प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदिन् एकदा पुनः हृदयस्य वार्ता कार्यक्रमेण देशस्य विदेशस्य जनै: स्वविचारं अंशित: ! इदम् प्रधानमंत्रिण: मासिक आकाशवाणी कार्यक्रमस्य षडाशीतिनि क्रमांकमासीत् ! पीएम मोदिन् १३ फरवरिम् इति मासस्य हृदयस्य वार्तायाः प्रसारणाय विचारम् प्रस्तावम् याचित: स्म !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर मन की बात कार्यक्रम से देश-विदेश की जनता से अपने विचार साझा किए हैं ! यह प्रधानमंत्री के मासिक रेडियो कार्यक्रम का 86वां एपिसोड था ! पीएम मोदी ने 13 फरवरी को इस महीने के मन की बात के प्रसारण के लिए विचार और सुझाव मांगे थे !
एके ट्वीते सः कथित: स्म तत इति मासस्य हृदयस्य वार्ता कार्यक्रम २७ फरवरिम् भविष्यति पूर्वस्यभांति अहम् भवतां प्रस्तावेभ्यः उत्सुकोस्मि !
एक ट्वीट में उन्होंने ने कहा था कि इस महीने का मन की बात कार्यक्रम 27 फरवरी को होगा और पहले की तरह मैं आपके सुझावों के लिए उत्सुक हूँ !
पीएम मोदिन् कथित: सहस्राणां वर्षाणां अस्माकं इतिहासे देशस्य प्रत्येक क्रोणे एकतः बर्धित्वा एकं मुर्त्य: सदैव निर्मितुं रमितानि, यस्मिन् श्रद्धापि आसीत्, सामर्थ्यमपि आसीत्, कौशल्यमपि आसीत् विविधताभि: पूर्णमासीत् च् अस्माकं च् प्रत्येक मूर्तीनामितिहासे तत्कालीन कालस्य प्रभावमपि दृश्यते !
पीएम मोदी ने कहा कि हजारों वर्षों के हमारे इतिहास में देश के कोने-कोने में एक से बढ़कर एक मूर्तियां हमेशा बनती रहीं, इसमें श्रद्धा भी थी, सामर्थ्य भी था, कौशल्य भी था और विवधताओं से भरा हुआ था और हमारे हर मूर्तियों के इतिहास में तत्कालीन समय का प्रभाव भी नजर आता है !
येषु देशेषु इमानि मुर्त्य: क्षौरकर्मकृत्वा नीतानि स्म, सम्प्रति तै: अनुभूता: तत भारतेण सह संबंधेषु साफ्ट पावर इतस्य यत् डिप्लोमैटिक चैनल इति भवति ! तस्मिन् यस्यापि बहुवृहत् महत्वम् भवितुं शक्नोति ! कुत्रचित् येन सह भारतस्य भावना: संलग्नं सन्ति, भारतस्य श्रद्धा संलग्नं सन्ति !
जिन देशों में ये मूर्तियां चोरी करके ले जाई गईं थीं, अब उन्हें भी लगने लगा कि भारत के साथ रिश्तों में सॉफ्ट पावर का जो डिप्लोमैटिक चैनल होता है ! उसमें इसका भी बहुत बड़ा महत्व हो सकता है ! क्योंकि इसके साथ भारत की भावनाएँ जुड़ी हुई हैं, भारत की श्रद्धा जुड़ी हुई हैं !
बहु मूर्ती: भारत: क्षौरकर्मकृत्वा नीतं, विभिन्न देशेषु विक्रितं ! तान् मूर्ती: पुनरानीत: अस्माकं जिम्मेवारिम् आसीत् ! २०१३ तमैव केवलं १३ मूर्ती: पुनरानीतं स्म, तु २०१४ तमस्यानंतरम् भारतम्, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा यथा देशेभ्यः २०० तः अधिकं पूर्व मूर्ती: आनीतं !
कई मूर्तियों को भारत से तस्करी कर ले जाया गया, विभिन्न देशों में बेचा गया ! उन मूर्तियों को वापस लाना हमारी जिम्मेदारी थी ! 2013 तक केवल 13 मूर्तियों को वापस लाया गया था, लेकिन 2014 के बाद भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा जैसे देशों से 200 से अधिक पिछली मूर्तियों को वापस लाया !
