एआईएमआईएम प्रमुख: भाग्यनगर सांसद: च् असदुद्दीन ओवैसिन् विवादितानि कलहानि गृहीत्वा चर्चायां रमन्ते ! तस्यैकं चलचित्रं सोशल मीडिया इत्यां तीव्रताया प्रसृतं भवति ! यस्मिन् सः दृढ़कथनं कृतवान् तत इस्लामम् भारतं लोकतंत्रस्योपहार: दत्तवान् !
एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं ! उनका एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है ! इसमें उन्होंने दावा किया है कि इस्लाम ने भारत को लोकतंत्र का तोहफा दिया !
यं चलचित्रम् न्यूज २४ ट्वीट कृतवान् स्म्, येन असदुद्दीन ओवैसिनपि रीट्वीट कृतवान् ! चलचित्रे सः इस्लामे भाषणम् दत्तुं दृश्यते ! यस्मिन् भाषणे ओवैसिन् केचन पुस्तकानां उद्धरण दत्तनकथयत् ! यस्मिन् देशे आगच्छन् अंतिम त्रीणि समूहानि इस्लामतः आसन् !
इस वीडियो को न्यूज 24 ने ट्वीट किया था, जिसे असदुद्दीन ओवैसी ने भी रीट्वीट किया है ! वीडियो में वह इस्लाम पर भाषण देते दिखाई दे रहे हैं ! इस भाषण में ओवैसी ने कुछ किताबों का हवाला देते हुए कहा है, इस देश में आए आखिरी तीन काफिले इस्लाम से थे !
यानि अत्रागत्यावसन् ! यं प्रकारम् गंगायाः यमुनायाः चुद्गम पृथक-पृथक स्थानै: भवति, तु प्रकृत्या: नियमस्य कारणम् यदा ते मेलयत:, तर्हि तेन संगम इति कथ्यते ! वयं स्वकोषम् गृहीत्वात्रागच्छम ! वयं स्वावरुद्धौ कपाटौ अनावृतौ !
जो यहाँ आकर बस गए ! जिस प्रकार गंगा और यमुना का उद्गम अलग-अलग स्थानों से होता है, लेकिन प्रकृति के नियम के कारण जब वे मिलती हैं, तो उसे संगम कहा जाता है ! हम अपना खजाना लेकर यहाँ आए ! हमने अपने बंद दरवाजे खोल दिए !
वयं सर्वम् दत्तवान्, यं देशम् च् इस्लामम् यत् सर्वात् अनुपमोपहार: दत्तवान्, तत लोकतंत्रस्योपहार: आसीत् ! यस्मात् पूर्वमपि बहवः इस्लामिक जनाः भक्ष्यस्य वस्तुभिः गृहीत्वा वस्त्राणि एव गृहीत्वास्यैव प्रकारस्य दृढ़कथनानि कर्तुं रमन्ति !
हमने सब कुछ दे दिया, और इस देश को इस्लाम ने जो सबसे अनुपम उपहार दिया, वह लोकतंत्र का उपहार था ! इससे पहले भी कई इस्लामिक लोग खाने-पीने की चीजों से लेकर कपड़ों तक को लेकर इसी तरह के दावे करते रहे हैं !
तु इदृशम् प्रथमदाभवत् यदा लोकतंत्रम् गृहीत्वास्य प्रकारस्य दृढ़कथनम् कर्तुं गतमसि ! ओवैसिण: यं दृढ़कथनम् गृहीत्वा सोशल मीडिया इत्यां पृथक- पृथक प्रतिक्रियाम् द्रष्टुम् लभन्ति ! जनाः इदम् पृच्छन्ति तत यदि इस्लामम् हिंदुस्तानम् लोकतंत्रम् दत्तवान् तर्हि पुनः इस्लामिकेषु देशेषु लोकतंत्रम् किं न सन्ति !
लेकिन यह पहली बार हुआ है जब लोकतंत्र को लेकर इस तरह का दावा किया गया हो ! ओवैसी के इस दावे को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रतिकिया देखने को मिल रहीं हैं ! लोग यह पूछ रहे हैं कि यदि इस्लाम ने हिंदुस्तान को लोकतंत्र दिया तो फिर इस्लामिक देशों में लोकतंत्र क्यों नहीं है !
