देशस्य सप्तसप्तति स्वतंत्रतादिवसे अपि कांग्रेसं राजनीतितः पृथक नाभवत् ! रक्तप्राचीरे आयोजितं पारंपरिक समारोहे कांग्रेसाध्यक्ष: मल्लिकार्जुन खड़गे न प्राप्तवान् ! अनंतरे स्पष्टयन् सः अकथयत् तत नेत्राभ्यां संबंधितं पीड़ा भवितुं दलीय कार्यालये च् कालेण राष्ट्रीय ध्वजम् विधूनाय सः यस्मात् अंतर: कृतवान् !
देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर भी कांग्रेस राजनीति से बाज नहीं आई ! लाल किले पर आयोजित पारंपरिक समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नहीं पहुँचे ! बाद में सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि आँखों से संबंधित समस्या होने और पार्टी ऑफिस में समय से राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए उन्होंने इससे दूरी बनाई !
तु कांग्रेसमुख्यालये स्वसंबोधनस्य काळम् भाजपायां केंद्रसर्वकारे चारोपमारोपेण ते स्वम् द्रुतं नाकरोत् ! खड़गे अकथयत्, मया नेत्रयो: किंचित पीड़ास्ति ! प्रोटोकॉल इत्या: अनुरूपम् मया प्रातः ९:२० वादने स्वगृहे ध्वजम् विधुननम् आसीत् ! यस्यानंतरम् मया दलीय कार्यालये ध्वजम् विधुननमासीत् !
लेकिन कांग्रेस मुख्यालय में अपने संबोधन के दौरान बीजेपी और केंद्र सरकार पर आरोप लगाने से वे खुद को दूर नहीं रख पाए ! खड़गे ने कहा, मुझे आँखों में थोड़ी दिक्कत है ! प्रोटोकॉल के मुताबिक मुझे सुबह 9:20 पर अपने घर पर झंडा फहराना था ! इसके बाद मुझे पार्टी दफ्तर पर झंडा फहराना था !
अतएवाहम् तत्र न प्राप्तुं अशक्नोम् ! अग्र सः अकथयत्, सुरक्षा इयत् दृढ़: तत ते पीएम इत्या: गमनात् पूर्वम् कश्चित अन्यम् तत्रतः गन्तुं न ददान्ति ! मयानुभवामि तताहमत्र काले न प्राप्तुं शक्ष्यामि, सहैवाहम् सुरक्षास्थित्या: कालस्य न्यूनतायाः कारणे तत्र न गन्तुमेव सम्यकवगम्यम् !
इसलिए मैं वहाँ नहीं पहुँच सका ! आगे उन्होंने कहा, सुरक्षा इतनी कड़ी है कि वे पीएम के निकलने से पहले किसी और को वहाँ से जाने नहीं देते ! मुझे लगा कि मैं यहाँ समय पर नहीं पहुँच पाऊँगा, साथ ही मैंने सुरक्षा स्थिति और समय की कमी के कारण वहाँ न जाना ही बेहतर समझा !
खड़गे कांग्रेसमुख्यालये ध्वजारोहणम् कृतवान् ! अस्मिन् काळम् सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहितं अन्याः कांग्रेस नेतारः अपि उपस्थिता: रमन्ति ! अस्मिनवसरे अपि कांग्रेसमारोपकं प्रत्यारोपकं राजनीतिमग्रम् बर्धनस्य कार्यम् कृतवत् ! सः अकथयत्, लोकतंत्रम्, संविधानम् संस्थानम् च् त्रयेषु वृहत्तरः संकट: !
खड़गे ने कांग्रेस मुख्यालय में ध्वाजारोहण किया ! इस दौरान सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी सहित अन्य कांग्रेस नेता भी मौजूद रहे ! इस मौके पर भी कांग्रेस आरोप प्रत्यारोप वाली राजनीति को आगे बढ़ाने का काम किया ! उन्होंने कहा, लोकतंत्र, संविधान और संस्थान तीनों पर बहुत बड़ा खतरा है !
संसदे विपक्षस्य नेतृणाम् माइक इति अवरुद्धन्ते बहिः च् कथ्यते तत वयं विश्वस्य सर्वात् वृहत् लोकतंत्रम् सन्ति ! संसदे यदाहम् स्वयमेव वार्ता कर्तुं उत्थामि, तु मम माइक इति अवरुद्धते ! एकं प्रति वयं लोकतंत्रस्य मृदंगम् वाद्यन्ते तु द्वितीयं प्रति अस्माकं मुखमवरुद्धते !
संसद में विपक्ष के नेताओं के माइक बंद कर दिए जाते हैं और बाहर कहा जाता है कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं ! संसद में जब मैं खुद ही बात करने के लिए उठता हूँ, तो मेरा माइक बंद हो जाता है ! एक तरफ हम लोकतंत्र का ढोल बजाते हैं, तो दूसरी तरफ हमारा मुँह बंद कर दिया जाता है !