रक्षामंत्री राजनाथ सिंहस्य मातु: निधन ब्रेन हेमरेजतः अभवत् स्म, तु तेन अंतिम संस्कारे गमनस्याज्ञा नाददात् स्म ! यस्योल्लेख सः वार्ता संस्था एएनआई इत्यस्य संपादक स्मिता मिश्रायाः पॉडकास्ट इत्यां अकरोत् !
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की माँ का निधन ब्रेन हेमरेज से हो गया था, लेकिन उन्हें अंतिम संस्कार में जाने की अनुमति नहीं दी गई थी ! इसका जिक्र उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई की संपादक स्मिता मिश्रा के पॉडकास्ट में किया है !
अस्य पॉडकास्ट इत्यस्य किंचित अंशम् वार्ता संस्था सोशल मीडिया इतम् प्रस्तुतम् अकरोत् ! यस्मिन् रक्षामंत्री पकिस्तानी आतंक, चिनतः गृहीत्वा इमरजेंसी इत्यस्य कालमेव विभिन्न प्रकरणेषु वार्ता कृतरस्ति ! तस्य मातु: निधन अपि इमरजेंसी इत्यस्य काळमेव अभवत् स्म !
इस पॉडकास्ट का कुछ हिस्सा न्यूज एजेंसी ने सोशल मीडिया में शेयर किया है ! इसमें रक्षा मंत्री ने पाकिस्तानी आतंकवाद, चीन से लेकर इमरजेंसी के दौर तक विभिन्न मुद्दों पर बात की है ! उनकी माँ का निधन भी इमरजेंसी के दौरान ही हुआ था !
तत् काळम् राजनाथ सिंह: कारागारे आसीत् ! सः अज्ञापत् तत २७ दिवसानि एव चिकित्सालये रमस्यानंतरम् तस्य मातु: निधनम् अभवत्, तु अन्तिमसंस्कारे सम्मिलितुं येन पैरोल इति न अददात् ! यस्योल्लेख कृत्वा सः अकथयत् तताद्य तै: अस्मासु निरंकुशस्यारोपम् आरोपयन्ति !
उस समय राजनाथ सिंह जेल में थे ! उन्होंने बताया कि 27 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद उनकी माँ का निधन हो गया, लेकिन अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए इन्हें पैरोल नहीं दिया गया ! इसका जिक्र कर उन्होंने कहा कि आज वही लोग हम पर तानाशाही का आरोप लगा रहे हैं !
उल्लेखनीयमस्ति तत इंदिरा गांध्या: नेतृत्वकः कांग्रेस सर्वकारः देशे इमरजेंसी स्थाप्य नागरिकानां अधिकाराणां स्वच्छंद दमन इति अकरोत् स्म ! राजनाथ सिंह: पॉडकास्ट इत्यां अकथयत्, मम मातु: २७ दिवसानि चिकित्सालये रमस्यानंतरम् ब्रेन हेमरेज अभवत् स्म ! तत् काळम् मया पैरोल एव नालभत् !
उल्लेखनीय है कि इंदिरा गाँधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने देश पर इमरजेंसी थोप कर नागरिकों के अधिकारों का खुलेआम दमन किया था ! राजनाथ सिंह ने पॉडकॉस्ट में कहा, मेरी माँ का 27 दिन अस्पताल में रहने के बाद ब्रेन हैमरेज हो गया था ! उस समय मुझे पैरोल तक नहीं मिली !
क्रियाकर्मायापि मया पैरोल नाददात् स्म ! अहम् स्वमात्रा मेलितुमेव नाशक्नोत्, अद्य इमे अस्माकं उपरि निरंकुश: भूतस्य आरोपम् आरोपयन्ति ! कल्पयतु ! तत् काळम् मम माता ब्रेन हेमरेज इत्यस्य २७ दिवसानि अनंतरमेव वाराणस्या: माता आनन्दमयी चिकित्सालये आसीत् !