महेंद्र कुमार सिंह नामक: प्रयुज्यकरलिखत्, इस्लामं इस्लामी देशेषु लोकतंत्रस्योपहार: किं न दत्तवान् ? सर्वाणि मुस्लिम देशानि यथा लेबनान, इराक, ईरान, सऊदी अरब, ओमान, कतर बहूनि देशानि चद्यापि अधिनायकतंत्रस्य श्रृंखलासु आगृहतान् तानि च् कदापि स्वतंत्र न भविष्यन्ति ! इस्लामम् कृपणता किं कृतवान् !
महेंद्र कुमार सिंह नामक यूजर ने लिखा है, इस्लाम ने इस्लामी देशों में लोकतंत्र का तोहफा क्यों नहीं दिया ? सभी मुस्लिम देश जैसे लेबनान, इराक, ईरान, सऊदी अरब, ओमान, कतर और तमाम देश आज भी अधिनायकतंत्र (तानाशाही) की जंजीरों में जकड़े हुए हैं और वे कभी आजाद नहीं होंगे ! इस्लाम ने कंजूसी क्यों की ?
अंश शर्मा नामक: प्रयुज्यक: ट्वीट कृतनपृच्छत्, पुनः सर्वेषु इस्लामिक देशेषु उद्भवितं लोकतंत्रम् किं नास्ति ? एकः अन्य प्रयुज्यक: अलिखत्, मुगल नृपं या महिलायै रोचते स्म तस्या: भर्तारं तस्मै तलाक इति दत्तुं भवति स्म् ता महिला च् नृपस्य अन्तःपुरे प्रेष्यते स्म् ! वाह रे इति लोकतंत्रम् ! विनोद: मा करोतु !
अंश शर्मा नामक यूजर ने ट्वीट करते हुए पूछा, फिर सभी इस्लामिक देशों में फलता-फूलता लोकतंत्र क्यों नहीं है ? एक अन्य यूजर ने लिखा, मुगल बादशाह को जो औरत पसंद आती थी उसके पति को उसे तलाक देना पड़ता था और वो औरत बादशाह के हरम में भेज दी जाती थी ! वाह रे लोकतंत्र ! जोक मत किया करो !
एकः अन्य प्रयुज्यक: अलिखत्, भिक्षुक: ओवैसिन् भारतं त्वया भूमिम् दत्तासीत् खन्त्यां सुप्ताय, त्वम् किं लोकतंत्रम् दाष्यति ! वदतु एकमपि मुस्लिम देशं यत्र लोकतंत्रमस्ति ? बहवः नेटिजन्स ओवैसिण: यस्मै कथनाय तस्य तुल्यता एकेण प्रहसकतः कृतन् अकथयत् तत सः प्रहसकं टक्कर इति ददान्ति !
एक अन्य यूजर ने लिखा, भीखमंगे औवेसी भारत ने तुझे जमीन दी है कब्र में सोने के लिए, तू क्या लोकतंत्र देगा ! बताओ एक भी मुस्लिम देश जहाँ लोकतंत्र है ? कई नेटिजेन्स ने ओवैसी के इस बयान के लिए उनकी तुलना एक कॉमेडियन से करते हुए कहा है कि वह कॉमेडियन को टक्कर दे रहे हैं !
ज्ञाप्यतु तत यस्मात् पूर्वम् शनिवासरम् (१४ जनवरी २०२३) ओवैसिन् एकः वार्ता प्रसृतं कृतरासीत् ! यस्मिन् दृढ़कथनम् दत्तवान् स्म् तत जय श्रीरामस्य उद्घोषम् न कथने केचन जनाः धूमयाने एकस्य मुस्लिम युवकस्य ताडनम् कृतारास्ति ! यद्यपि, अनंतरे इदम् वार्तासत्यं ळब्धमासीत् ! यत्रैव तत रेलवे आरक्षकरपि यस्य खंडनम् कृतवान् स्म् !
बता दें कि इससे पहले शनिवार (14 जनवरी 2023) को ओवैसी ने एक खबर शेयर की थी ! इसमें दावा किया गया था कि जय श्री राम का नारा नहीं लगाने पर कुछ लोगों ने ट्रेन में एक मुस्लिम युवक की पिटाई की है ! हालाँकि, बाद में यह खबर झूठी पाई गई थी ! यहाँ तक कि रेलवे पुलिस ने भी इसका खण्डन किया था !