स्वतंत्रतायाः अमृत महोत्सवस्यानुरूपम् युवा: स्व अनुरूपेण भारतीय भाषाणां लोकप्रिय गीतानां चलचित्रानि निर्मितुं शक्नोन्ति ! यथास्माकं जीवनम् अस्माकं माता रचयति तादृशैव मातृभाषापि अस्माकं जीवनम् रचयति ! भारत भाषाणां प्रकरणे इयत् समृद्धमस्ति तत यस्य तुलनाम् कर्तुं न शक्नुते !
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत युवा अपने तरीके से भारतीय भाषाओं के लोकप्रिय गीतों के वीडियो बना सकते हैं ! जैसे हमारे जीवन को हमारी मां गढ़ती है, वैसे ही, मातृभाषा भी, हमारे जीवन को गढ़ती है ! भारत भाषाओं के मामले में इतना समृद्ध है कि इसकी तुलना नहीं की जा सकती !
अस्माभिः स्व विविधभाषासु गर्वम् भवनीयं ! स्वतंत्रतायाः ७५ वर्षमनंतरमपि केचन जनाः इदृशं मानसिक द्वंदे जीवन्ति यस्य कारणं तै: स्वभाषाम्, स्वपरिधानम्, स्वभोजनम् गृहीत्वा एकं संकोचम् भवति, यद्यपि विश्वे कुत्रैवान्यत्रम् इदृशं नास्ति !
हमें अपनी विविध भाषाओं पर गर्व होना चाहिए ! आजादी के 75 साल बाद भी कुछ लोग ऐसे मानसिक द्वन्द में जी रहे हैं जिसके कारण उन्हें अपनी भाषा, अपने पहनावे, अपने खान-पान को लेकर एक संकोच होता है, जबकि, विश्व में कहीं और ऐसा नहीं है !
भारते विश्वस्य सर्वात् पुरातन भाषा संस्कृतमस्ति इति वार्तायाः च् प्रत्येक भारतीयं गर्वम् भवनीयं तत विश्वस्य इयत् वृहतुत्तराधिकार: अस्माकं पार्श्वास्ति ! तेन प्रकारेण इयत् पुरातन धर्मशास्त्रम् सन्ति, तस्य अभिव्यक्ति अपि अस्माकं संस्कृत भाषायां अस्ति !
भारत में विश्व की सबसे पुरानी भाषा संस्कृत है और इस बात का हर भारतीय को गर्व होना चाहिए कि दुनिया की इतनी बड़ी विरासत हमारे पास है ! उसी प्रकार से जितने पुराने धर्मशास्त्र हैं, उसकी अभिव्यक्ति भी हमारी संस्कृत भाषा में है !
सैन्ये अपि पुत्र्य: सम्प्रति नव वृहत् च् भूमिकासु जिम्मेवारिम् निर्वहन्ति देशस्य च् रक्षणम् कुर्वन्ति ! पूर्वमासे गणतंत्रदिवसे वयं दर्शिता: तत आधुनिक योद्धकविमानमपि पुत्र्य: उड्डयन्ति !
सेना में भी बेटियां अब नई और बड़ी भूमिकाओं में जिम्मेदारी निभा रही हैं और देश की रक्षा कर रही हैं ! पिछले महीने गणतंत्र दिवस पर हमने देखा कि आधुनिक फाइटर प्लेन को भी बेटियां उड़ा रही हैं !
पुत्रम् पुत्रिम् च् समानाधिकारम् दत्तन् पाणिग्रहणस्य आयु समम् कर्तुं देशम्मम प्रयासम् करोति ! यस्मात् प्रत्येक क्षेत्रे महिलानां अंशदारिम् बर्ध्यति ! भवन्तः एकमन्य वृहत् परिवर्तनमपि भवितुं द्रक्ष्यन्ते ! इदम्मम परिवर्तनमस्ति, अस्माकं सामाजिकाभियानानां साफल्यं !
बेटे और बेटियों को समान अधिकार देते हुए विवाह की उम्र समान करने के लिए देश प्रयास कर रहा है ! इससे हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है ! आप एक और बड़ा बदलाव भी होते देख रहे होंगे ! ये बदलाव है, हमारे सामाजिक अभियानों की सफलता !