त्रय नव कृषि विधेयकानां विरुद्धम् कृषक संगठनानामान्दोलनम् बुधवासरम् स्व अष्टविंशतानि दिवसे प्रवेश्यते ! कृषकः त्रीणि कृषि विधेयकानि निरस्तस्य स्व याचनानां अडिगम् सन्ति यद्यपि सरकार स्व इच्छाम् कोमलं कर्तुम् तत्परं नास्ति !
तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का आंदोलन बुधवार को अपने 28वें दिन में प्रवेश कर गया !किसान तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग पर अड़े हैं जबकि सरकार अपना रुख नरम करने के लिए तैयार नहीं है !
द्वयो पक्षयो स्व इच्छायाम् स्थितेन गतिरोधस्य हलम् निःसृति न परिलक्ष्यति ! इति मध्य रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह: कृषकानां प्रशंसा कृतमानः अकथयत् तत अन्नदाता: देशम् खाद्य सुरक्षाम् दत्तमस्ति तु केचन कृषकः कृषि विधेयकानां विरुद्धम् प्रदर्शनम् कुर्वन्ति ! रक्षामंत्री: कृषकांदोलनस्य समाप्तस्य आशाम् व्यक्तयते !
दोनों पक्षों के अपने रुख पर कायम रहने से गतिरोध का हल निकलता नहीं दिख रहा है ! इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अन्नदाताओं ने देश को खाद्य सुरक्षा दी है लेकिन कुछ किसान कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं ! रक्षा मंत्री ने किसान आंदोलन के खत्म होने की उम्मीद जताई है !
राजनाथ सिंह: अकथयत् कृषक दिवसस्य दिवसं अहम् देशस्य कृषकानि शुभाशया दत्तामि ! येन देशम् खाद्य सुरक्षाम् प्रदत्तयते ! कृषि विधेयकानां विरुद्धम् केचन कृषक प्रदर्शनं कुर्वन्ति ! सरकार तेन सह सम्पूर्ण संवेदनशीलताया सह वार्ताम् करोति !
राजनाथ सिंह ने कहा किसान दिवस के दिन मैं देश के किसानों को बधाई देता हूँ ! इन्होंने देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान की है ! कृषि कानूनों के खिलाफ कुछ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार इनके साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ बातचीत कर रही है !
मह्यं आशामस्ति तत कृषक स्वांदोलनं शीघ्रम् समाप्तम् कृतदाष्यते ! अग्रिम् २५ दिसंबर तमम् प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: ऑनलाइन इति सम्पूर्ण देशस्य कृषकानि सम्बोधितम् करिष्यति ! विशेषं वार्तामस्ति तत इति दिवसं कृषकानां इन्द्रप्रस्थं चरतु आन्दोलनसय एकम् मासम् भविष्यते !
मुझे उम्मीद है कि किसान अपना आंदोलन शीघ्र समाप्त कर देंगे ! आगामी 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑनलाइन देश भर के किसानों को संबोधित करेंगे ! खास बात है कि इस दिन किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन का एक महीना हो जाएगा !
बुधवासरम् कृषका: सर्कारस्य च् मध्य अग्रिम् चरणस्य वार्ताय कृषक संगठनानां पार्श्व प्रस्तावम् प्रेषयमस्ति इति च् वार्ताय तत् कृषकै: तिथि निश्चितं कर्तुम् कथमस्ति !
बुधवार को किसानों और सरकार के बीच अगली दौर की वार्ता पर कोई फैसला हो सकता है ! सरकार ने वार्ता के लिए किसान संगठनों के पास प्रस्ताव भेजा है और इस बातचीत के लिए उसने किसानों से तिथि तय करने के लिए कहा है !
सरकारेण सह अग्रिम् चक्रस्य वार्ताय कृषकः बुधवासरम् कश्चित निर्णयं गृहशक्नोति ! केंद्रीय कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर: गत रविवासरम् सभाय कृषकानि पत्रमलिखत् ! कृषक संगठनानां मध्य भौमवासरमेकम् सभायाम् अभवत् यस्यानन्तरं तेन निर्णयम् बुधवासराय अपकृषयते !
सरकार के साथ अगले दौर की वार्ता के लिए किसान बुधवार को कोई फैसला ले सकते हैं ! केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गत रविवार को बैठक के लिए किसानों को पत्र लिखा ! किसान संगठनों के बीच मंगलवार को एक बैठक हुई जिसके बाद उन्होंने फैसला बुधवार के लिए टाल दिया !
तोमर: इंद्रप्रस्थस्य उत्तरप्रदेशस्य च् द्वय अन्य कृषक संगठनानां प्रतिनिधिभिरपि मेलनम् कृतः,येन विधेयकानां प्रति स्व समर्थनम् व्यक्तयते ! कृषिमंत्री: द्वयो समूहभ्याम् मेलनस्य अनन्तरं अकथयत् विभिन्न कृषक संगठनानां प्रतिनिधि: अयम् बदतु आगतवान स्म तत विधेयकानि साधु सन्ति कृषकानां च् हिते सन्ति !
तोमर ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश के दो और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की,जिन्होंने कानूनों के प्रति अपना समर्थन जताया ! कृषि मंत्री ने दोनों समूहों से मुलाकात के बाद कहा विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधि यह बताने आए थे कि कानून अच्छे हैं और किसानों के हित में हैं !
ते सरकारेण अयमनुरोधम् कृतं आगतवान स्म तत विधेयकेषु कश्चित संशोधनम् नाक्रियन्ते ! सः अकथयत् मह्यं आशामस्ति तत ते (प्रदर्शन कारी कृषक संघ) शीघ्र स्व आंतरिक वार्ताम् पूर्णम् करिष्यन्ते सरकारेण च् सह वार्ताय अग्रम् आगमिष्यन्ति ! वयं सफलतापूर्णम् हलम् निःसृतशक्ष्यम: !
वे सरकार से यह अनुरोध करने आये थे कि कानूनों में कोई संशोधन नहीं किया जाए ! उन्होंने कहा मुझे उम्मीद है कि वे (प्रदर्शनकारी किसान संघ) जल्द अपनी आंतरिक वार्ता पूरी करेंगे और सरकार के साथ बातचीत के लिए आगे आएंगे ! हम सफलतापूर्वक समाधान निकाल सकेंगे !
एआईटीयूसी इति तस्य च् सह्योगि संगठना: अकथयत् तत ते २३ दिसंबर इतम् कृषकै: सह एकजुटता प्रदर्शितं कृताय मध्यान्हस्य भोजनम् त्यागिष्यन्ति !
(एआईटीयूसी) और उसके सहयोगी संगठनों ने कहा कि वे 23 दिसंबर को किसानों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए दोपहर का भोजन छोड़ेंगे !