२०२४ तमस्य वर्षस्य लोकसभा-निर्वाचनस्य कृते काङ्ग्रेस्-पक्षः स्वस्य घोषणापत्रे यत् प्रकारेण प्रतिज्ञां कृतवान् अस्ति, तस्य तुष्टिकरण-नीतिः तस्य अधोभागे लुक्किता अस्ति, तत् मुक्तरूपेण प्रकाश्यते! एकदा मुस्लिम्-जनानाम् तुष्टिकरणार्थं कुप्रसिद्धः काङ्ग्रेस्-पक्षः एतं कलं धोलितुं अपि न इच्छति!
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 के अपने घोषणा पत्र में जिस तरह के वादे किए हैं, उसकी तह में छिपी हुई उसकी तुष्टिकरण की नीति खुल-खुलकर सामने आ रही है ! कभी मुस्लिमों की तुष्टिकरण के लिए बदनाम हो चुकी कांग्रेस इस दाग को धोना भी नहीं चाहती है !
प्रधानमन्त्री मोदी स्वस्य भाषणेषु काङ्ग्रेस् घोषणापत्रस्य मतदानम् उद्घाटितवान्! अपरपक्षे, काङ्ग्रेस्-पक्षः पुनः पुनः कथयति यत् सः स्वस्य घोषणापत्रे कस्यापि मतस्य धर्मस्य वा उल्लेखं न कृतवान् इति, परन्तु यदि भवान् घोषणापत्रे शब्दैः कृतस्य मन्त्रवादस्य विषये अवधानं करोति तर्हि काङ्ग्रेस्-पक्षस्य एतत् वक्तव्यं असत्यम् इति सिद्धम्।
पीएम मोदी ने अपने भाषणों में कांग्रेस की घोषणा पत्र का पोल खोल दिया है ! उधर कांग्रेस बार-बार ये दोहरा रही है कि वह अपने घोषणा पत्र में किसी धर्म या मजहब का जिक्र नहीं किया है, लेकिन घोषणा पत्र पर शब्दों के साथ की गई जादूगरी को ध्यान से देखा जाए तो कांग्रेस की यह बात झूठ साबित होती है !
काङ्ग्रेस्-पक्षः एतत् सम्पूर्णं क्रीडाम् अल्पसङ्ख्यक-शब्दस्य वेशे अकरोत्! बि. जे. पि. नेता अमित मालवीयः स्वस्य ट्विट्टर्-ह्याण्डल् इत्यत्र एतत् वीडियो प्रस्तुत: अकरोत्। सः काङ्ग्रेस्-मेनिफेस्टो इत्यस्य एकस्य बिन्दुनः स्क्रीन्-शाट् प्रस्तुत: अकरोत्!
कांग्रेस ने अल्पसंख्यक शब्द की आड़ में इस पूरे खेल को अंजाम दिया है ! भाजपा नेता अमित मालवीय ने कॉन्ग्रेस के इस खेल को अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर साझा किया है ! उन्होंने कांग्रेस के घोषणा पत्र के एक प्वॉइंट का स्क्रीनशॉट साझा किया है !
“वयं सुनिश्चितं करिष्यामः यत् अल्पसङ्ख्यकाः शिक्षायां, स्वास्थ्ये, सर्वकारीय-अनुबन्धेषु, कौशल-विकासे, क्रीडायां, सांस्कृतिक-विकासे च विना कस्यापि भेदभावेन न्याय्यं भागं प्राप्नुयुः! इदं स्वास्थ्यस्य शिक्षायाः च विषये अस्ति!
इसमें लिखा है, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि अल्पसंख्यक शिक्षा, स्वास्थ्य, सरकारी ठेके, कौशल विकास, खेल और सांस्कृतिक विकास में बिना किसी भेदभाव के उचित साझेदारी का अवसर प्राप्त करें ! शिक्षा-स्वास्थ्य आदि विषयों की बात तक तो ठीक है !
परन्तु काङ्ग्रेस्-सर्वकारः कथं सुनिश्चितं करिष्यति यत् मुस्लिम्-समुदायः सर्वकारीय-अनुबन्धेषु न्याय्यं भागं प्राप्स्यति इति? सार्वजनिककार्याणां कृते अनुबन्धाः अनेकेषां नियमानां मार्गदर्शकानां च अन्तर्गतं निर्मीयन्ते। धार्मिकविवेचनं नास्ति!
