कोरोनायाः उत्पत्तिम् गृहित्वा विश्वस्य देशानां लक्ष्ये चरितं चिनम् प्रत्ये एकमन्योद्वेगपूर्णोद्घाटनं अभवत् ! ब्रिटेनस्य एकस्य संसदीयायोगस्य सूचनायां दृढ़कथनं अभवत् !
कोरोना की उत्पत्ति को लेकर दुनिया के देशों के निशाने पर चल रहे चीन के बारे में एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है ! ब्रिटेन के एक संसदीय आयोग की रिपोर्ट में दावा किया गया है !
चिन यथा प्रजापीड़क रूपम् धर्तानि देशम् विश्व स्वास्थ्य संगठन इंटरपोल यथैव बहुपक्षीय, अंतरराष्ट्रीय संस्थान् त्रोटितं तेन क्षीणम् कृतं वा स्व प्रकारेण तस्य प्रयोगम् कर्तुम् इच्छन्ति वा !
चीन जैसे तानाहाशी रवैया रखने वाले देश विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और इंटरपोल जैसी बहुपक्षीय, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को तोड़ना अथवा उन्हें कमजोर करना या अपने हिसाब से उनका इस्तेमाल करना चाहते हैं !
एतौ द्वयौ संस्थानां गठन द्वितीय विश्वयुद्धस्य अनंतरम् शांत्या:, समृद्ध्या: एवं स्वतंत्रतायाः संयुक्त मूल्यानां आधारं एकम् अंतरराष्ट्रीय व्यवस्थाम् विकसितस्य उद्देश्येण कृतवान !
इन दोनों संस्थाओं का गठन द्वितीय विश्व युद्ध के बाद शांति, समृद्धि एवं आजादी के साझा मूल्यों के आधार एक अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था विकसित करने के उद्देश्य से किया गया !
विदेशी प्रकरणेषु ब्रिटेनस्य हाउस ऑफ कॉमन्स इत्यस्य समित्या: इदम् सूचनां गुरूवासरम् प्रकाशितं ! देशस्य विदेश नीत्या: समीक्षा एवं जांच कर्तानि समितिषु सम्मिलतानि ११ सांसदा: स्व सूचनायाम् चेतम् दत्तमानः कथिता: !
विदेशी मामलों पर ब्रिटेन की हाउस ऑफ कॉमन्स की समिति की यह रिपोर्ट गुरुवार को प्रकाशित हुई ! देश की विदेश नीति की समीक्षा एवं जांच करने वाले समिति में शामिल 11 सांसदों ने अपनी रिपोर्ट में चेतावनी देते हुए कहा है !
चिनेण एवं रूसेण सह इदृशानि देशम् यत् नकारात्मकं प्रभावं धृन्ति, यदि इदृशान् देशान् ब्रिटेन एवं तस्य सहयोगिण: उत्तरम् न दत्तवान तर्हि अस्य वार्तायाः संकटमधिकमस्ति तत लोकतांत्रिक देशम् बहुपक्षीय संस्थान् विस्मृष्यते !
चीन एवं रूस सहित ऐसे देश जो नकारात्मक प्रभाव रखते हैं, यदि ऐसे देशों को ब्रिटेन एवं उसके सहयोगियों ने जवाब नहीं दिया तो इस बात का खतरा बहुत ज्यादा है कि लोकतांत्रिक देश बहुपक्षीय संस्थानों को खो देंगे !
इमानि संस्थानि मूल्यान् प्रदर्शयन्ति, एतान् मूल्यान् प्रति स्वास्था दर्शाय प्रजापीड़क रूपम् धृतानि देशानि बहु न्यूनम् कार्यम् कृतवान !
ये संस्थान जिन मूल्यों को प्रदर्शित करते हैं, इन मूल्यों के प्रति अपनी आस्था दिखाने के लिए तानाशाही रवैया रखने वाले देशों ने बहुत कम काम किया है !
सूचनायामग्रम् कथितवान, वयं चिन यथानां देशानां प्रयासं दर्शितानि तत ते रणनीतिक रूपेण महत्वपूर्ण संस्थानेषु नियंत्रण ळब्धस्य प्रयत्ने सन्ति !
रिपोर्ट में आगे कहा गया है, हमने चीन जैसों देशों के प्रयास देखें हैं कि वे रणनीतिक रूप से अहम संस्थानों पर नियंत्रण पाने की कोशिश में हैं !
एतानां संस्थानां निर्माण वैश्विक सहमत्या येन सिद्धांतेषु अभवत्, इमानि देशानि तान् नियमेषु आधारभूत परिवर्तनम् कर्तुम् इच्छन्ति ! एतानां बहुपक्षीय संस्थान् निर्माणे एवं विकासे ब्रिटेने महत्वपूर्ण भूमिकाम् निर्वहितं !
इन संस्थानों का निर्माण वैश्विक सहमति से जिन सिद्धांतों पर हुआ है, ये देश उन नियमों में आधारभूत बदलाव करना चाहते हैं ! इन बहुपक्षीय संस्थानों के निर्माण एवं विकास में ब्रिटेन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है !
समित्या: कथनमस्ति तत एतेषु संस्थासु सम्मिलतेषु देशेषु स्व प्रभावं निर्माणाय चिन आक्रामक पथानां सहाय्य नयति ! बहुपक्षीय संस्थान् प्रत्ये स्व राये समर्थनं ळब्धाय तत देशेषु स्वार्थिकं शक्तया: भारम् भारयति !
समिति का कहना है कि इन संस्थाओं में शामिल देशों पर अपना प्रभाव जमाने के लिए चीन आक्रामक तरीकों का सहारा ले रहा है ! बहुपक्षीय संस्थानों के बारे में अपनी राय पर समर्थन पाने के लिए वह देशों पर अपनी आर्थिक ताकत का दबाव बनाता है !
तेन स्व वार्ता मानितुम् विवश करोति ! सूचनायां ब्रिटेनेण कथितवान ततसम विचारयुक्तान् देशान् सहाय्ये गृहित्वा तानि देशानि रहस्यभेदनस्य आग्रहं कृतवान, यत् यान् संस्थान् क्षीणं कुर्वन्ति !
उन्हें अपनी बात मनवाने के लिए मजबूर करता है ! रिपोर्ट में ब्रिटेन से कहा गया है कि वह समान विचारधारा वाले देशों को साथ में लेकर उन मुल्कों पर्दाफाश करने का आग्रह किया है, जो इन संस्थाओं को कमजोर कर रहे हैं !
एतान् अंतरराष्ट्रीय संस्थान् प्रति ट्रंप प्रशासनस्य स्थित्या: अपि आलोचनां कृतवान ! सूचनायां कथितं तत ट्रंप प्रशासनस्यासावधानिम् कारणं बहु बहुपक्षीय संस्थानेषु चिनं स्व स्थितिम् दृढ़ कृते सहाय्य ळब्धं !
इन अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के प्रति ट्रंप प्रशासन के रुख की भी आलोचना की गई है ! रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप प्रशासन के लापरवाह रवैये के चलते कई बहुपक्षीय संस्थानों में चीन को अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिली !