जम्मो:-कश्मीरस्य शिक्षा विभागम् प्रवक्ता जहूर अहमद भट्टम् निलंबित: कृतवत् ! ते वर्तमानेव अनुच्छेद ३७० इतम् संपादनस्य सर्वकारस्य निर्णयं आह्वेयकं याचिकायां पक्षकारस्य रूपे सर्वोच्च न्यायालये उपस्थित: अभवत् ! कथ्यते तत अनुच्छेद ३७० इत्या: समर्थनस्य कारणम् प्रवक्ताम् निलंबित: कृतवान् !
जम्मू-कश्मीर के शिक्षा विभाग ने लेक्चरर जहूर अहमद भट्ट को निलंबित कर दिया है ! वे हाल ही में अनुच्छेद 370 को खत्म करने के सरकार के निर्णय को चुनौती देने वाली याचिका में पक्षकार के तौर पर सुप्रीम कोर्ट में उपस्थित हुए थे ! कहा जा रहा है कि अनुच्छेद 370 का समर्थन करने के कारण लेक्चरर को निलंबित किया गया है !
स्कूल शिक्षा विभागम् राजनीति विज्ञानस्य वरिष्ठ प्रवक्ता जहूर अहमद भट्टम् जम्मू-कश्मीर सिविल सेवा विनियम, जम्मू-कश्मीर सर्वकारी कर्मचारी आचरण नियमाय जम्मू-कश्मीर नियमानां प्रावधानानां उल्लंघनाय च् तत्क्षण प्रभावतः निलंबित: कृतवत् !
स्कूल शिक्षा विभाग ने राजनीति विज्ञान के सीनियर लेक्चरर जहूर अहमद भट्ट को जम्मू-कश्मीर सिविल सेवा विनियम, जम्मू-कश्मीर सरकारी कर्मचारी आचरण नियम और जम्मू-कश्मीर अवकाश नियमों के प्रावधानों के उल्लंघन के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया !
आधिकारिकादेशस्यानुरूपम्, भट्टम् नियुक्तकः स्थानम् श्रीनगरतः निर्वर्त्य निदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय जम्मूतः संलग्नवत् ! आदेशे अकथयत् तत भट्टस्य कृत्यस्यानुसंधानाय एकं वरिष्ठाधिकारिम् नियुक्त: कृतवत् ! स्कूल शिक्षा विभागस्य प्रधान सचिव: आलोक कुमार: एके आदेशे अकथयत् !
आधिकारिक आदेश के मुताबिक, भट्ट को तैनाती वाली जगह श्रीनगर से हटाकर निदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय, जम्मू से जोड़ दिया गया है ! आदेश में कहा गया है कि भट्ट के बर्ताव की जाँच करने के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को नियुक्त किया गया है ! स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आलोक कुमार ने एक आदेश में कहा !
आचरणस्य प्रकरणे लंबितं अनुसंधानम् दर्शत् वर्तमाने श्रीनगरस्य जवाहर नगरस्य सर्वकारी अपर सेकंडरी विद्यालये नियुक्त: सामाजिक विज्ञानस्य वरिष्ठ प्रवक्ता जहूर अहमद भट्टम् जम्मू-कश्मीर सीएसआर, जम्मू एवं कश्मीर सर्वकारी कर्मचारी नियम १९७१ इत्यादयः प्रावधानानां उल्लंघनाय तत्क्षण प्रभावतः निलंबित: कृतवान् !
व्यवहार के मामले में लंबित जाँच को देखते हुए वर्तमान में श्रीनगर के जवाहर नगर के सरकारी अपर सेकंडरी स्कूल में तैनात सोशल साइंस के सीनियर लेक्चरर जहूर अहमद भट्ट को जम्मू-कश्मीर सीएसआर, जम्मू एवं कश्मीर सरकारी कर्मचारी (आचरण) नियम 1971 आदि के प्रावधानों के उल्लंघन के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है !
निलंबनस्यावध्या: काळम् सः निदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय जम्मौ संलग्न: रमिष्यति ! २५ अगस्त २०२३ दिवसं शुक्रवासरम् निर्गतादेशे अग्रमकथयत्, इदमादिष्टे तत सुबह मेहता, संयुक्त निदेशक, स्कूल शिक्षा, जम्मो: अनुसंधानाधिकारिन् नियुक्त: कृतवान्, यः अधिकारिण: आचरणस्य गहनानुसंधानम् करिष्यति !
निलंबन की अवधि के दौरान वह निदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय जम्मू में जुड़े रहेंगे ! 25 अगस्त 2023 दिन शुक्रवार को जारी आदेश में आगे कहा गया, यह आदेश दिया जाता है कि सुबह मेहता, संयुक्त निदेशक, स्कूल शिक्षा, जम्मू को जाँच अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो अधिकारी के आचरण की गहन जाँच करेंगी !
ज्ञापयतु तत भट्ट: मध्य कश्मीरस्य बडगाम जनपदस्य वासिनः ! तस्य पार्श्व लॉ इत्या: शैक्षणिक प्रपत्र: अस्ति ते च् व्यक्तिगतरूपेण सर्वोच्च न्यायालये प्रस्तुत: अभवत् ! जहूर अहमद भट्ट: २३ अगस्त २०२३ दिवसं बुधवासरम् सर्वोच्च न्यायालयस्य संमुखम् स्वयं प्रस्तुत: अभवत् केन्द्रस्य च् ५ अगस्त २०१९ तमस्य निर्णयानां विरुद्धम् वाद: दत्तरासीत् !
बताते चलें कि भट्ट मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के निवासी हैं ! उनके पास लॉ की डिग्री है और वे व्यक्तिगत रूप से सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए थे ! जहूर अहमद भट्ट 23 अगस्त 2023 दिन बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने खुद पेश हुए थे और केंद्र के 5 अगस्त 2019 के फैसलों के खिलाफ दलील दी थी !
ज्ञापयतु तत सर्वोच्च न्यायालये अनुच्छेद ३७० इतम् संपादनस्य सर्वकारस्य निर्णयं आह्वेयकं बहुसु याचिकासु शृणुनम् भवति ! वस्तुतः, केंद्रस्य मोदी सर्वकारः ५ अगस्त २०१९ तमम् कश्मीराय विशेष प्रावधाकं अनुच्छेद ३७० इतम् संपादितवान् स्म ! येन सहैव राज्यम् द्वे अंशे जम्मू-कश्मीरयो लद्दाखे च् विच्छेद्य येन केंद्र शासित प्रदेशस्य नाम दत्तवान् स्म !
बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट में अनुच्छेद 370 को खत्म करने के सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली कई याचिकाओं पर सुनवाई हो रही है ! दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को कश्मीर के लिए विशेष प्रावधान वाली अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था ! इसके साथ ही राज्य को दो हिस्सों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बाँटकर इसे केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा दे दिया था !
साभार:-ऑपइंडिया