बिहारस्य गोपालगंजे एके पुजारिनौ निर्मम वधस्य वार्ता संमुखमागतवत् ! तस्य वध: गुलिकाहन् शवमपि च् क्षत-विक्षत कृतवत् ! हंतकाः पुजारिण: नेत्रे निःसृतवन्तः, गुप्तांग जिह्वा च् कर्तवन्तः शवम् च् गुल्मेषु अक्षिपत् !
बिहार के गोपालगंज में एक पुजारी की निर्मम हत्या की खबर सामने आई है ! उसकी हत्या गोली मार कर दी गई और शव को भी क्षत-विक्षत कर दिया गया ! हत्यारों ने पुजारी की आँखे निकाल ली, गुप्तांग और जीभ काट दिए और शव को झाड़ियों में फेंक दिया !
न्यूज १८, आजतक जागरण च् यथैव मीडिया संस्थानेषु प्रकाशितं वार्तायाः अनुसारम्, जनपद गोपालगंजस्यारक्षिस्थानम् दानापुरस्य मांझा ग्रामस्य वासिन् मनोज कुमार: स्वे ग्रामे एव रचितं मंदिरे पूजनम् करोति स्म !
न्यूज 18, आजतक और जागरण जैसे मीडिया संस्थानों में प्रकाशित खबर के अनुसार, जिला गोपालगंज के थाना दानापुर के मांझा गाँव के रहने वाले मनोज कुमार अपने गाँव में ही बने मंदिर में पूजा करते थे !
सः अत्रस्य पुजारिनासीतत्रैव च् रमति स्म ! सः ११ दिसंबर, २०२३ तमस्य सायंतः गोपित: आसीत् ! आरक्षकमपि अस्य प्रकरणस्य सूचना दत्तमासीत्, तु आरक्षकः तेन सप्ताहयावत् अन्वेषितुं नाशक्नोत् केवलं च् प्रदर्शनम् कर्तुं रमेत् !
वह यहाँ के पुजारी थे और यहीं रहते थे ! वह 11 दिसम्बर, 2023 की शाम से गायब थे ! पुलिस को भी इस मामले की सूचना दी गई थी, लेकिन पुलिस उन्हें सप्ताह भर तक नहीं ढूँढ सकी और खानापूर्ति करती रही !
आर्श्वपार्श्वस्य सीसीटीवी छायाग्रहीकाणां अनुसंधानेण ज्ञातं अभवत् स्म तत सः रात्रि १२ वादनम् मन्दिरस्य कक्षमवरुद्ध्य बहिः निस्सरत् स्म यस्यानंतरम् च् गोपितं अभवत् ! मनोज कुमारस्य भ्रात अशोक कुमार साह: भाजपायाः मंडलाध्यक्ष: ग्रामस्य च् पूर्व प्रमुख: सन्ति !
आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जाँच करने से पता चला था कि वह रात 12 बजे मंदिर का कमरा बंद करके बाहर निकले थे और इसके बाद गायब हो गए ! मनोज कुमार के भाई अशोक कुमार साह भाजपा के मंडल अध्यक्ष और गाँव के पूर्व मुखिया हैं !
मनोज कुमारस्य गोपितस्यानंतरम् यदारक्षकम् यस्य सूचना दत्तवत् तु ते यस्मिन् ध्यान: न दत्तवन्तः अनुमानतः च् एकं सप्ताहयावत् मूक: तिष्ठुम् रमेत् ! १६ दिसंबर, २०२३ तमम् मनोज कुमार: शवम् ग्रामस्य पार्श्वमेव गुल्मेषु पतितुं अलभत् !
मनोज कुमार के गायब होने के बाद जब पुलिस को इसकी सूचना दी गई तो उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया और लगभग एक सप्ताह तक हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे ! 16 दिसम्बर, 2023 को मनोज कुमार शव गाँव के पास ही झाड़ियों में पड़ा मिला !
मनोज कुमारस्य शवेण सह बहु बर्बरता कृतं आसीत् ! मनोज कुमारम् ग्रीवायाः पार्श्व गुलिका अहन् स्म ! तस्य नेत्रे निःसृतवत् स्म गुप्तांगम् च् कर्तवत् स्म ! शवे अन्यापि समाघातस्य चिह्नानि आसन् ! शवम् ळब्धस्यानंतरम् ग्रामीण: आक्रोशिताः अभवन् !
