बागेश्वर धामस्य महंत: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्रिन् अकथयत् ततागरा स्थितं जामा मस्जिदस्य सोपानेभ्यः भगवत: श्रीकृष्ण: शीघ्रमेव बहिः आगमिष्यति ! यस्मात् राम मंदिरमिव जनान् आश्चर्य: भविष्यन्ति ! सः अयमपि अकथयत् तत काशी विश्वनाथस्य रूपे मथुरायां अपि कॉरिडोर रचनीयम् !
बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि आगरा स्थित जामा मस्जिद की सीढ़ियों से भगवान श्रीकृष्ण जल्द ही बाहर आएँगे ! इससे राम मंदिर की तरह ही लोगों की आँखें खुली रह जाएँगी ! उन्होंने यह भी कहा कि काशी विश्वनाथ की तर्ज पर मथुरा में भी कॉरिडोर बनाया जाना चाहिए !
वस्तुतः, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कथावाचक: देवकी नंदन ठाकुरेणायोजितं रुद्राभिषेक कार्यक्रमे सम्मेलतुं मथुरागच्छत् स्म ! तत्र सः अकथयत्, ममानुसारेण यं प्रकारम् विश्वनाथ महोदयस्य मंदिरस्य कार्यमभवत्, तादृशैवात्र भक्तेभ्यः बांके बिहारिण: कार्यम् यदि भवेत् तु बहु प्रसन्नता भविष्यति !
दरअसल, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर द्वारा आयोजित रुद्राभिषेक कार्यक्रम में शामिल होने मथुरा पहुँचे थे ! वहाँ उन्होंने कहा है, हमारे हिसाब से जिस तरह विश्वनाथ जी के मंदिर का कार्य हुआ है, वैसे ही यहाँ भक्तों के लिए बाँके बिहारी का कार्य अगर हो जाए तो बहुत प्रसन्नता होगी !
यस्यानंतरम् तेनापृच्छत् तत कृष्ण भक्तान् कति प्रतीक्षा कर्तुं भविष्यति ? जामा मस्जिदस्य सोपानेभ्यः भगवतः कदागमिष्यति ? यस्मिन् सः अकथयत् शीघ्रमेव ! मम अग्रज: संलग्न: सन्ति !
इसके बाद उनसे पूछा गया कि कृष्ण भक्तों को कितना इंतजार करना पड़ेगा ? जामा मस्जिद की सीढ़ियों से भगवान कब आएँगे ? इस पर उन्होंने कहा, बहुत जल्द ! हमारे दादा भइया लगे हैं !
भगवतः महादेवस्य पार्थिव शिवलिंगस्यायम् अनुष्ठानम् अष्टोत्तर सद्पाठ च् श्रीमद्भागवतस्य मूल पाठ ब्राह्मणै: येन कारणमेव कारिते, कदाचित् भगवतः कन्हैया शीघ्रातिशीघ्र: बहिः निःसृत्यागच्छेत् सर्वानां च् नेत्राणि राम मंदिरम् इवोद्घाटयेत् !
भगवान महादेव के पार्थिव शिवलिंग का यह अनुष्ठान और अष्टोत्तर सद्पाठ श्रीमद्भागवत का मूल पाठ ब्राह्मणों द्वारा इसलिए ही करवाए जा रहे हैं, ताकि भगवान कन्हैया जल्द से जल्द बाहर निकलकर आएँ और सबकी आँखें राम मंदिर की भाँति खुल जाएँ !
कृष्ण जन्मभूम्यां सहाय्यं गृहीत्वापृच्छत् प्रश्नस्य उत्तरे सः अकथयत् तत सः पूर्ण सहाय्य करिष्यति सर्वातग्र: रमिष्यति ! मथुरायां भगवतस्य संबंधितान् साक्ष्यान् प्रश्ने सः अकथयत्, सर्वम् ठाकुर महोदयस्य लीला !
कृष्ण जन्मभूमि में सहयोग को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा है कि वह पूरा सहयोग करेंगे और सबसे आगे रहेंगे ! मथुरा में भगवान के संबंधित साक्ष्यों के सवाल पर उन्होंने कहा, सब ठाकुर जी की लीला है !
कालचक्रमस्ति ! सम्प्रति हिंदवः जाग्रयन्ति ! सर्वे कृष्ण भक्ता: एकत्रयन्ति ! बृजवासिन: अपि एकत्रयन्ति ! पूज्य अग्रजस्य (देवकी नंदन ठाकुर) नेतृत्वे सर्वानां संतानां आशीर्वादै: बहु शीघ्रमयम् प्रतीक्षा संपादक: अस्ति !
समय चक्र है ! अब हिंदू जाग रहे हैं ! सभी कृष्ण भक्त एकत्रित हो रहे हैं ! बृजवासी भी एकत्रित हो रहे हैं ! पूज्य ज्येष्ठ भ्राताश्री (देवकी नंदन ठाकुर) के नेतृत्व में सब संतों के आशीर्वाद से बहुत जल्द यह इंतजार खत्म होने वाला है !
दृष्टिगतमस्ति तत यस्मात् पूर्वम् १५ अप्रैल २०२३ तमम् देवकी नंदन ठाकुर: अकथयत् स्म तत श्रीकृष्ण जन्मभूमिम् विमुक्ताय बागेश्वर धामस्य पीठाधीश्वरेण सह मेलित्वा राष्ट्रव्यापिन् आंदोलनम् चालिष्यते ! अस्मिन् आंदोलने युवानां भूमिका महत् भविष्यन्ति !
गौरतलब है कि इससे पहले 15 अप्रैल 2023 को देवकीनंदन ठाकुर ने कहा था कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर के साथ मिलकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाया जाएगा ! इस आंदोलन में युवाओं की भूमिका अहम होगी !
आंदोलनम् ब्रजभूमितः अरभित्वा आगरा, कर्णपुर, प्रयागराज गच्छत् संपूर्ण देशे प्राप्यिष्यन्ति, यस्य प्रारूप: तत्परः कृतवान् ! सः अकथयत् स्म तत श्रीकृष्णस्य मंदिरम् त्रोटित्वा तस्य मूर्तय: आगरायाः शाही जामा मस्जिदम् आनीतमासीत् !
आंदोलन ब्रज भूमि से शुरू होकर आगरा, कानपुर, प्रयागराज होते हुए पूरे देश में पहुँचेगा, इसकी रूप रेखा तैयार कर ली गई है ! उन्होंने कहा था कि श्रीकृष्ण का मंदिर तोड़कर उनकी मूर्तियाँ आगरा की शाही जामा मस्जिद लाई गई थीं !
यस्यानंतरम् प्रतिमा: मस्जिदस्य सोपानेषु स्थापितवतः स्म ! अयम् ज्ञायन् जनाः धृतमौना: सन्ति ! न्यायालयेण नेतृभिः प्रार्थना करिष्यन्ति तत तानि सोपनानि खनित्वा मूर्तय: निस्सरन्तु ! सः अकथयत् स्म ततास्मिन् कार्ये मस्जिदम् कश्चित क्षति न भविष्यति !
इसके बाद प्रतिमाएँ मस्जिद की सीढ़ियों में चुनवा दी गई थीं ! यह जानते हुए भी लोग मौन हैं ! कोर्ट व नेताओं से अपील करेंगे कि उन सीढ़ियों को खुदवाकर मूर्तियाँ निकलवा ली जाएँ ! उन्होंने कहा था कि इस कार्य में मस्जिद को कोई नुकसान नहीं होगा !