लखीमपुर खिर्यां द्वयो दलितावयस्कौ भागिन्यौ हठभोगस्यानंतरमभवताम् हननस्य घटनायाः अनंतरं एकं प्रति आरोपिभिः दृढ़तः दृढ़ दंडस्य याचनां क्रियते ! तत्रैव द्वितीयं प्रति मीडिया समूहस्य जनाः यस्मिन् केचनापि बदितेन परिवर्जिन्ते !
लखीमपुर खीरी में दो दलित नाबालिग बहनों की रेप के बाद हुई हत्या की घटना के बाद एक ओर आरोपितों के लिए सख्त से सख्त सजा की माँग की जा रही है ! वहीं दूसरी ओर मीडिया गिरोह के लोग इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं !
विस्मयस्य वार्ता इदमस्ति ततेदम् मूकता आरोपीनां नाम संमुखमागमनस्यानंतरम् सिद्धवान न तर्हि बंधनेण पूर्वम् इति घटनाम् जात्या: रूपम् दत्तस्य प्रयत्नम् आरंभितं आसीत् ! लखीमपुर खिर्या: घटनायाः अनंतरम् भवान् सबा नकव्या: इदम् ट्वीत् दर्शयतु !
हैरानी की बात यह है कि ये चुप्पी आरोपितों का नाम सामने आने के बाद साधी गई है वरना गिरफ्तारी से पहले इस घटना को जाति का एंगल देने की कोशिश शुरू हो गई थी ! लखीमपुर खीरी की घटना के बाद आप सबा नकवी का यह ट्वीट देखिए !
सा एनडीटीवी इत्या: वार्ताम् प्रेषित्वा इदम् ज्ञानम् दत्तवती तत वार्तायां न्यूनातिन्यूनम् जात्या: उल्लेखं तर्हि करणीयं स्म ! सालिखत् सूचनायां जात्या: उल्लेखम् नास्ति यद्यपीदम् बहु आवश्यकी अस्ति ! २ अवयस्के बालिके, भागिन्यौ उत्तर प्रदेशस्य लखीमपुरे वृक्षतः लंबितुं ळब्धे स्त: !
उन्होंने एनडीटीवी की खबर को शेयर करके ये ज्ञान दिया कि खबर में कम से कम जाति का उल्लेख तो करना चाहिए था ! उन्होंने लिखा, रिपोर्ट में जाति का जिक्र नहीं है जबकि ये बेहद जरूरी है ! 2 नाबालिग लड़कियाँ, बहनें यूपी के लखीमपुर में पेड़ से लटकी मिली हैं !
नकव्या: इदम् ट्वीत बुधवासरम् ११.३८ वादने कृतवती स्म गुरूवासरम् च् उत्तर प्रदेशारक्षकः इति अभियोगे कार्यवाहिम् कृतन् ६ आरोपिन: बंधनम् कृतवन्तः ! आरोपिनां परिचयं जुनैदस्य, सोहेलस्य, आरिफस्य, हाफिजस्य, छोटेस्य करीमुद्दीनस्य रूपे अभवन् !
नकवी का यह ट्वीट बुधवार को 11:38 पर किया गया था और गुरुवार को यूपी पुलिस ने इस केस में कार्रवाई करते हुए 6 आरोपितों को धर दबोचा ! आरोपितों की पहचान जुनैद, सोहैल, आरिफ, हाफिज, छोटे और करीमुद्दीन के तौर पर हुई है !
आरक्षकः ज्ञापित: तत इमे द्वयो भगिन्यौ लुभ्यित्वा कृषिक्षेत्रे नयतु तस्यानंतरम् च् तत्र ये प्रथम हठभोग कृतवन्तः तस्यानंतरम् तयो: हननम् कृत्वा ते वृक्षतः लम्बितवान ! मृत्यकारणपरीक्षण सूचनायापि इदमेव वार्ता संमुखमागतवान !
पुलिस ने बताया कि ये लोग दोनों बहनों को बहला कर खेत में ले गए और उसके बाद वहाँ इन्होंने पहले रेप किया और उसके बाद उनकी हत्या करके उन्हें पेड़ पर लटका दिया ! पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी यही बात सामने आई है !
सम्प्रति सोशल मीडिया प्रयुज्यकाः नकव्या: लेखे तया ज्ञापितुं आरंभितवान तत श्वैव तया सूचनायां जात्या: उल्लेखम् वांछनीया स्म ! सम्प्रति आरोपिनां धर्ममपि ज्ञातमभवन्, पुनः अंततः सा किं मूकमस्ति !
अब सोशल मीडिया यूजर्स ने नकवी के पोस्ट पर उन्हें बताना शुरू किया कि कल तक उन्हें रिपोर्ट में जाति का जिक्र चाहिए था ! अब तो आरोपितों का मजहब भी पता चला गया, फिर आखिर वे क्यों चुप हैं !
अंशुल सक्सेना इति लेखस्य स्क्रीनशॉट प्रस्तुत्वा कथित:, द्वे अवयस्के बालिके लखीमपुर खिर्यां वृक्षतः लंबितुं ळब्धे ! श्व वार्ताकार सबा नकवी कथ्यति स्म तत जाति लेखितुं आवश्यकी अस्ति ! अद्य ६ जनाः बंधनमगच्छन् !
