फोटो साभार टाइम्स नाउ हिंदी
पश्चिम बङ्ग विधानसभाय सत्तायुक्तं तृणमूल कांग्रेसम् भाजपाम् च् स्वोम्मीदवाराणां यत् नामपत्रे निर्गते तेषु बहु इदृशानि नामानि सन्ति यत् पूर्वमपि प्रसिद्धिम् संचितानि ! एतानां सर्वानां मध्य द्वय नाम इदृशे स्तः ययो चर्चाम् अद्यत्वे बहु भवतः !
पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की जो लिस्ट जारी की है उसमें कई ऐसे नाम हैं जो पहले भी सुर्खियां बंटोर चुके हैं ! इन सबके बीच दो नाम ऐसे हैं जिनकी चर्चा आजकल खूब हो रही है !
इमे नाम्नी स्तः पूर्व आईपीएस हुमायूं कबीरस्य पूर्व आईपीएस अधिकारी भारत्या: च् ! एकम् भाजपाम् निर्वाचनी पत्रम् दत्तम् तदा द्वितीयं तृणमूल कांग्रेसम् निर्वाचनी पत्रम् दत्तम् आसनस्य च् नामास्ति डेबरा !
ये दो नाम हैं पूर्व आईपीएस हुमांयू कबीर और पूर्व आईपीएस अधिकारी भारती घोष का ! एक को भाजपा ने टिकट दिया है तो दूसरे को तृणमूल कांग्रेस ने टिकट दिया और सीट का नाम है डेबरा !
द्वयो आईपीएस अधिकारिणोः अभिमुखे आगमनाभ्यां पश्चिम मिदनापुर जनपदस्य इदम् डेबरा आसनम् बहुतीक्ष्ण आसनेषु सम्मिलितानि अत्र बहु वल्गु समाघातम् भवितुम् गच्छति !
दो आईपीएस अधिकारियों के आमने-सामने आने से पश्चिम मिदनापुर जिले की यह डेबरा सीट हॉट सीटों में शामिल हो गई है और यहां काफी दिलचस्प मुकाबला होने जा रहा है।
भारती घोष यत् भाजपाया: निर्वाचनीपत्रे निर्वाचनम् रणति ता कदा ममता बनर्ज्या: निकषा मान्यते स्म,तु २०१९ तमे लोकसभा निर्वाचनेण पूर्वैव सः भाजपाम् युज्यता स्म ! तत्रैव हुमायूं कबीर: पूर्व मासमेव टीएमसी इत्यस्याश्रयतः स्म !
भारती घोष जो बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं वो कभी ममता बनर्जी की करीबी मानी जाती थीं,लेकिन 2019 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने भाजपा ज्वॉइन कर ली थी ! वहीं हुमायूं कबीर ने पिछले महीने ही टीएमसी का दामन थामा था !
कः अस्ति हुमायूं कबीर: !
कौन हैं हुमायूं कबीर !
चंदननगरस्य पूर्व आरक्षकरायुक्त: हुमायूं कबीर: अस्यैव वर्षम् जनवरी इत्ये स्वैव कारणानां कथ्यमानः स्व सेवांनिवृत्ति तः त्रय मासानि पूर्व त्यागपत्रं दत्त: स्म !
चंदननगर के पूर्व पुलिस आयुक्त हुमायूं कबीर ने इसी साल जनवरी में निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने रिटायरमेंट से तीन महीने पहले इस्तीफा दे दिया था !
२००३ कालस्य आईपीएस अधिकारिन् कबीर: अनंतरे ममता बनर्ज्या: उपस्थित्याम् एकस्य कार्यक्रमस्य कालम् टीएमसी इत्ये सम्मिलित: स्म !
2003 बैच के आईपीएस अधिकारी कबीर बाद में ममता बनर्जी की उपस्थिति में एक कार्यक्रम के दौरान टीएमसी में शामिल हुए थे !
कबीर: तं कालम् प्रसिद्ध्याम् आगतः स्म यदा सः शुभेंदु अधिकारिणः गोष्ठ्याम् कलहपूर्णम् उद्घोषम् उद्घोषस्यारोपे त्र्याणि भाजपा कार्यकर्तान् अवरुद्धम् कृतः स्म !
कबीर उस समय सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने शुभेंदु अधिकारी की रैली में विवादास्पद नारे लगाने के आरोप में तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था !
कास्ति भारती घोष !
कौन हैं भारती घोष !
भारती घोष झाड़ग्रामस्यायुक्ता रमति एकम् कालम् तया ममता बनर्ज्या: निकषा मान्यते स्म ! सेवानिवृत्ति ग्रहणस्यानंतरम् सा २०१९ तमे अभवत् लोकसभायाः पूर्व भाजपायाः आश्रयम् स्वीकृता स्म ! २०१९ तमे सा घाटल लोकसभा आसनेण निर्वाचनम् रणिता स्म तु सा निर्वाचनम् पराजिता स्म !
भारती घोष झाड़ग्राम की कमिश्नर रही हैं और एक समय उन्हें ममता बनर्जी की करीबी माना जाता था ! रिटायरमेंट लेने के बाद उन्होंने 2019 में हुए लोकसभा के पहले बीजेपी का दामन थाम लिया था ! 2019 में उन्होंने घाटल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन वह चुनाव हार गईं थी !