भारतीयजनतादलस्यावधक्षेत्रस्य जनविश्वासयात्रायाः समापनावसरे अद्य दलस्य राष्ट्रीयाध्यक्ष: जेपी नड्डा लक्ष्मणनगरे एकं जनसभां संबोधित: ! भाजपां प्रति १९ दिसंबरतः प्रदेशस्य सर्वाणि षड् संगठनात्मक क्षेत्रेषु जनविश्वास यात्रामारंभितं स्म !
भारतीय जनता पार्टी की अवध क्षेत्र की जन विश्वास यात्रा के समापन अवसर पर आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लखनऊ में एक जनसभा को संबोधित किया ! भाजपा की ओर से 19 दिसंबर से प्रदेश के सभी छह संगठनात्मक क्षेत्रों में जन विश्वास यात्रा शुरू की गई थी !
स्वजनसभायाः काळं नड्डा सपायां कांग्रेसे च् द्वयो बहु घातम् कृतवान ! सः कथित: तत भाजपा सांस्कृतिक राष्ट्रवादमग्रम् बर्धितं तर्हिविपक्षिण: अपि घटिकावादनं विवशमभवत् ! यै: कदापि आचमन कर्तुम् न शिक्षितं, ताः अपि अद्य चंदनानुलिपित्वा भाषणम् ददान्ति !
अपनी रैली के दौरान नड्डा ने सपा और कांग्रेस दोनों पर जमकर हमले किए ! उन्होंने कहा कि भाजपा ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को आगे बढ़ाया तो विपक्षी भी घंटी बजाने को मजबूर हुए ! जिन्होंने कभी आचमन करना नहीं सीखा, वो भी आज चंदन लगाकर भाषण दे रहे हैं !
अखिलेशम् लक्ष्ये नयमानः नड्डा कथित: यतातंकिन् मुक्तयति स्म, दस्युनाश्रयम् ददाति, ताः जनाः कथ्यन्ति तत योगी महोदयः सर्वनाशं कृतवान, आम् सर्वनाशम् कृतवान तु तेषां जनानां ! अंतरम् स्पष्टम् अस्ति !
अखिलेश को निशाने पर लेते हुए नड्डा ने कहा जो आतंकियों को छुड़वाते थे, माफियाओं को आश्रय देते थे, वो लोग कह रहे हैं कि योगी जी ने सत्यानाश कर दिया, हां सत्यानाश किया लेकिन उन लोगों का ! फर्क साफ है !
एकं प्रति अखिलेशस्य कुशासनमासीतद्य च् योगी महोदयस्य सुशासनमस्ति ! तत्कालम् भ्रष्टाचारस्य दुर्गंधमासीतद्य चकपटस्य सुगंधमस्ति अहम् च् अखिलेश महोदयम् कथयामि, सुगंधिम् यति अपि लेपितं दुर्गंधम् सुगंधे न परिवर्तितुं शक्नोति !
एक ओर अखिलेश का कुशासन था और आज योगी जी का सुशासन है ! उस समय भ्रष्टाचार की बदबू थी और आज ईमारदारी की खुशबू है और मैं अखिलेश जी को कहता हूँ, इत्र जितना भी लगाओ बदबू खुशबू में नहीं बदल सकती है !
सपायां प्रहारम् कृतन् जेपी नड्डा कथित: अखिलेश महोदयः १५ आतंकिन् रक्षणाय तेषां अभियोगम् पुनः नीताः स्म ! तु न्यायालय: यस्याज्ञाम् न दत्त: ! अनंतरे तेषुतः चत्वारान् मृत्युदंड शेषम् च् पूर्णजीवनं बंधनमभवन् !
सपा पर हमला करते हुए जेपी नड्डा ने कहा अखिलेश जी ने 15 आतंकियों को बचाने के लिए उनके मुकदमे वापस लिए थे ! लेकिन कोर्ट ने इसकी इजाजत नहीं दी ! बाद में उनमें से 4 को सजा-ए-मौत और बाकी को आजीवन कारावास हुआ !
किं आतंकिन् रक्षक: इदृशमेव सर्वकारः भवतः वांछनीयं ? याः जनाः देशस्य विभाजितं, तस्य नामम् गृहीत्वा अद्यापि समाजम् बंटने निरत: ! इमे सन्ति अखिलेशस्य सर्वकारः अखिलेशस्य जनाः च्, इमानि अस्मान् अवगम्यतुं भविष्यामः !
क्या आतंकियों को बचाने वाली ऐसी सरकार आपको चाहिए ? जिन लोगों ने देश का विभाजन किया, उनके नाम को लेकर आज भी समाज को बांटने पर जुटे हैं, ये हैं अखिलेश के सरकार और अखिलेश के लोग, ये हमको समझना होगा !
कांग्रेसे प्रियंका गांध्यां च् प्रहारम् कृतन् भाजपा अध्यक्ष: कथित: यत् मतकोषस्य राजनीति करोति स्म, तस्या: अद्य स्थितिमसाधु अस्ति ! कुत्रचित मतकोषस्य राजनीतिम् नरेंद्रमोदी महोदयः संपादित: विकासवादम् च् गृहीत्वागतवन्तः !
कांग्रेस और प्रियंका गांधी पर हमला करते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कहा जो वोटबैंक की राजनीति करते थे, उनकी आज हालत खराब है ! क्योंकि वोटबैंक की राजनीति को नरेन्द्र मोदी जी ने समाप्त कर दिया और विकासवाद को लेकर आए हैं !
अद्यत्वे चर्चाम् भवति, अहम् बालिकास्मि, रणितुं शक्नोमि ! भवतीम् केनावरोधितं तत भवती महिलानां वार्ताम् न करोतु ? तु सप्तति वर्षाणि भवत्याः पितामह, मातामहः पिता भवत्या: माता च् इमे देशस्य मातृभ्यः-भगिनीभ्यः का कृतवान ?
आज कल चर्चा हो रही है, मैं लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ ! आपको किसने मना किया है कि आप न लड़िये ? आपको किसने मना किया है कि आप महिलाओं की बात न कीजिए ? लेकिन 70 साल आपके दादा, नाना, पिता और आपकी माता ये सब लोग देश की माताओं-बहनों के लिए क्या किया ?