लेकिन कांग्रेस सरकार यह कैसे सुनिश्चित करेगी की सरकारी ठेकों में मुस्लिम वर्ग को उचित भागीदारी का अवसर मिले ! सार्वजनिक कार्यों का ठेका कई नियमों और दिशा-निर्देशों के तहत जारी किया जाता है ! इसमें किसी तरह का धार्मिक भेदभाव की गुंजाइश नहीं होती है !
परन्तु काङ्ग्रेस्-पक्षः स्वस्य घोषणापत्रे तस्य उल्लेखं कृत्वा तुष्टिकरणस्य नूतनं प्रयासम् अकरोत्! अल्पसङ्ख्यकानां (मुस्लिम्-मतानुयायिनः) सार्वजनिककार्य अनुबन्धेषु न्याय्यं भागं प्राप्तुं काङ्ग्रेस्-पक्षः कथं सुनिश्चितं करिष्यति? अधुना तान्त्रिक-वित्तीय-बिड् इत्येतैः सह धार्मिक-कोटा इत्येतानि भवन्ति वा ?
लेकिन कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में इसका जिक्र करके तुष्टिकरण की एक नई कोशिश की है ! अमित मालवीय अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखते हैं, कांग्रेस यह कैसे सुनिश्चित करेगी कि अल्पसंख्यकों (मुस्लिम पढ़ें) को सार्वजनिक कार्य ठेका में उचित हिस्सा मिले ? क्या तकनीकी और वित्तीय बोली के साथ अब धार्मिक कोटा भी होगा ?
मुस्लिम्-जनानां पक्षे योग्य-निविदाकाराः उपेक्षिताः भविष्यन्ति वा ? बि. जे. पि. ऐ. टि. प्रकोष्ठस्य प्रमुखः अमित मालवीयः काङ्ग्रेस्-दलं पृष्टवान्, “सार्वजनिक-अनुबन्धं प्राप्तुं हिन्दुजनाः अल्पसङ्ख्यकाः भवेयुः वा? किं ते स्वयमेव तत् कर्तुं शक्नुवन्ति? किं एतत् टेण्डर्-स्काम् इत्यस्य आधारं न स्थापयति?
क्या मुस्लिमों के पक्ष में योग्य बोलीदाताओं की अनदेखी की जाएगी ? भाजपा IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस पार्टी से पूछा, क्या सार्वजनिक ठेका हासिल करने के लिए हिंदुओं को अल्पसंख्यकों बनना होगा ? भले ही वे स्वयं ऐसा करने में सक्षम हों ? क्या यह टेंडर घोटाला की नींव नहीं रख रहा है ?
“काङ्ग्रेस्-पक्षः न केवलं एस्. सी./एस्. टी./ओ. बी. सी. इत्येतेषां सम्पत्तिं ग्रहीतुं इच्छति, अपितु हिन्दु-महिलानां स्वर्णं, तेषां मङ्गलसूत्रं च मिलित्वा अल्पसङ्ख्यकानां मध्ये वितरीतुम् इच्छति! अपितु, गौरवपूर्वकं जीवनं सम्पादयितुं तेभ्यः अवसरान् निराकर्तुम् इच्छति!
उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस न केवल एससी/एसटी/ओबीसी की संपत्ति पर कब्जा करना चाहती है, सोना और उनके मंगलसूत्र सहित हिंदू महिलाओं की छोटी बचत को अपने कब्जे में लेना चाहती है और इसे अल्पसंख्यकों के बीच वितरित करना चाहती है ! बल्कि उन्हें सम्मान के साथ आजीविका कमाने के अवसरों से भी वंचित करना चाहती है !
भवन्तं कथयामः यत् प्रधानमन्त्रिणा नरेन्द्रमोदिना, गृहमन्त्रिणा अमितशाहेन च काङ्ग्रेस्-पक्षस्य विभाजनात्मकविषयाः यथा उत्तराधिकारकरः, स्वर्णं, मङ्गलसूत्रं च जनसम्मुखे आनयन्। एते द्वयोः नेतयोः अनेकेषु सार्वजनिकसभासु एतेषां विषयाणां उल्लेखः कृतः। काङ्ग्रेस्-घोषणा-पत्रस्य वास्तविकस्य सत्यस्य प्रकटीकरणात् पक्षः उद्विग्नः इव दृश्यते!
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह विरासत कर, सोना और मंगलसूत्र सहित कांग्रेस के विभाजनकारी मुद्दों को जनता के सामने ला चुके हैं ! इन दोनों नेताओं ने अपनी कई जनसभाओं में इन मुद्दों का जिक्र किया है ! कांग्रेस के घोषणा पत्र की वास्तविक सच्चाई सामने आने के पार्टी बौखलाई हुई भी नजर आ रही है !