क्रियाकर्म के लिए भी मुझे पैरोल नहीं दी गई थी ! मैं अपनी माँ से मिल तक नहीं सका, आज ये सभी लोग हमारे ऊपर तानाशाह होने का इल्जाम लगाते हैं ! कल्पना करिए ! उस समय मेरी माँ ब्रेन हैमरेज के 27 दिन बाद तक वाराणसी के माता आनंदमयी हॉस्पिटल में थीं !
सः पुनरपि मया पैरोल नाददात् ! रक्षामंत्री पॉडकास्ट इत्यां इमरजेंसी इत्यस्य अतिरिक्तं अन्यापि प्रकरणेषु वार्ताकरोत् ! सः अकथयत् तत यावत् प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इत्यां सामर्थ्य: सन्ति तावत् तैव सर्वकारस्य नेतृत्व: करिष्यति ! सः स्मिता प्रकाश इत्यस्य प्रश्नम् पृच्छने अकथयत्, चिंता किं करोति !
उन्होंने फिर भी मुझे पैरोल नहीं दी ! रक्षा मंत्री ने पॉडकॉस्ट में इमरजेंसी के अलावा और भी मुद्दों पर बात की ! उन्होंने कहा कि जब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में सामर्थ्य हैं तब तक वही सरकार का नेतृत्व करेंगे ! उन्होंने स्मिता प्रकाश के सवाल पूछने पर कहा, चिंता काहे कर रही हैं !
मोदी महोदयः कुतः न गच्छन्ति ! चतुर्थ चक्रे अपि तैव नेतृत्व: करिष्यति ! सः चिनस्य प्रकरणे अकथयत् तत नरेंद्र मोदिण: पीएम रमन् देशस्य एकं इंच भूम्यां अपि कस्यचित् अधिपत्य: भवितुं न शक्नोति ! सः पीओके इत्यां अकथयत्, पीओके अस्माकं आसीत्, अस्माकं अस्ति अस्माकं च् रमिष्यति !
मोदी जी कहीं नहीं जा रहे हैं ! चौथे टर्म में भी वही नेतृत्व करेंगे ! उन्होंने चीन के मुद्दे पर कहा कि नरेंद्र मोदी के पीएम रहते हुए देश की एक इंच जमीन पर भी किसी का कब्जा नहीं हो सकता है ! उन्होंने पीओके पर कहा, पीओके हमारा था, हमारा है और हमारा रहेगा !
पकिस्तानम् यदि आतंकस्याश्रय नीत्वा तं भारतं अस्थिरस्य प्रयासमकरोत् तर्हि परिणामासाधु भविष्यति ! यदि तत् आतंकतः रणे सक्षम: न अस्ति तु भारतम् तेन सह कॉपरेट कृतं तत्परः अस्ति !
पाकिस्तान अगर आतंकवाद का सहारा लेकर उसने भारत को अस्थिर करने का प्रयास किया तो अंजाम बुरे होंगे ! अगर वो आतंकवाद से लड़ने में सक्षम नहीं है तो भारत उनके साथ कॉपरेट करने को तैयार है !
रक्षामंत्री अकथयत् तत देशे या: इमरजेंसी इतम् आरंभ: अकुर्वन् ताः भाजपायां निरंकुश: भूतस्यारोपमारोपयन्ति ! सः अज्ञापत् तत तेन तत् काळम् कारागारे अतएव अक्षिपत् स्म कुत्रचित् तः इमरजेंसी इतम् गृहीत्वा जनेषु जागरूकतौत्पादयते स्म तत केन प्रकारेण इदम् आपातकाळम् घातक: !
रक्षा मंत्री ने कहा कि देश में जिन लोगों इमरजेंसी को लागू किया वो लोग भाजपा पर तानाशाह होने का इल्जाम लगाते हैं ! उन्होंने बताया कि उन्हें उस समय जेल में इसलिए डाला गया था क्योंकि वो इमरजेंसी को लेकर लोगों में जागरूकता पैदा करते थे कि किस तरह से ये आपातकाल घातक है !