मनोज कुमार के शव के साथ काफी बर्बरता की गई थी ! मनोज कुमार को गर्दन के पास गोली मारी गई थी ! उनकी आँखे निकाल ली गई थी और गुप्तांग को काट दिया गया था ! शव पर और भी मारपीट के निशान थे ! शव मिलने के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए !
ग्रामीणा: आरक्षकस्य यस्मिन् विफल्ये गोपाल गंजतः गतकं राष्ट्रीय राजमार्गम् २७ अवरुद्धम् कृतवन्तः ! केचनाक्रोशिता: ग्रामीणा: अग्नि प्रज्ज्वलनम् प्रस्तरघातम् चपि कृतवन्तः ! आरक्षकः यं सम्मर्दम् शांतकर्तुं लाठीचार्ज हवाई फायरिंग चकुर्वन् !
ग्रामीणों ने पुलिस की इस विफलता पर गोपाल गंज से गुजरने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 27 जाम कर दिया ! कुछ आक्रोशित ग्रामीणों ने आगजनी और पथराव भी किया ! पुलिस ने इस भीड़ को शांत करने के लिए लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग की !
आक्रोशिताः ग्रामीणा: हंतकाणां बंधनस्य याचना कुर्वन्ति स्म ! गोपालगंजारक्षकः यस्मिन् प्रकरणे अकथयत् ततास्मिन् प्रकरणे सीसीटीवी इत्या: आधारे केचन तथ्य स्थाप्यत् ! अस्य प्रकरणस्यानुसंधानायैकस्यारक्षकः अधिकारिण: नेतृत्वे विशेषानुसंधानदलस्य गठनम् कृतवान् !
आक्रोशित ग्रामीण हत्यारों की गिरफ्तारी की माँग कर रहे थे ! गोपालगंज पुलिस ने इस मामले में कहा है कि इस मामले में सीसीटीवी के आधार पर कुछ तथ्य स्थापित कर लिए गए हैं ! इस मामले की जाँच के लिए एक पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जाँच टीम (SIT) का गठन किया गया है !
यस्मात् पूर्वमपि जुलै २०२३ तमे बिहारतः एकस्य पुजारिण: वार्ता संमुखमागतवत् स्म येन बिहारारक्षकः हृदयघात: ज्ञाप्तवान् स्म ! बिहारे अपराध: सततं बर्धते ! बिहारस्य नीतीश सर्वकारः विधिव्यवस्थायाः प्रकरणानि विफल: रमति !
इससे पहले भी जुलाई 2023 में बिहार से एक पुजारी की हत्या की खबर सामने आई थी जिसे बिहार पुलिस ने हार्ट अटैक बताया था ! बिहार में अपराध लगातार बढ़ रहा है ! बिहार की नीतीश सरकार कानून व्यवस्था के मामले विफल रही है !
वर्तमानैवागतवत् राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो इत्या: सूचनाम् ज्ञापयति तत वर्षस्य २०२१ तमस्य समक्षम् वर्षे २०२२ तमे बिहारे २३% अधिकमापराधिकानि प्रकरणानि पंजीकृतवान् ! वर्षे २०२२ तमे अपराधस्य ३.४७ लक्ष प्रकरणानि पंजीकारितानि सन्ति यत् २०२१ तमस्य काळम् २.८२ लक्षासन् ! तत्रैव वर्षस्य २०२१ तमस्य काळम् प्रदेशे वधस्य २७९९ प्रकरणानि संमुखमागतवत् स्म यत् वर्षे २०२२ बर्धित्वा २९३० अभवन् !
हाल ही में आई राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2021 के मुकाबले वर्ष 2022 में बिहार में 23% अधिक आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं ! वर्ष 2022 में अपराध के 3.47 लाख मामले दर्ज हुए हैं जो 2021 के दौरान 2.82 लाख थे ! वहीं वर्ष 2021 के दौरान प्रदेश में हत्या के 2799 मामले सामने आए थे जो वर्ष 2022 में बढ़कर 2930 हो चुके हैं !