अंशुल सक्सेना ने इस पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर करके कहा, दो नाबालिग लड़कियाँ लखीमपुर खीरी में पेड़ से लटकी मिलीं ! कल पत्रकार सबा नकवी कह रही थी कि जाति लिखना जरूरी है ! आज 6 लोग पकड़े गए हैं !
तु सम्प्रति सा केचनापि न कथ्यति तत आरोपिनां जाति धर्म वा लेखनीयं कुत्रचित् संभवतः इदं तस्या: कार्यसुचिम् सम्यक् न करोति ! रश्मि लिखति, श्वैव तर्हि सबा नकवी यथा जनान् आरोपिनां जाति अपि ज्ञातम् कृतमासीत् ! अद्य दुष्कर्मिनां कश्चित धर्म न भवति !
लेकिन अब वह कुछ भी नहीं कह रहीं है कि आरोपियों का जाति या मजहब लिखना चाहिए क्योंकि शायद ये उनके एजेंडे को सूट नहीं करता है ! रश्मि लिखती हैं, कल तक तो सबा नकवी जैसे लोगों को आरोपितों की जाति भी पता करनी थी ! आज रेपिस्टों का कोई धर्म नहीं होता है !
एकः प्रयुज्यक: अलिखत् सबा नकवी हिंदू जातिम् दोषिम् दर्शितुं एकं जघन्यापराधम् अस्त्रमिव प्रयोगम् करोति स्म ! तु दुर्भाग्यतः तयो: आरोपिनां नाम छोटू, जुनैद:, सोहेल:, करीमुद्दीन: आरिफ:, जुनैद: सन्ति ! शशांक शेखर झा तयाकथयत्, त्वत् तर्कस्यानुरूपम् तर्हि सम्प्रति आरोपिनां जाति धर्म च् ज्ञापयतु !
एक यूजर ने लिखा सबा नकवी हिंदू जाति को दोषी दिखाने के लिए एक जघन्य अपराध को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही थीं ! लेकिन दुर्भाग्य से उनके आरोपितों का नाम छोटू, जुनैद, सोहैल, करीमुद्दीन और आरिफ, जुनैद है ! शशांक शेखर झा ने उन्हें कहा, तुम्हारे तर्क के मुताबिक तो अब आरोपितों का जाति और मजहब बताओ !
एकः प्रयुज्यक: सबायापृच्छत् तत भवती तर्हि दुष्कर्मे जाति अनवेषयति स्म तु सूचनायाः अनंतरम् मौनम् किमसि,कुत्रचित् यस्मिन् धर्मागतवान ! तत्रैव बहवः प्रयुज्यका: सबा नकव्यापृच्छन् टफ यथा सा जाति ज्ञातुं उत्सुकताम् दर्शितवती ! तु धर्म ज्ञात्वा ता कुत्र गोप्यं भविता सन्ति !
एक यूजर ने सबा से पूछा कि आप तो रेप क्राइम में जाति ढूँढ रही थीं लेकिन रिपोर्ट के बाद चुप क्यों हो गई हों, क्योंकि इसमें मजहब आ गया ! वहीं कई यूजर्स ने सबा नकवी से पूछा कि जैसे उन्होंने जाति जानने के लिए उत्सुकता दिखाई ! लेकिन मजहब जानकर वो कहाँ गायब हो गई हैं !
दृष्टिगतमस्ति तत सबा नकव्या: ट्वीते अंतर्जाल प्रयुज्यकै: अगच्छन् प्रतिक्रियायाः मध्येदृशं नास्ति तत ते घटना संबंधी कश्चिताभिज्ञानं न प्रस्तुतवन्तः ! तस्या: अकाउंट इत्यां इदृशं रीट्वीट सन्ति येषु आरोपिनां नाम सन्ति !
गौरतलब है कि सबा नकवी के ट्वीट पर नेटीजन्स द्वारा आई प्रतिक्रिया के बीच ऐसा नहीं है कि उन्होंने घटना संबंधी कोई जानकारी साझा नहीं की ! उनके अकॉउंट पर ऐसे रीट्वीट हैं जिसमें आरोपितों के नाम हैं !
तु इति रीट्वीट इत्या सह तस्या: कश्चित प्रत्युत्तरमेव नास्ति ! इदमेव हिपोक्रेसी दर्शित्वा जनेषु खिन्नता सन्ति तेषां च् पृच्छनमस्ति तत यदा सबा हठभोग यथा घृणितापराधम् जाति अन्वेषितुं शक्नोति तर्हि धर्मे किं मौनम् सन्ति !
लेकिन इस रीट्वीट के साथ उनका कोई कमेंट तक नहीं है ! यही हिपोक्रेसी देख लोगों में गुस्सा है और उनका पूछना है कि जब सबा रेप जैसे घृणित अपराध को जाति ढूँढ सकती हैं तो मजहब पर क्यों चुप हैं !