साभार ऑप इंडिया
देशे कोरोना विषाणु प्रसरम् गृहीत्वा काशी हिंदू विश्वविद्यालळयं समेतं ७ अनुसंधान संस्थानानां शोधपत्रम् संमुखमागतवत: ! इंटरनेशनल जर्नल एमडीपीआई कोविड इत्यां प्रकाशितं सूचनायाः अनुसारम् देशे कोरोनायाः प्रथम उर्म्या: कारणम् कृषक आंदोलनमभवत् स्म !
देश में कोरोना वायरस फैलने को लेकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय समेत 7 रिसर्च संस्थानों की स्टडी रिपोर्ट सामने आई है ! इंटरनेशनल जर्नल एमडीपीआई कोविड में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार देश में कोरोना की पहली लहर का कारण किसान आंदोलन बना था !
कोरोनायाः अल्फा वेरियंट इत्यां कृतवत् अनुसंधानस्याधारे इदम् दृढ़कथनम् कृतवत् ! सूचनायाः अनुसारम्, कृषक आंदोलनस्य कारणेन कोरोनायाः प्रकरणेषु अकस्मात्तल वृद्धिमभवत् स्म ! वर्षे २०२०-२१ तमे देशे कोरोनायाः अल्फा वेरियंट इत्या: प्रसारम् असमान्य रूपेणाभवत् स्म !
कोरोना के अल्फा वेरिएंट पर की गई रिसर्च के आधार पर यह दावा किया गया है ! रिपोर्ट के अनुसार, किसान आंदोलन की वजह से कोरोना के मामलों में अचानक वृद्धि हुई थी ! साल 2020-21 में देश में कोरोना के अल्फा वेरिएंट का प्रसार असामान्य तरीके से हुआ था !
साधारणतया इदं वेरियंट तीव्रताया न प्रसरीति, तु आंदोलनकारिन: देशे विशेषतः उत्तर भारतीय राज्येषु कोरोनायाः इदम् वेरियंट प्रसृतवन्तः स्म ! अनुसंधाने सम्मिलिता: जाह्नव्या: अनुरूपं देहल्यां, पंजाबे चंडीगढ़े च् अल्फा वैरिएंट इत्या: ४४ जेनेटिक शाखा: विद्यमाना: आसन् !
आमतौर पर यह वेरिएंट तेजी से नहीं फैलता, लेकिन आंदोलनकारियों ने देश में खासकर उत्तर भारतीय राज्यों में कोरोना का यह वेरिएंट फैलाया था ! रिसर्च में शामिल जाह्नवी के मुताबिक दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ में अल्फा वैरिएंट की 44 जेनेटिक शाखाएँ मौजूद थीं !
इदमेव कारणमासीत् तत् पूर्ण भारतस्यापेक्षा केवलं उत्तर भारते कोरोनायाः इदम् प्रकारम् तीव्रतायाः प्रसरत् ! पंजाबे कृषक आंदोलनाय अभवन् कार्यक्रमानि, गोष्ठ्याः सभायाः च् कारणम् संक्रमण सामान्यतः ५ तः १० गुणित तीव्रताया बर्धितमासीत् !
यही वजह थी कि पूरे भारत के बजाय सिर्फ उत्तर भारत में कोरोना का यह प्रकार तेजी से फैला ! पंजाब में किसान आंदोलन के लिए हुए इवेंट्स, बैठक और सभाओं के कारण संक्रमण सामान्य से 5 से 10 गुना तेजी से बढ़ा था !
अध्ययनकर्ता दलस्य नेतृत्व करोति बीएचयू इत्यां जीवविज्ञानस्य प्रवक्ता ज्ञानेश्वर चौबे ज्ञाप्तवान् तत ३०८५ अल्फा वैरिएंट इत्या: जीनोमिक सीक्वेंस इत्या: विश्लेषण कृतवान् ! यस्मात् ज्ञातमभवत् तत पंजाब समेतं उत्तरी भारतस्य राज्येषु कोरोनायाः प्रकरणेषु आगतवत् उच्छलाकस्मात् नासीत् !
अध्ययन करने वाली टीम का नेतृत्व कर रहे बीएचयू में जूलॉजी के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि 3085 अल्फा वैरिएंट के जीनोमिक सीक्वेंस का विश्लेषण किया गया ! इससे पता चला कि पंजाब समेत उत्तरी भारत के राज्यों में कोरोना के मामलों में आया उछाल अचानक नहीं था !
यस्य पश्च कृषक आंदोलनस्य भूमिकासीत् ! शोधेण ज्ञातमभवत् तत अल्फा वेरियंट इत्या: प्रथम प्रकरण दिसंबर २०२० तमे दक्षिण पूर्वी ब्रितेने ळब्धवत् स्म ! यस्यानंतरमिदम् पंजाब समेतं उत्तरी भारते प्रसृतुमरभत् ! यत् शोधम् शोधपत्रम् च् तत्परः कृते अनुमानतः एकस्य वर्षस्य काळम् गतवत् !
इसके पीछे किसान आंदोलन की भूमिका थी ! स्टडी से पता चला है कि अल्फा वेरिएंट (SARS-CoV-2) का पहला मामला दिसंबर 2020 में दक्षिण पूर्वी ब्रिटेन में पाया गया था। इसके बाद यह पंजाब समेत उत्तरी भारत में फैलने लगा ! इस रिसर्च और रिपोर्ट को तैयार करने में लगभग एक साल का समय लगा है !
अस्मिन् शोधे बीएचयू, बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थानम् लक्ष्मणपुरी, आनुवंशिक विभाग उस्मानिया विश्वविद्यालय भाग्यनगरम्, जैव प्रौद्योगिकी विभाग संबद्ध विज्ञान संस्थानम् गाजियाबाद, क्षेत्रीय फोरेंसिक प्रयोगशाला भोपाल, कलकत्ता यूनिवर्सिटी अमृता स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इत्यानां १५ वैज्ञानिका: शोधकर्ता: च् सम्मिलिता: आसन् !
इस रिसर्च में बीएचयू, बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थान लखनऊ, आनुवंशिक विभाग उस्मानिया विश्वविद्यालय हैदराबाद, जैव प्रौद्योगिकी विभाग स्वास्थ्य सम्बद्ध विज्ञान संस्थान गाजियाबाद, क्षेत्रीय फोरेंसिक प्रयोगशाला भोपाल, कलकत्ता यूनिवर्सिटी और अमृता स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के 15 वैज्ञानिक और रिसर्चर शामिल थे !