् केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाहेन सहान्य नेतृणामपि सम्मिलितस्याशामस्ति ! राज्यस्य विशेषं स्थितिम् निरस्तस्यानंतरमेदमस्य प्रकारस्य प्रथम वृहद गोष्ठिमस्ति !
जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत अन्य नेताओं के भी शामिल होने की उम्मीद है ! राज्य के विशेष दर्जे को निरस्त करने के बाद यह इस तरह की पहली बड़ी बैठक है !
गोष्ठ्याम् नेशनल कांफ्रेंस इत्यस्य प्रमुखः फारुख अब्दुल्ला:, पीडीपी अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती पीपुल्स कांफ्रेंस इत्यस्य प्रमुखः सज्जाद लोनेण सह चन्य क्षेत्रीय नेतृणाम् प्रतिभागस्य आशामस्ति !
बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूख अब्दुल्ला, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन सहित अन्य क्षेत्रीय नेताओं के भाग लेने की उम्मीद है !
गोष्ठिम् गृहित्वा प्रतिक्रिया दत्तमानः पीडीपी प्रमुखा महबूबा मुफ्ती कथिता केंद्रतः २४ जून इत्यस्य निर्णयाय दूरभाषमागतम् स्म ! अहम् कश्चित निर्णयं न नीता कुत्रचित यस्मै मह्यं दलस्य सदस्यै: चर्चाम् कर्तुम् भविष्यामि तस्य अनंतरमेव अंतिम निर्णयम् नीष्यते !
बैठक को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती ने कहा केंद्र से 24 जून के बैठक के लिए फोन आया था ! मैंने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है क्योंकि इसके लिए मुझे पार्टी के सदस्यों से चर्चा करनी होगी उसके बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा !
तत्रैव जेकेएपी इत्यस्य अध्यक्ष: अल्ताफ बुखारी: गोष्ठिम् एकम् सकारात्मकं पगं बदित: यदि वार्तालापं भवति तदा अहमस्य स्वागतम् करोमि !
वहीं जेकेएपी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने बैठक को एक सकारात्मक कदम बताया और कहा यदि बातचीत होती है तो मैं इसका स्वागत करता हूँ !
इदम् २०२० तमस्य अस्माकं स्थितिम् पुष्टम् करोति तदा वयं स्पष्टम् कथितः स्म तत जम्मू- कश्मीरे लोकतंत्रस्यानावृतं तथा राज्य स्थितिम् अनावृताय संवादैव एकमात्रं तंत्रमस्ति !
यह मार्च 2020 की हमारी स्थिति को पुष्ट करता है तब हमने दो टूक कहा था कि जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की बहाली तथा राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए संवाद ही एकमात्र तंत्र है !
सीपीएम नेता पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन इत्यस्यच् प्रवक्ताएमवाय तारीगामी: कथितः तत अद्यैव तस्य पार्श्व इंद्रप्रस्थतः कश्चित दूरभाषं नागतः, तु यदि तेनाहुतयति तदा सः अस्य स्वागतम् कारिष्यति !
सीपीएम नेता और पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन के प्रवक्ता एमवाय तारीगामी ने कहा कि अभी तक उनके पास दिल्ली से कोई फोन नहीं आया है, लेकिन अगर उन्हें बुलाया जाता है तो वह इसका स्वागत करेंगे !
भवतः ज्ञापयन्तु तत कश्मीरतः अनुच्छेद ३७० निर्वर्तस्यानंतरम् राज्यस्य बहु दलानि मेलित्वा गुपकार अलायंस निर्मितं स्म ! यस्मिन् पीडीपी नेशनल कांफ्रेंस यथा च् दलानि सम्मिलतानि सन्ति !
आपको बता दें कि कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद राज्य की कई पार्टियों ने मिलकर गुपकार अलायंस बनाया था जिसमें पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस जैसे दल शामिल हैं !