केचन पठितं लिखितं इमानि प्रश्नम् कुर्वन्ति बाबा रामदेवस्य पार्श्व कीदृशं प्रमाणपत्रमस्ति, सः तदाष्टमानि उत्तीर्णमस्ति ! अबुद्धिम् निर्मयेन साधु अल्पेण बुद्धिम् प्रयोगम् करोतु !
कुछ पढ़े लिखे मूर्ख ये सवाल कर रहे हैं बाबा रामदेव के पास कौन सी डिग्री है ,वो तो 8 वी पास है ! अकल के अंधे बनने से अच्छा अपना थोड़ा सा दिमाग लगाते !
स्वामी रामदेवस्य बालस्य नाम रामकिशन: आसीत्, सः स्व ग्रामस्य विद्यालये अष्टमानि कक्षामेव पठित: अनंतरे गुरुकुले शिक्षा नीत: !
स्वामी रामदेव का बचपन का नाम रामकिशन था ,वो अपने गांव के विद्यालय में 8 वी कक्षा तक पढ़े बाद में गुरुकुल में शिक्षा लिया !
गुरुकुल खानपुर नारनौलस्यानंतरम् गुरुकुल कालवायां प्रवेशित: ! गुरूकुल कालवायाः संचालक: पूज्याचार्य: बलदेव महाशयः रामकिशनस्य नाम परिवर्तित्वा कृतवान रामदेव: !
गुरुकुल खानपुर नारनौल के बाद गुरुकुल कालवा में प्रवेश किये ! गुरुकुल कालवा के संचालक पूज्य आचार्य बलदेव जी ने रामकिशन का नाम बदलकर कर दिया रामदेव !
स्व गुरुकुलस्य शिक्षा पूर्णितः सः चत्रे निर्मित: आचार्य रामदेव:, आचार्यस्यार्थम् अद्याधुनिक युगे यां वयं परास्नातक कथयाम: !
अपने गुरुकुल की शिक्षा पूरी की और वो यहीं पर बनें आचार्य रामदेव ,आचार्य का मतलब आज आधुनिक युग में जिसको हम Post Graduation कहते हैं !
पुनः सः आचार्य रामदेव: गुरुकुल किसनगढ़ घासेड़ायाम् बालकान् शिक्षा प्रदायित:, अनंतरे सः हिमालयं प्रति बर्धितः गंगोत्र्याम् तपित:, पुनः हरिद्वारं आगतः सन्यास इति दीक्षा नीत: निर्मित: चाचार्य रामदेव तः स्वामी रामदेव: !
फिर वो आचार्य रामदेव ने गुरुकुल किसनगढ़ घासेड़ा में बच्चों को शिक्षा प्रदान किये ,बाद में वो हिमालय की ओर बढ़े गंगोत्री में तप किया , फिर हरिद्वार आये और सन्यास दीक्षा लिए और बन गए आचार्य रामदेव से स्वामी रामदेव !
व्याकरणस्य, दर्शनस्य, योगस्य आयुर्वेदस्य, अर्थशास्त्रस्य, चिकित्सा शास्त्रस्य ज्ञानस्य अधिकारिन: सन्ति, योगऋषि स्वामी रामदेव महाशयः !
व्याकरण, दर्शन, योग, आयुर्वेद, अर्थशास्त्र, चिकित्सा शास्त्र के ज्ञान के अधिकारी हैं, योग ऋषि स्वामी रामदेव जी !
यतद्यगुरुकुलस्य, विद्यालयस्य, महाविद्यालयस्य विश्वविद्यालयस्य पतंजलि संस्थानस्य च् माध्यमेन देशम् शिक्षा रोजगारम् च् ददान्ति !
जो आज गुरुकुल, विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय और पतंजलि संस्थान के माध्यम से देश को शिक्षा और रोजगार दे रहें हैं !
एकः सन्यासी योग आयुर्वेदे बीए, एमए, बीएस सी, एमएससी, बीएएमएस, एमफिल, डॉक्टरेट एवस्य प्रमाणपत्रम् ददान्ति ! अद्यापि कश्चित पृच्छयतु तत तस्यपार्श्वकीदृशं प्रमाण पत्रमस्ति !
एक सन्यासी योग आयुर्वेद में BA, MA, BSC, MSC, BAMS, Mphil ,doctorate तक की डिग्री दे रहे हैं ! अभी भी कोई पूछे कि उनके पास कोन सी डिग्री है !
यत् प्रमाणपत्रम् भगवतः राम महाशयस्य कृष्ण महाशयस्य च् पार्श्वासीत् गुरुकुले महर्षि वशिष्ठ महाशयेण संदीपनी महाशयेण च् लब्ध: स्म, यत् शिक्षायाः मूले आसीत् गुरु शिष्य परंपरा इति !
जो डिग्री भगवान राम और कृष्ण जी के पास था गुरुकुल में महर्षि वशिष्ठ और संदीपनी जी से प्राप्त हुआ था ,जो पढ़ाई की मूल में था गुरु शिष्य परंपरा !
तैव गुरुकुलस्य पठितं छात्र: ताड़कां, रावणमपि परास्तं कर्तुम् शक्नोति, कंसम् बहवः राक्षसान् मोक्षम् दत्तुम् शक्नोति, भगवद् गीतायाः ज्ञानम् युद्धे दत्तुम् शक्नोति, वेणुमपि नादयितुम् शक्नोति सुदर्शन चक्रमपि चरितुम् शक्नोति !
वही गुरुकुल का पढ़ा हुआ विद्यार्थी ताड़का, रावण को भी परास्त कर सकता है ,कंस और तमाम राक्षसों को मोक्ष दे सकता है ,भगवद् गीता का ज्ञान युद्ध में दे सकता है ,बांसुरी भी बजा सकता है और सुदर्शन चक्र भी चला सकता है !
अयम् तैव रामदेव: अस्ति येन सह देशस्य कोटिनः हस्तानि सन्ति, यस्य कथने जनाः ४ वादनम् प्रातः उत्थित्वा योगम् कर्तुम् शक्नोन्ति !
ये वही स्वामी रामदेव हैं जिनके साथ देश के करोड़ों हाथ हैं, इनके कहने पर लोग 4 बजे सुबह उठकर योग कर सकते हैं !
गिलोयं, आमलकं, घृतकुमारिम् रसम् पातुम् शक्नोन्ति, एके स्वरे देशम् जागृतं भवति, येन रणितं कश्चितस्य शक्तिम् न !
गिलोय ,आँवला, एलोवेरा जूस पी सकते हैं, और एक आवाज पर देश जागृत होता है , इनसे लड़ना किसी के बस की बात नहीं !
वार्ता एलोपैथ इत्यस्यास्ति तदा यत् सः कथितः तत् स्पष्टसद्मस्ति कुत्रचित एलोपैथ एकमामम् क्षतित्वा द्वितीयमामम् ददाति तु आयुर्वेदे कश्चित अपि औषध्या: कश्चितापि दुष्प्रभावं नास्ति इदमपि सत्यमस्ति !
बात एलोपैथ की है तो जो उन्होंने कहा है वह बिल्कुल सही है क्योंकि एलोपैथ एक रोग को ठीक कर दूसरा रोग दे देती है लेकिन आयुर्वेद में किसी भी औषधि का कोई भी साइडइफेक्ट नहीं है यह भी सत्य है !